मुजफ्फरपुर से एक अलग ही घटना देखने को मिली है, जहां एक युवक ने अपनी दादी की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए एक महीने पहले ही अस्पताल में शादी करके आशीर्वाद ले लिया। लेकिन इसके कुछ घंटे बाद ही दादी ने प्राण त्याग दिए।
मुजफ्फरपुर में एक पोते ने अपनी दादी की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए अस्पताल में ही शादी रचा ली। पोते अभिषेक कुमार की शादी दो माह बाद तय थी, लेकिन जब उसकी 79 वर्षीय दादी रीता देवी की तबीयत अचानक बिगड़ गई और वे SKMCH के ICU में भर्ती हो गईं, तो परिवार ने उनकी अंतिम इच्छा पूरी करने का फैसला किया। अस्पताल परिसर स्थित शिव मंदिर में विवाह संपन्न कराया गया, जिसके बाद नवविवाहित जोड़ा ICU में भर्ती दादी का आशीर्वाद लेने पहुंचा। इस भावुक पल के कुछ ही घंटों बाद दादी ने अंतिम सांस ली।
अस्पताल के मंदिर में हुआ विवाह
जानकारी के मुताबिक, मामला मिठनपुरा थाना क्षेत्र का है। जहां रहने वाली रीता देवी की अचानक तबीयत खराब हो गई थी। परिवार ने उन्हें इलाज के लिए श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल (SKMCH) में भर्ती कराया, लेकिन उनकी हालत लगातार बिगड़ती चली गई। जब डॉक्टरों ने बताया कि उनकी स्थिति गंभीर है, तो परिवार ने दादी की अंतिम इच्छा पूरी करने का फैसला लिया। दादी चाहती थीं कि वे अपने पोते की शादी देख सकें, इसलिए अस्पताल परिसर में स्थित शिव मंदिर में विवाह संपन्न कराया गया।
ICU में दादी का लिया आशीर्वाद
शादी के बाद नवविवाहित जोड़ा ICU में भर्ती दादी का आशीर्वाद लेने पहुंचा। वहां मौजूद डॉक्टर, नर्स और अस्पताल कर्मियों के साथ-साथ अन्य मरीजों के परिजन भी इस भावुक क्षण के साक्षी बने। दादी ने कांपते हाथों से पोते और उसकी नवविवाहिता बहू को आशीर्वाद दिया। लेकिन यह खुशी ज्यादा देर तक नहीं टिक सकी, क्योंकि शादी के महज दो घंटे बाद ही दादी का निधन हो गया।
परिजनों में मचा कोहराम
दादी की अंतिम इच्छा पूरी होने के बाद उनकी अचानक मृत्यु से परिवार में मातम छा गया। जिस शादी की खुशियां मनाई जा रही थीं, वही माहौल कुछ ही घंटों में शोक में बदल गया। परिवार के सदस्यों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। अस्पताल में मौजूद लोग भी इस घटना को देखकर भावुक हो गए।
अनोखी शादी को देखने उमड़ी भीड़
अस्पताल परिसर में इस अनोखी शादी को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुट गए। आमतौर पर अस्पताल में गंभीर माहौल बना रहता है, लेकिन इस शादी ने वहां एक अलग ही दृश्य उत्पन्न कर दिया। लोगों ने इसे पोते के प्रेम और समर्पण की मिसाल बताया। शादी संपन्न होने के बाद जब ICU में दादी ने पोते को आशीर्वाद दिया, तो वहां मौजूद कई लोगों की आंखें नम हो गईं।
परिवार ने लिया दादी को सम्मान देने का संकल्प
परिवार के सदस्यों ने कहा कि वे दादी की अंतिम इच्छा पूरी कर बहुत खुश हैं, लेकिन उनके जाने का दुख भी उतना ही गहरा है। पोते अभिषेक ने कहा कि दादी की इच्छा थी कि वे मेरी शादी देखें। मैंने उनकी अंतिम ख्वाहिश पूरी कर दी, अब वे चैन से जा सकेंगी। परिवार ने कहा कि वे दादी की याद में हर साल उनकी पुण्यतिथि पर धार्मिक आयोजन करेंगे और उनकी स्मृति को हमेशा जिंदा रखेंगे।