Latest News Viral News Business Job
Times News Live - Banner
Times News Live - Banner2
Times News Live Banner3
previous arrow
next arrow

Uncategorized

मौसम विभाग ने जारी किया अपडेट, बिहार से पूरी तरह हुई मानसून की विदाई, रात में गुलाबी ठंड

Published

on

पटना : बिहार में इस बार ठंड ज्यादा पड़ेगी। पहाड़ों में हुई बर्फबारी और मानसून की देर से हुई विदाई का असर ठंड पर पड़ेगा। इस साल सर्दियों में पारा सामान्य से कुछ नीचे जा सकता है। अक्टूबर महीना मौसम के उतार-चढ़ाव से अछूता नहीं रहेगा। निर्धारित समय से दस दिन बाद विदा हुए मानसून का असर पूरी तरह दिखेगा। बिहार में अभी भी पछुआ हवा जारी है। पूरे राज्य में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से कुछ नीचे है। इसलिए लोगों को रात में हल्की ठंड का एहसास हो रहा है। लोग हल्की चादर लेकर सो रहे हैं।

गुलाबी ठंड का एहसास
मौसम विभाग के मुताबिक राज्य में पारा सामान्य से नीचे है। पछुआ हवा चल रही है। इसलिए राजधानी पटना सहित सूबे के कई जिलों में ठंड का एहसास होने लगा है। खास कर ग्रामीण इलाकों में सुबह-सुबह हल्का कोहरा भी दिखने लगा है। राजधानी पटना में पारा सामान्य से एक डिग्री नीचे रहा। उधर, पूर्णिया में न्यूनतम तापमान से 9 डिग्री सेल्सियस कर रहा। इन दो जिलों के अलावा राज्य के सभी जिलों में पारा सामान्य से चार डिग्री कम ही दर्ज किया गया है।

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

auto-news

🌍 विश्व पृथ्वी दिवस विशेष रिपोर्ट | Times News Live”धरती है तो हम हैं – आइए मिलकर इसे बचाएं”

Published

on

हर साल 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। यह दिन हमें हमारी धरती माता के प्रति जिम्मेदारियों की याद दिलाता है — एक ऐसा ग्रह जिसने हमें जीवन दिया, संसाधन दिए और विकास के अवसर दिए।

आज जब जलवायु परिवर्तन, वनों की कटाई, बढ़ता प्रदूषण और प्राकृतिक संसाधनों की कमी जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं, तब विश्व पृथ्वी दिवस सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि एक चेतावनी और एक अवसर बन गया है — एक बेहतर कल की शुरुआत करने का।

Times News Live आपसे अपील करता है कि:

पेड़ लगाएं और दूसरों को भी प्रेरित करें

प्लास्टिक का उपयोग कम करें

जल, वायु और मिट्टी को स्वच्छ रखने में योगदान दें

हरित ऊर्जा और सतत जीवनशैली को अपनाएं

याद रखिए — पृथ्वी केवल एक ग्रह नहीं, हमारा घर है।
इस पृथ्वी दिवस पर हम सभी मिलकर यह संकल्प लें कि हम अपनी धरती को सुरक्षित, स्वच्छ और सुंदर बनाएंगे — अपने लिए, आने वाली पीढ़ियों के लिए।

विश्वपृथ्वीदिवस #EarthDay2025 #SaveEarth #TimesNewsLive

Continue Reading

auto-news

Ram Navami Wishes 2025: इन भक्तिमय संदेश के जरिए अपनों को दें राम नवमी की शुभकामनाएं

Published

on

Ram Navami Ki Shubhkamnaye in Hindi: भगवान श्रीराम का जन्‍मदिन चैत्र नवरात्र की नवमी को मनाया जाता है, जिसे दुर्गानवमी भी कहते हैं। इस वर्ष यह त्योहार 6 अप्रैल को मनाया जा रहा है। इस पावन अवसर पर अगर आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को संदेश भेजना चाहते हैं तो इन संदेशों का सहारा ले सकते हैं।

Ram Navami Messages Geetings in Hindi 2025: जिनके मन में श्री राम है…भाग्य में उसके वैकुण्ठ धाम है…! राम नवमी का पावन पर्व 6 अप्रैल, रविवार को मनाया जाएगा। यह दिन प्रभु श्रीराम के जन्म का उत्सव है, जो धर्म और न्याय के प्रतीक हैं। जी हां,यह भगवान राम के आदर्शों ‘सत्य, प्रेम, करुणा और कर्तव्य’ को याद करने का अवसर है। आइए इस दिन हम सभी अपने जीवन में इन मूल्यों को अपनाने का संकल्प लें। साथ ही, अपने सगे-संबंधियों को नीचे दिए गए खूबसूरत और पावन संदेशों के जरिए राम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएं भेजें!

1. राम नवमी का पावन पर्व है,
श्रीराम का नाम सर्वस्व है।
जो जपे राम का नाम सदा,
उसका जीवन सफल है!
जय जय श्रीराम!

2. अयोध्या नगरी के राजा राम,
सत्य और धर्म के हैं श्रीराम।
हर दिल में बसे हैं राम,
जय जय श्रीराम!

Continue Reading

world

12 दिवसीय जलवायु सम्मेलन के दौरान, मेज़बान देश ने सभी भागीदार देशों से जलवायु वित्त के नए लक्ष्यों पर उत्पन्न मतभेदों को तत्काल सुलझाने की अपील की, ताकि प्रभावी और समन्वित प्रयासों से जलवायु संकट का समाधान सुनिश्चित किया जा सके।

Published

on

जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (यूएनएफसीसीसी) के तहत 29वां COP-29 सम्मेलन 11 से 22 नवंबर तक अजरबैजान के बाकू में आयोजित होगा। यह सम्मेलन जलवायु संकट के प्रभावों से निपटने और वैश्विक तापमान में वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए त्वरित और ठोस कदम उठाने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है, जब चरम मौसम घटनाएं और अत्यधिक तापमान पूरी दुनिया को प्रभावित कर रहे हैं।

जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (यूएनएफसीसीसी) के तहत 29वां COP-29 सम्मेलन 11 से 22 नवंबर तक अजरबैजान के बाकू में आयोजित होगा। इस वर्ष के सम्मेलन के मेज़बान अजरबैजान ने सोमवार को सभी देशों से लंबित जलवायु मुद्दों को तत्काल सुलझाने की अपील की, विशेष रूप से विकासशील देशों को जलवायु संकट से निपटने के लिए नए जलवायु वित्त लक्ष्य पर सहमति बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उद्घाटन सत्र में COP-29 के अध्यक्ष मुख्तार बाबायेव ने चेतावनी दी कि मौजूदा नीतियां दुनिया को 3 डिग्री सेल्सियस तापमान वृद्धि की ओर धकेल रही हैं, जो अरबों लोगों के लिए विनाशकारी साबित हो सकती है।

यह सम्मेलन देशों के लिए पेरिस समझौते के तहत अपनी अद्यतन राष्ट्रीय जलवायु कार्रवाई योजनाओं को प्रस्तुत करने का महत्वपूर्ण अवसर होगा, जिन्हें 2025 की शुरुआत तक प्रस्तुत करना अनिवार्य है। यदि इन योजनाओं का सही ढंग से कार्यान्वयन किया गया, तो ये वैश्विक तापमान वृद्धि को पूर्व-औद्योगिक स्तरों से 1.5 डिग्री सेल्सियस के भीतर सीमित रखने में सहायक हो सकती हैं।

COP की पहली बैठक
कोप (कॉन्फ्रेंस ऑफ द पार्टीज़) की पहली बैठक मार्च 1995 में जर्मनी के बर्लिन में आयोजित हुई थी। यह सम्मेलन जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (यूएनएफसीसीसी) के पक्षकारों का वार्षिक समागम है। “पार्टीज़” उन देशों को कहा जाता है जिन्होंने 1992 में यूएन जलवायु समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।

कार्बन ऑफसेट्स क्या हैं?
कार्बन ऑफसेट क्रेडिट एक प्रमाणपत्र होता है, जो किसी विशेष स्थान या प्रोजेक्ट के माध्यम से ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन में कमी को प्रमाणित करता है। कई सरकारें और कंपनियां अपने जलवायु लक्ष्यों को पूरा करने के लिए सीधे उत्सर्जन में कमी लाने में सक्षम नहीं होतीं। ऐसे में, वे कार्बन ऑफसेट क्रेडिट के माध्यम से ऐसे प्रोजेक्ट्स को वित्तीय सहायता प्रदान करती हैं, जो सौर ऊर्जा पैनल लगाने, वृक्षारोपण करने जैसी गतिविधियों से उत्सर्जन को कम करते हैं।

पेरिस समझौते के अनुच्छेद 6 का महत्व
2015 में पेरिस समझौते के तहत, 200 देशों ने वैश्विक औसत तापमान वृद्धि को 2 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने और इसे 1.5 डिग्री सेल्सियस के भीतर रखने का संकल्प लिया। इस समझौते का अनुच्छेद 6 विशेष रूप से विकासशील देशों को जलवायु वित्त मुहैया कराने के लिए एक महत्वपूर्ण तंत्र के रूप में माना जाता है, जो देशों को अपने कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए सहयोग और व्यापार की अनुमति देता है।

अनुच्छेद 6.2: यह प्रावधान देशों के बीच सीधे कार्बन ऑफसेट्स के व्यापार के लिए शर्तें तय करने की अनुमति देता है, जिससे वे अपने जलवायु लक्ष्यों को प्रभावी ढंग से पूरा कर सकते हैं।

अनुच्छेद 6.4: इस अनुच्छेद के तहत एक केंद्रीय प्रणाली की स्थापना की जाती है, जिसे संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रबंधित किया जाएगा, ताकि देशों और कंपनियों को कार्बन ऑफसेट्स खरीदने और बेचने की सुविधा मिल सके। इसका उद्देश्य ऑफसेट व्यापार को अधिक मानकीकृत और पारदर्शी बनाना है, ताकि यह प्रक्रिया सभी देशों और निगमों के लिए समान रूप से सुलभ हो।

Continue Reading

Trending