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ED arrests West Bengal Cabinet Minister Jyoti Priya Mallick in ration embezzlement case.

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Jyotipriya Mallick’s arrest comes a day after the Central probe agency conducted searches at the minister's residence in Salt Lake, on the outskirts of Kolkata.

The Enforcement Directorate (ED) apprehended West Bengal Cabinet Minister Jyotipriya Mallick on Friday, relating to an alleged misappropriation scandal involving ration distribution within the state. Mr. Mallick, who holds the portfolio for Consumer Affairs, Food, and Supplies, faces charges of criminal conspiracy and money laundering in connection with the scandal, suspected to entail the fraudulent diversion of crores of rupees worth of essential food supplies meant for the underprivileged.

According to the ED’s findings, Mallick and his associates allegedly employed counterfeit documents and fictitious companies to divert provisions designated for West Bengal’s impoverished population. The ED has further accused the minister of laundering the ill-gotten gains through diverse channels, including real estate investments and involvement in shell corporations.

Mallick’s arrest unfolds within the context of an ongoing ED crackdown on politicians and high-ranking bureaucrats in West Bengal. In recent months, several senior officials of the West Bengal government have been detained in connection with various corruption investigations.

This apprehension of Mallick represents a significant setback for the West Bengal government, already grappling with multiple challenges. The state is grappling with a severe financial crisis, straining its capacity to offer essential services to its residents. Moreover, the minister’s arrest is likely to exacerbate the government’s tarnished image, which has been plagued by allegations of widespread corruption.

The ED’s inquiry into the ration embezzlement scandal remains ongoing, with the full scope of involvement and the extent of misappropriated funds yet to be determined. Further arrests in the case are anticipated in the days ahead.

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Bihar Board 12th Exam: बिहार बोर्ड 12वीं परीक्षा के केंद्रों पर नई व्यवस्था लागू, परीक्षा संचालन में किए गए कई बदलाव।

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गोपालगंज में आगामी एक फरवरी से शुरू होने वाली इंटर की परीक्षा की निगरानी के लिए चार जोन और दो सुपर जोन बनाए जाएंगे। परीक्षा केंद्रों पर कदाचार पर नियंत्रण रखने के लिए प्रत्येक 25 परीक्षार्थी पर एक वीक्षक की तैनाती की जाएगी। परीक्षा केंद्र के आसपास भी कड़ी निगरानी रखी जाएगी। परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र पर आने से पहले दिशानिर्देश को पूरी तरह से पढ़ लें।

 Bihar Board 12th Exam 2025: आगामी एक फरवरी से प्रारंभ हो रही इंटर की परीक्षा की निगरानी चार जोन व दो सुपर जोन से होगी। प्रशासनिक स्तर पर परीक्षा को हर हाल में कदाचार मुक्त माहौल में संपन्न कराने का निर्देश जारी किया है। दोनों अनुमंडल के कुल 31 केंद्रों पर होने वाली इस परीक्षा के दौरान कदाचार करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

परीक्षा केंद्र के लिए दिशानिर्देश जारी

परीक्षा को देखते हुए प्रशासनिक स्तर पर कई बिंदुओं पर दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। जिसके अनुसार जिले के 31 केंद्रों पर होने वाली इस परीक्षा के लिए चार जोन तथा दो सुपर जोन बनाए जाएंगे। परीक्षा के दौरान कदाचार पर नियंत्रण रखने के लिए प्रत्येक 25 परीक्षार्थी पर एक वीक्षक की तैनाती की जाएगी।

इसके साथ ही दोनों अनुमंडल में परीक्षा केंद्र के आसपास के तमाम फोटो स्टेट मशीनों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। परीक्षा के दौरान छात्र-छात्राओं को केवल प्रवेश पत्र लेकर परीक्षा केंद्र के अंदर प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।

इन चीजों पर रहेगी पाबंदी

केंद्र के अंदर मोबाइल, ब्लुटूथ तथा अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण लेकर जाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रशासनिक स्तर पर प्रत्येक पांच सौ परीक्षार्थियों पर एक वीडियोग्राफर की तैनाती करने का निर्देश दिया गया है। अलावा इसके प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर सीसी कैमरों को भी लगाने का निर्देश दिया गया है।

प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर दंडाधिकारी के अलावा पुलिस पदाधिकारी तथा सुरक्षा के पुलिस कर्मियों की तैनाती का निर्देश दिया गया है। अलावा इसके परीक्षा अवधि में जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित करने को कहा गया है।

प्रत्येक केंद्र पर लगेंगे सीसी कैमरे

आगामी एक फरवरी से प्रारंभ होने वाली इंटर की परीक्षा सीसी कैमरे की नजर में होगी। प्रत्येक केंद्र पर कड़ी चौकसी के बीच करीब 39 हजार विद्यार्थी परीक्षा देंगे। इस बार की परीक्षा में साइंस व कला विषय के परीक्षार्थियों की संख्या करीब बराबर होगी। जबकि वाणिज्य के परीक्षार्थियों की संख्या सबसे कम होगी।

दो पालियों में होगी परीक्षा

इंटरमीडिएट की परीक्षा दो पालियों में होगी। पहली पाली की परीक्षा सुबह 9.45 बजे से दोपहर एक बजे तक तथा दूसरी पाली की परीक्षा 1.45 बजे से पांच बजे तक होगी। परीक्षा को लेकर शिड्यूल पूर्व में ही जारी किया जा चुका है। परीक्षार्थियों को प्रश्न पत्र पढ़ने के लिए 15 मिनट का अतिरिक्त समय दोनों पालियों में दिया जाएगा।

इन केंद्रों पर होगी इंटरमीडिएट की परीक्षा

एसएस बालिका हाइ स्कूल गोपालगंज, वीएम इंटर कालेज गोपालगंज, डीएवी प्लस टू स्कूल गोपालगंज, एसएआरडी इवनिंग कालेज गोपालगंज, रामरतन शाही हाई स्कूल विशुनपुर यादोपुर, इब्राहिम हाई स्कूल सासामुसा, मुखीराम हाई स्कूल थावे, अपग्रेड प्लस टू स्कूल सेमरा थावे, अपग्रेड प्लस टू स्कूल जगमलवा थावे, माधव हाइ स्कूल मांझा, सीबीएसइ जूनियर पब्लिक स्कूल एनएच 27 अरार गोपालगंज, अपग्रेड प्लस टू स्कूल सिरिसिया, जेके इंटरनेशनल स्कूल कुचायकोट, बिहार विकास विद्यालय कुचायकोट, मदर इंडिया पब्लिक स्कूल लाइन बाजार है।

इसके अलावा प्रकाश आइटीआइ मीरगंज, विजन इंटरनेशल स्कूल इटवा धाम, साहूजैन प्लस टू स्कूल मीरगंज, डा. राजेन्द्र प्रसाद हाई स्कूल हथुआ, अपग्रेड हाइ स्कूल मछागर लछीराम, आदर्श कन्या विद्यालय हथुआ, महारानी पूनम शाही बीएड कालेज हथुआ, मध्य विद्यालय बरवां कपरपुरा सेंटर हैं।

सेंटर में शिव प्रताप इंटर कालेज हथुआ, इस्लामियां उर्दू एकेडमी मीरगंज, जेनेसिस पब्लिक स्कूल भैरोपट्टी लाइन बाजार, अपग्रेड मिडिल स्कूल पिपरा शिवटहल राय, साहूजैन बालिका हाई स्कूल मीरगंज, मुकुल आइटीआइ हथुआ, अपग्रेड मिडिल स्कूल हथुआ और बापू मध्य विद्यालय हथुआ भी शामिल हैं।

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phD Degree: बिना पीएचडी डिग्री के एसोसिएट प्रोफेसर की नियुक्ति हुई रद्द, BSUSC का कड़ा फैसला।

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बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग (बीएसयूएससी) ने पीएचडी की डिग्री के बिना ही समाजशास्त्र विषय में एक अभ्यर्थी को पूरे अंक देकर रिजल्ट जारी कर दिया था। अभ्यर्थियों द्वारा आपत्ति दर्ज कराने के बाद आयोग ने संबंधित की नियुक्ति को रद कर दिया है। अभ्यर्थी जर्नल में प्रकाशन और अनुभव प्रमाण के अंकों में बड़े स्तर पर घालमेल का आरोप लगा रहे हैं।

बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग (BSUSC) ने पिछले सप्ताह समाजशास्त्र विषय में बगैर पीएचडी की उपाधि के ही अभ्यर्थी को पूरे अंक देकर रिजल्ट जारी कर दिया था। परिणाम जारी होने के बाद अभ्यर्थियों ने पीएचडी की उपाधि पर आपत्ति दर्ज कराई तो आयोग ने बुधवार को संबंधित की नियुक्ति को रद कर दिया है।

सचिव ने बताया कि समाजशास्त्र विषय के अभ्यर्थी दीपक कुमार द्वारा ऑनलाइन आवेदन के साथ पीएचडी की उपाधि प्राप्त होने का साक्ष्य संलग्न नहीं किया गया था। ऑनलाइन आवेदन की हार्ड कॉपी के साथ आवेदन के साथ पीएचडी उत्तीर्णता की अधिसूचना संलग्न की गई है जो 21 दिसंबर 2020 को निर्गत है।

क्या है पूरा मामला?

सहायक प्राध्यापक के पद पर नियुक्ति के लिए प्रकाशित विज्ञापन के अनुसार, ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 10 दिसंबर, 2020 थी। शैक्षणिक योग्यता से संबंधित सभी प्रमाण पत्र व उपाधि आनलाइन आवेदन भरने की अंतिम तिथि के पूर्व का निर्गत होना चाहिए, अन्यथा संबंधित अभ्यर्थी की उम्मीदवारी रद कर दी जाएगी।

दीपक कुमार की पीएचडी की उपाधि ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि के बाद का है, जो मान्य नहीं है। 10 जनवरी को जारी परिणाम में अत्यंत पिछड़ा वर्ग कोटि तथा 13 जनवरी को अत्यंत पिछड़ा वर्ग कोटि के लिए चयनित अभ्यर्थियों को आवंटित विश्वविद्यालय की सूची में क्रम संख्या 18 पर अंकित दीपक कुमार का चयन तत्काल प्रभाव से रद कर दिया गया है।

आपत्ति दर्ज कराने के बाद जारी हुआ आवंटन:

आयोग के समझ आपत्ति दर्ज कराने वाले अभ्यर्थी डॉ. अजीत कुमार साेनू का कहना है कि 12 जनवरी को ही आपत्ति दर्ज करा दी गई थी, बावजूद इसके संबंधित अभ्यर्थी को विश्वविद्यालय का आवंटन 13 जनवरी को कर दिया गया है। अधिकारी व कर्मचारियों की मिलीभगत से फर्जीवाड़े को अंजाम दिया गया है। आयोग इसकी जांच कराकर संबंधितों पर प्राथमिकी दर्ज कराए अन्यथा अभ्यर्थियों के पास आंदोलन ही विकल्प होगा।

एकेडमिक मार्किंग में जर्नल में प्रकाशन, अनुभव प्रमाण पत्र व अन्य एकेडमिक दस्तावेज की जांच में बड़े स्तर पर अनियमितता बरती जा रही है। फर्जी दस्तावेज संलग्न करने वाले भी सहायक प्राध्यापक के पदों पर नियुक्त होकर विश्वविद्यालयों में सेवा रहे रहे हैं। पूरी प्रक्रिया की स्वतंत्र एजेंसी से जांच होने पर मामला स्पष्ट हो जाएगा।

जर्नल की सूची वेबसाइट पर अपलोड करे आयोग

अभ्यर्थी जर्नल में प्रकाशन और अनुभव प्रमाण के अंकों में बड़े स्तर पर घालमेल का आरोप लगा रहे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि यूजीसी के मानक के अनुरूप जर्नल में प्रकाशन के बाद भी कुछ को पूरे तो कुछ को शून्य दिया गया है। आयोग ने किस जर्नल को मान्यता दिया है इसकी सूची अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दे।

अनुभव प्रमाण पत्र में जिन्हें अंक मिला है उसे भी वेबसाइट पर सार्वजनिक कर देने पर फर्जीवाड़ा से पर्दा उठ जाएगा।

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Bihar News: बहन के साथ हुई बदसलूकी का विरोध करना भाई को पड़ा भारी, अपराधियों की गोली से हालत नाजुक।

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Bihar News: सुपौल के त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र में अपाची बाइक पर सवार अपराधियों ने एक युवक को गोली मार कर जख्मी कर दिया। घायल युवक को त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। घायल की हालत गंभीर बनी हुई है। उसने एक अपराधी की पहचान का दावा किया है।

सुपौल के त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र में बाइक सवार अपराधियों ने एक युवक को गोली मार कर जख्मी कर दिया। घटना बुधवार देर शाम की बताई जा रही है। घायल युवक को त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि बुधवार की शाम त्रिवेणीगंज बाजार से घर लौट रहे एक युवक पर अपाची बाइक सवार तीन अपराधियों ने जानलेवा हमला किया। अपराधियों ने युवक को गोली मार दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना थाना क्षेत्र के बरहकुड़वा वार्ड 9 की है। युवक को गोली उसके बाएं बांह में लगी, जो शरीर के अंदर फंसी हुई है। स्थानीय लोगों ने युवक को त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए बाहर रेफर कर दिया गया।

बाजार से घर लौट रहा था अभिमन्यु
घायल युवक की पहचान लगुनिया वार्ड 15 निवासी दीनदयाल यादव के 23 वर्षीय पुत्र अभिमन्यु कुमार के रूप में हुई है। अभिमन्यु ने बताया कि जब वह बाजार से घर लौट रहा था, तभी मनरेगा भवन के पास पीछे से आ रहे अपाची बाइक सवार तीन अपराधियों ने उस पर गोली चला दी। अभिमन्यु ने एक हमलावर की पहचान ललित मेहता के रूप में की है। वही अन्य दो की पहचान भी जल्द कर लेने का दावा किया है।

कुछ दिन पूर्व बहन के साथ हुई थी बदसलूकी
घटना का कारण कुछ दिनों पूर्व अभिमन्यु की बहन के साथ हुई बदसलूकी को बताया जा रहा है। इधर, घटना की सूचना पर त्रिवेणीगंज एसडीपीओ विपिन कुमार और थानाध्यक्ष रामसेवक रावत ने अस्पताल पहुंचकर घायल युवक से पूछताछ की। एसडीपीओ ने बताया कि अपराधियों की पहचान कर ली गई है। पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है।

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