Latest News Viral News Business Job

Politics

Bihar Vidhan Sabha: सीएम नीतीश कुमार की कुर्सी पर राजद विधायक का कब्जा| महागठबंधन विधायकों के हंगामे के बीच क्या हो रहा है विधानसभा में?

Published

on

Bihar News: बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन भी हंगामा जारी, लेकिन सदन के इतिहास में शायद पहली बार किसी विपक्षी विधायक ने मुख्यमंत्री की कुर्सी पर किया कब्जा।

तेजस्वी यादव भी सदन से बाहर निकले, बोले- यह जनता का मुद्दा है। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव शीतकालीन सत्र के दौरान सदन में सक्रिय नजर आ रहे हैं, जबकि पिछले सत्र में उनकी गैरहाजिरी से महागठबंधन कमजोर प्रतीत हो रहा था। गुरुवार को उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि स्मार्ट मीटर के कारण लोग गंभीर परेशानियों का सामना कर रहे हैं, जहां बिना उपयोग के ही पैसा कट जा रहा है। कम खपत करने पर भी अधिक राशि काटी जा रही है, और कोई अपील का व्यवस्था नहीं है। लोग इसे साजिश और ठगी मान रहे हैं। राजद इस मुद्दे पर सरकार से स्पष्ट बातचीत चाहता है, लेकिन सत्तापक्ष इसे नजरअंदाज करने पर अड़ा हुआ है।

पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने सीएम नीतीश कुमार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि नीतीश कुमार दोनों पक्षों से मिले हुए हैं और जनता को भ्रमित कर रहे हैं। वक्फ बिल के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल राबड़ी देवी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री का इस मुद्दे पर चुप रहना इस बात का संकेत है कि वह बिल का समर्थन कर रहे हैं। अगर वह समर्थन नहीं कर रहे होते तो इस पर अपनी स्थिति जरूर स्पष्ट करते।

जब कार्रवाई की मांग उठी, तो राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उनका उद्देश्य मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठना नहीं था, बल्कि सदन को जगाने का था। भाई वीरेंद्र ने आरोप लगाया कि सदन में नियमों का पालन नहीं हो रहा है, और अगर ऐसा जारी रहा तो वे मंत्री की सीट पर बैठने को मजबूर होंगे।

भाई वीरेंद्र मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने पर भाजपा ने किया तीव्र विरोध, कहा- अमर्यादित और अशोभनीय। बिहार विधानसभा में हंगामे के बीच राष्ट्रीय जनता दल के विधायक भाई वीरेंद्र मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कुर्सी पर जा बैठे, जिस पर सत्तापक्ष के विधायकों ने विरोध किया और विधानसभा अध्यक्ष ने शांत करने की कोशिश की। भाजपा विधायकों ने इसे अनुशासनहीनता करार देते हुए भाई वीरेंद्र पर कार्रवाई की मांग की।

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

latest-news

विधानसभा अध्यक्ष ने तीन महत्वपूर्ण मार्गों का शिलान्यास किया।

Published

on

हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष, श्री हरविंद्र कल्याण ने बुधवार को शहर और गांवों को जोड़ने वाले तीन प्रमुख रास्तों का शिलान्यास किया। इन मार्गों का निर्माण लगभग पांच करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। इस मौके पर उन्होंने कहा कि ये रास्ते ग्रामीणों और शहरी लोगों की पुरानी मांगों का हिस्सा थे, जिन्हें अब पूरा किया जा रहा है। इन नए मार्गों से लोगों को बेहतर यात्रा सुविधा मिलेगी और क्षेत्र की विकास प्रक्रिया में गति आएगी। विधानसभा अध्यक्ष ने यह भी बताया कि यह पहल स्थानीय निवासियों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए की गई है, ताकि सड़क परिवहन में सुधार हो और दूरदराज के क्षेत्रों तक बेहतर पहुंच सुनिश्चित की जा सके।

Continue Reading

latest-news

बिहार उपचुनाव: तिरहुत MLC उपचुनाव में वंशीधर बृजवासी ने जनसुराज को हराकर विजय प्राप्त की। राजद तीसरे स्थान पर रहा, जबकि जदयू चौथे नंबर पर रहा।

Published

on

तिरहुत MLC उपचुनाव: मतगणना के पहले ही राउंड में राजद और जदयू के प्रत्याशी पिछड़ गए थे, जबकि निर्दलीय प्रत्याशी वंशीधर बृजवासी ने 3000 से अधिक मतों के साथ हर राउंड में बढ़त बनाते हुए शानदार प्रदर्शन किया। तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र उपचुनाव में वंशीधर बृजवासी ने 10,536 वोटों से विजय प्राप्त की और जनसुराज के डॉ. विनायक गौतम को हराया। पहले राउंड से ही बढ़त बनाने वाले बृजवासी ने 23 हजार वोटों के साथ पहले स्थान पर रहते हुए पूरे चुनाव को पलट दिया। जनसुराज के डॉ. गौतम दूसरे, राजद के गोपी किशन तीसरे और जदयू के अभिषेक झा चौथे स्थान पर रहे। पहले यह माना जा रहा था कि महागठबंधन, जदयू और जनसुराज के प्रत्याशी में कांटे की टक्कर होगी, लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी वंशीधर बृजवासी ने सभी को चौंकाते हुए जीत दर्ज की।

राजद तीसरे और जदयू चौथे नंबर पर, निर्दलीय प्रत्याशी वंशीधर बृजवासी ने धमाकेदार जीत हासिल की। नौ राउंड की मतगणना के बाद वंशीधर बृजवासी ने 23,003 वोटों के साथ पहले स्थान पर कब्जा जमाया, जबकि जन सुराज के डॉ. विनायक गौतम को 12,467 वोट मिले और वह दूसरे स्थान पर रहे। राजद के गोपी किशन को 11,600 वोट के साथ तीसरा स्थान मिला, जबकि जदयू के अभिषेक झा चौथे नंबर पर रहे, जिन्हें 10,316 वोट प्राप्त हुए।

नौ राउंड की गिनती में मिले वोटों का विवरण इस प्रकार है:

  1. वंशीधर बृजवासी – 23,003
  2. डॉ. विनायक गौतम – 12,467
  3. गोपी किशन – 11,600
  4. अभिषेक झा – 10,316
  5. राकेश रौशन – 3,920
  6. संजय कुमार – 4,932
  7. अन्य प्रत्याशी – कम वोट

निर्दलीय प्रत्याशी वंशीधर बृजवासी शिक्षा के क्षेत्र में लगातार सुधार की आवाज उठाते रहे हैं। वह भ्रष्टाचार और शिक्षा विभाग की अराजकता के खिलाफ मुखर रहे हैं, जिसके कारण उन्होंने नीतीश सरकार को भी घेरने का काम किया। वंशीधर बृजवासी ने तब सुर्खियां बटोरीं जब उन्होंने पूर्व अपर मुख्य सचिव केके पाठक का विरोध किया, जिसके बाद उन्हें अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा।

Continue Reading

latest-news

Bihar News: सीवान नगर परिषद अध्यक्ष ने समाजसेवी जीवन यादव के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए FIR दर्ज कराई।

Published

on

Siwan News: सीवान नगर परिषद की अध्यक्ष सेम्पी गुप्ता ने समाजसेवी जीवन यादव पर गंभीर आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने अपनी जान-माल की सुरक्षा की गुहार लगाई है। गुप्ता ने आरोप लगाया कि एक माह पहले उनके पति पर जानलेवा हमला किया गया, उनका लेटर पैड छीन लिया गया, और उन्हें व उनके परिवार को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। वहीं, जीवन यादव ने इन आरोपों को राजनीतिक साजिश करार दिया है, जिससे शहर में तनाव और हलचल का माहौल बन गया है। गुप्ता ने प्रशासन से सुरक्षा की मांग करते हुए मामले की सख्त जांच की अपील की है।

जीवन यादव का पक्ष

जीवन यादव ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि यह सब उन्हें फंसाने की साजिश है। उन्होंने दावा किया कि नगर परिषद चुनाव में उन्होंने सेम्पी गुप्ता के पति मदन गुप्ता का समर्थन किया था और सेम्पी गुप्ता को डमी कैंडिडेट बताया। यादव ने कहा कि उन्होंने जनता की सेवा की और उन्हें जनता ने स्वीकार किया। उन्होंने सेम्पी गुप्ता को अपनी बहन मानते हुए आरोप लगाया कि किसी के बहकावे में आकर यह शिकायत की गई है।

कौन हैं जीवन यादव?

जीवन यादव सीवान के कंधवारा गांव के निवासी और एक सक्रिय समाजसेवी हैं। उन्होंने ‘जीवन सेवा सदन’ की स्थापना की है, जहां गरीबों का मुफ्त इलाज किया जाता है। वे नगर परिषद चुनाव में अपनी मां को मैदान में उतारने की योजना बना रहे थे।

क्या है विवाद की जड़?

जीवन यादव ने कहा कि चुनाव में उन्होंने मदन गुप्ता का समर्थन किया और सेम्पी गुप्ता की जीत के बाद नगर परिषद के कार्यों में सहयोग किया। हालांकि, विवाद के पीछे अब निजी और राजनीतिक मतभेद सामने आ रहे हैं।

प्रशासन का रुख

सीवान पुलिस मामले की जांच कर रही है। चेयरमैन सेम्पी गुप्ता की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है, और पुलिस दोनों पक्षों के बयानों की जांच कर जल्द मामले की सच्चाई सामने लाने का दावा कर रही है।

Continue Reading

Trending