बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले सियासत गरमा गई है। बिहार कांग्रेस के नेता किशोर कुमार झा के बयान से आरजेडी भड़क सकती है। किशोर कुमार झा ने कहा है कि कांग्रेस को 100 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए या अकेले चुनाव लड़ना चाहिए। किशोर कुमार ने आरजेडी पर आरोप भी लगाए हैं। उन्होंने कहा कि आरजेडी कांग्रेस को कमजोर सीटें दे देती है।
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य और बिहार कांग्रेस के नेता किशोर कुमार झा के एक बयान से सियासी हलचल मच गई है। किशोर कुमार झा के बयान से आरजेडी भड़क सकती है।
उन्होंने कहा है कि बिहार में कांग्रेस कम से कम सौ सीटों पर चुनाव लड़े।अगर इतनी सीटें नहीं मिलती है तो पार्टी अकेले विधानसभा चुनाव लड़ने पर विचार करे।
आरजेडी पर साधा निशाना
राजद की आदत रही है कि वह हमेशा सीटों का मामला उलझाए रहता है। अंतिम समय में अपने मत के अनुसार कांग्रेस के मत्थे कमजोर सीटें थोप देता है। इससे कांग्रेस को नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि जब पार्टी दिल्ली में अकेले चलने का निर्णय ले सकती है तो बिहार में भी उसे संकोच नहीं करना चाहिए।
कांग्रेस को आईएनडीआईए गठबंधन से बाहर निकलना होगा: किशोर झा
किशोर झा ने कहा कि कांग्रेस को राष्ट्रीय स्तर पर सभी प्रदेशों में पार्टी को पुनर्स्थापित करना है तो आईएनडीआईए गठबंधन से कांग्रेस पार्टी को बाहर निकालना होगा तभी जनता का भरोसा दुबारा प्राप्त करने में सफल होंगे नहीं तो इसमें शामिल दल के नेता हमेशा अपने अपने प्रदेशों में कांग्रेस को नीचा दिखाते रहेंगे।
निजी महत्वाकांक्षा में ताश के पत्ते की तरह बिखर रहा आईएनडीआईए: जदयू
जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने मंगलवार को कहा कि निजी महत्वाकांक्षा में ताश के पत्ते की तरह बिखर रहा आईएनडीआईए। गठबंधन दिशाहीन हाे चुका है। वर्तमान में तथाकथित विपक्षी एकता अपनी ढपली, अपना राग का पर्याय बन कर रह गया है।
नीति, नीयत और नेता के घोर अभाव में आईएऩडीआईए का राजनीतिक उद्देश्य, औचित्य और अस्तित्व तीनों समाप्ति के कगार पर है। जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राजद और कांग्रेस राजनीतिक भ्रष्टाचार की जननी रही है। घोटाला व परिवारवाद से इनका गहरा रिश्ता है। यही वजह है कि दोनों दलों की राजनीति अब रसातल की ओर तेजी से अग्रसर है।
बिहार में भी महागठबंधन में भारी सिर फुटव्वल की स्थिति है। विपक्षी खेमे की सभी पार्टियां एक दूसरे की टांग खिंचाई में लगे हैं। लालू-राबड़ी की सरकार ने 15 वर्षों तक सत्ता में रहते हुए कभी जनहित के लिए अपनी प्रतिबद्धता नहीं दिखायी। सिर्फ लूट-खसोट मचाने का काम किया।
अपने राजनीतिक पाप और नकामियों को छिपाने के लिए राजद आज जनता से झूठे वादे कर रही है जिसमें कोई दम नहीं है।