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Saran News: वायरल ऑडियो मामले में मुफस्सिल थानाध्यक्ष पर गिरी गाज, जांच में दोषी पाए गए; विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू।

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सारण जिले के मुफस्सिल थानाध्यक्ष विशाल आनंद को निलंबित कर दिया गया है। उन पर ये कार्रवाई वायरल ऑडियो के बाद की गई है जिसमें वे 50 हजार की रिश्वत मांग रहे हैं। इस ऑडियो की जांच में वे दोषी पाए गए हैं। इसके साथ ही उन पर विभागीय कार्रवाई भी शुरू हो गई है। निलंबन अवधि में मुख्यालय छपरा पुलिस केंद्र निर्धारित किया गया है।

सारण जिले के मुफस्सिल थानाध्यक्ष विशाल आनंद को निलंबित करते हुए निलंबन अवधि में मुख्यालय छपरा पुलिस केंद्र निर्धारित किया गया है। दरअसल, मुफस्सिल थानाध्यक्ष विशाल आनंद का एक ऑडियो क्लिप इंटरनेट मीडिया पर पिछले कई दिनों से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वे 50 हजार रुपये की मांग कर रहे हैं। इस ऑडियो की जांच के बाद उन पर एक्शन लिया गया है।

50 हजार की मांगी रिश्वत

प्रसारित ऑडियों में मुफस्सिल थानाध्यक्ष विशाल आनंद द्वारा किसी व्यक्ति से काम के बदले में 50 हजार की डिमांड की जा रही है। ऑडियो में थानाधयक्ष किसी केस के सुपरविजन करने की बात कर रहे हैं, जिसमें इनके द्वारा 50 हजार रुपये की मांग की जा रही है।

ऑनलाइन पैसे लेने से इनकार

  • कॉल करने वाले व्यक्ति दूसरी तरफ से एटीएम से सिर्फ 20 हजार रुपये निकलने की बाद कहकर कल सुबह में पैसा भेजने की बात कह रहा है।
  • यही नहीं पैसे भेजने वाले द्वारा ऑनलाइन पेमेंट करने के लिए नंबर भी मांगा जा रहा है, लेकिन विशाल आनंद द्वारा कैश भेजने की डिमांड होती है।

इंटरनेट पर वायरल हो रहा वीडियो

पैसा देने की बात करने वाला व्यक्ति केस में देरी करने की बात कहता है, जिसमें थानाध्यक्ष को मिठाई खिलाने की बात कही जाती है। इस ऑडियो को इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित किया गया था।

पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) शिखर चौधरी ने की ऑडियो की जांच

ऑडियो प्रसारित होने के बाद कुछ लोगों ने इसे पुलिस पदाधिकारी को भी भेजा था। ऑडियो प्रसारित होने के बाद वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ.कुमार आशीष ने ऑडियो की सत्यता की जांच के लिए आरक्षी अधीक्षक ग्रामीण शिखर चौधरी को इसकी जिम्मेदारी दी थी।

जांच में सही पाया गया ऑडियो

पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) द्वारा समर्पित जांच प्रतिवेदन में उक्त ऑडियो क्लिप प्रथम दृष्ट्या सत्य पाई गई है और अनुशासनिक कार्रवाई हेतु अनुशंसित किया गया।

जांच के आलोक में वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा सारण क्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक नीलेश कुमार को समर्पित अनुशंसा के आधार पर पुलिस उपमहानिरीक्षक द्वारा पुलिस निरीक्षक सह मुफस्सिल थानाध्यक्ष विशाल आनंद को संदिग्ध आचरण, अनुशासनहीनता एवं घोर लापरवाही के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

निलंबन अवधि में विशाल आनंद का मुख्यालय पुलिस केंद्र छपरा किया गया है। इसके साथ ही विभागीय कार्यवाई प्रारंभ कर दी गई है।

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Patna News: पटना में तेज गति से चल रही सफारी ने बाइक सवार पति-पत्नी को कुचला, दोनों की मौत; 6 घायल

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राजधानी पटना से बेहद दर्दनाक सड़क हादसे की खबर सामने आई है। तेज रफ्तार सफारी ने बाइक सवार दंपत्ति को टक्कर मार दी जिसमें दोनों की मौत हो गई। इसके बाद भागने की कोशिश में सफारी चालक ने ऑटो को भी टक्कर मार दी जिसमें 6 लोग घायल हो गए। सांसद पप्पू यादव ने घटना स्थल पर पहुंचकर घायलों की मदद की।

हवाईअड्डा थानांतर्गत जगदेव पथ के मुरलीचक स्थित इंडियन बैंक के सामने शुक्रवार की रात लगभग नौ बजे तेज रफ्तार टाटा सफारी ने बाइक सवार दंपती को रौंद डाला। इसके बाद सफारी ऑटो से भिड़ कर रुक गई। इस भयानक सड़क हादसे में दंपती की मौत हो गई, जबकि आधा दर्जन लोग जख्मी हैं।

मुरलीचक निवासी के रूप में हुई पहचान

मृत दंपती की पहचान मुरलीचक निवासी अशोक कुमार (55) और उनकी पत्नी पुष्पा देवी (50) के रूप में हुई है। वहीं, ऑटो चालक समेत दो सवारियों को गंभीर हालत में अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। ऑटो के पीछे बैठे चार लोग मामूली रूप से जख्मी हुए थे।

हादसे के बाद लगा लंबा जाम

हादसे के बाद एयरपोर्ट से बीएसएपी के तरफ जाने वाले रास्ते में जाम लग गया। मुरलीचक से गुजरने के दौरान दंपती की बाइक आगे और इसके पीछे आटो था।

सफारी से सीधी टक्कर के बाद अशोक कुमार की मौके पर ही मौत हो गई थी। उनकी पत्नी लहूलुहान हालत में तड़प रही थीं। भागने की फिराक में रहे चालक ने ऑटो से भी कार भिड़ा दी।

सांसदा पप्पू यादव ने की घायलों की मदद

राहगीरों ने किसी तरह कार रोक ली, जिसके बाद कार की पिछली सीट पर बैठा युवक फरार हो गया। सफारी पर बिहार सरकार का बोर्ड लगा था। मौके पर पूर्णिया सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव का काफिला पहुंच गया। सांसद ने ऑटो में फंसे लोगों को बाहर निकाला और उपचार के लिए भेजा।

हादसे के दौरान अशोक और उनकी पत्नी दोनों ने ही हेलमेट पहन रखा था। इसके बाद भी सफारी से हुई सीधी टक्कर में दोनों की दर्दनाक मौत हो गई। फिलहाल पुलिस ने आरोपित सफारी ड्राइवर को गिरफ्तार करके इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।

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Bihar News : बिहार के इस जिले में रोजगार शिविर, 480 सुरक्षा जवान और सुपरवाइजर की होगी नियुक्ति।

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Madhepura News: इस भर्ती प्रक्रिया के तहत विभिन्न पदों के लिए अलग-अलग शैक्षणिक योग्यताएं और आयु सीमाएं निर्धारित की गई हैं, ताकि योग्य अभ्यर्थियों का सही चयन किया जा सके और उन्हें उनकी योग्यता के अनुसार उचित पद प्रदान किया जा सके। 

मधेपुरा जिले के युवाओं के लिए रोजगार का एक सुनहरा अवसर आया है। गार्डियंस सिक्योरिटी एंड फैसिलिटीज प्राइवेट लिमिटेड, सारण द्वारा जिले भर में रोजगार शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। जिसके माध्यम से सुरक्षा गार्ड, सुरक्षा सुपरवाइजर और हाउसकीपिंग के कुल 480 पदों पर भर्ती की जाएगी। यह भर्ती पूरी तरह निःशुल्क है और इच्छुक अभ्यर्थी बिना किसी आवेदन शुल्क के इसमें भाग ले सकते हैं। इस रोजगार शिविर के माध्यम से बड़ी संख्या में बेरोजगार युवाओं को नौकरी के अवसर प्रदान किए गए हैं। जिससे वे न केवल अपने जीवन स्तर को सुधार सकेंगे, बल्कि आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर भी बन पाएंगे।

भर्ती प्रक्रिया और आवश्यक योग्यता
इस भर्ती प्रक्रिया के तहत विभिन्न पदों के लिए अलग-अलग शैक्षणिक योग्यताएं और आयु सीमाएं निर्धारित की गई हैं, ताकि योग्य अभ्यर्थियों का सही चयन किया जा सके और उन्हें उनकी योग्यता के अनुसार उचित पद प्रदान किया जा सके। सुरक्षा गार्ड के लिए 300 पद रखे गए हैं, जिन पर आवेदन करने के लिए न्यूनतम 10वीं पास योग्यता आवश्यक होगी, जबकि सुरक्षा सुपरवाइजर के लिए 80 पदों पर भर्ती की जाएगी, जिसके लिए स्नातक डिग्री अनिवार्य होगी। इसके अलावा, हाउसकीपिंग के 100 पदों के लिए 8वीं पास अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं।

17 से 25 हजार रुपए तक मिलेगा वेतन
भर्ती प्रक्रिया के तहत सुरक्षा गार्ड और हाउसकीपिंग के लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष और अधिकतम 40 वर्ष निर्धारित की गई है, जबकि सुरक्षा सुपरवाइजर पद के लिए अधिकतम आयु सीमा 35 वर्ष रखी गई है। इससे यह सुनिश्चित किया गया है कि युवा और ऊर्जावान उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाए, ताकि वे अपनी क्षमता और मेहनत से कंपनी के कार्यों में बेहतरीन प्रदर्शन कर सकें। चयनित अभ्यर्थियों को 17 हजार से 25 हजार तक का मासिक वेतन दिया जाएगा, जो उनकी शैक्षणिक योग्यता, अनुभव और पद के अनुसार तय किया जाएगा। इसके साथ ही, कंपनी की ओर से कर्मचारियों को EPF (कर्मचारी भविष्य निधि), ESIC (कर्मचारी राज्य बीमा), बोनस और ग्रेच्युटी जैसी वित्तीय और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ भी दिया जाएगा, जिससे वे अपनी नौकरी के दौरान सुरक्षित और आर्थिक रूप से स्थिर रह सकें।

रोजगार शिविर की तिथियां और स्थान
यह रोजगार शिविर 10 मार्च से मधेपुरा जिला नियोजनालय में आयोजित किया जाएगा, जहां से इस भर्ती अभियान की शुरुआत होगी। इसके बाद जिले के विभिन्न प्रखंड कार्यालय परिसर में में रोजगार शिविर का आयोजन किया जाएगा। जिला नियोजन पदाधिकारी लरविन कुमार ने बताया कि 12 मार्च को सिंहेश्वर 19 मार्च को गम्हरिया (घैलाढ़ एवं गम्हरिया), 20 मार्च को शंकरपुर, 21 मार्च को मुरलीगंज (मुरलीगंज और कुमारखंड), 24 मार्च को बिहारीगंज, 25 मार्च को ग्वालपाड़ा, 26 मार्च को उदाकिशुनगंज, 27 मार्च को पुरैनी, 28 मार्च को चौसा और 29 मार्च को आलमनगर में रोजगार शिविर का आयोजन किया जाएगा।

भर्ती में भाग लेने के लिए एनसीएस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन अनिवार्य
सभी रोजगार शिविरों का समय सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक निर्धारित किया गया है। इस भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने के लिए अभ्यर्थियों को सबसे पहले राष्ट्रीय करियर सेवा पोर्टल (www.ncs.gov.in) पर पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। पंजीकरण प्रक्रिया पूरी करने के बाद उम्मीदवारों को अपने नजदीकी रोजगार शिविर में पहुंचकर आवेदन फॉर्म भरना होगा और आवश्यक दस्तावेजों के साथ भर्ती प्रक्रिया में भाग लेना होगा। अभ्यर्थियों को रोजगार से भी में भाग लेने के लिए 10वीं, 12वीं या स्नातक की अंक पत्र और प्रमाण पत्र, आधार कार्ड या अन्य वैध पहचान पत्र, अपना संपूर्ण बायोडाटा, पासपोर्ट साइज फोटो साथ ले जाना होगा।

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Women’s Day: नीतीश कुमार ने लालू-राबड़ी शासन को किया याद, कहा- 2005 से पहले महिलाओं के लिए कोई सुविधा नहीं थी।

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सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। राज्य में महिलाएं अब हर क्षेत्र में अग्रणी हैं। जीविका दीदियों के बारे में कहा कि वह आज गांव-गांव में महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रही हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जनता दल यूनाईटेड के कार्यालय पहुंचे। यहां पर उन्होंने पार्टी की महिला कार्यकर्ता और नेत्रियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। सीएम नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि किसी भी राज्य या देश के विकास में महिलाओं का योगदान बेहद महत्वपूर्ण है। महिलाओं के सशक्तीकरण तथा उनकी सुरक्षा, शिक्षा एवं सामाजिक तथा आर्थिक विकास हेतु राज्य सरकार निरंतर प्रयत्नशील है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर हम सभी को संकल्प लेना चाहिए कि महिलाओं के उत्थान के प्रति सदैव प्रयत्नशील रहें ताकि उनका सामाजिक एवं आर्थिक विकास हो सके और उन्हें एक सुरक्षित और बेहतर वातावरण मिल सके।

महिलाएं बेखौफ होकर रात को भी सड़कों पर चल सकती हैं
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में किए गए प्रयासों को साझा किया। उन्होंने कहा कि बिहार में महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्हें यह बताने की जरूरत नहीं है कि उन्होंने महिलाओं के लिए क्या किया है, क्योंकि बिहार में महिलाएं अब हर क्षेत्र में अग्रणी हैं। मुख्यमंत्री ने खास तौर पर जीविका दीदियों का उल्लेख करते हुए कहा कि वे आज गांव-गांव में महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रही हैं। इसके अलावा, बिहार में महिलाओं की सुरक्षा और उनकी भागीदारी को लेकर भी कई बदलाव हुए हैं। उन्होंने बताया कि आज बिहार में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या सबसे अधिक है और महिलाएं आज कहीं भी बेखौफ होकर रात को भी सड़कों पर चल सकती हैं।

2005 से पहले महिलाओं के लिए कोई काम नहीं हुआ था
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लालू-राबड़ी राज पर निशाना साधते हुए कहा कि 2005 से पहले महिलाओं के लिए कोई काम नहीं हुआ था, न ही उनके उत्थान के लिए किसी ने गंभीरता से सोचा था। तब महिलाएं घर से बाहर भी नहीं निकल पाती थीं, लेकिन अब माहौल पूरी तरह से बदल चुका है। महिलाएं अब राज्य के विकास में पूरी तरह से अपना योगदान दे रही हैं। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा महिलाओं को दी गई सरकारी सेवाओं में 35 प्रतिशत आरक्षण और पंचायतों तथा नगर निकायों में 50 प्रतिशत आरक्षण की बात भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बदलाव का सबसे बड़ा उदाहरण भारती मेहता हैं, जिन्हें पार्टी ने अध्यक्ष बनाया है और उनसे अपेक्षा की है कि वे महिलाओं को और आगे बढ़ाने में मदद करें। मुख्यमंत्री का यह संदेश स्पष्ट था कि बिहार सरकार महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए लगातार प्रयासरत है और इस दिशा में काम करने के लिए न केवल योजनाएं बनाई जा रही हैं, बल्कि महिलाओं को हर स्तर पर सम्मान और अधिकार दिया जा रहा है। सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में महिलाओं के उत्थान के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिनमें शामिल हैं…

पंचायती राज और नगर निकायों में 50 प्रतिशतआरक्षण

  • 2006 और 2007 में क्रमशः पंचायती राज संस्थाओं और नगर निकायों में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशतआरक्षण लागू किया गया।

सरकारी नौकरियों में आरक्षण

  • 2006 से प्रारंभिक शिक्षक नियुक्ति में 50%, 2013 से बिहार पुलिस में 35प्रतिशतऔर 2016 से अन्य सरकारी सेवाओं में 35प्रतिशतआरक्षण लागू किया गया।

शैक्षणिक संस्थाओं में आरक्षण

  • शैक्षणिक संस्थाओं के नामांकन में 33 प्रतिशतआरक्षण लागू किया गया।

मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना

  • 3,13,477 लाभार्थियों को 120 करोड़ रुपये की राशि हस्तांतरित की गई।

मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना

  • 194,55,264 लाभार्थियों को 24,12,41,10,000 रुपये की राशि हस्तांतरित की गई।

मुख्यमंत्री बालिका साइकिल योजना

  • 9वीं कक्षा की छात्राओं को 3,000 रुपये की साइकिल प्रदान की गई (2011-24)।

मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना

  • महिला उद्यमियों को 5 लाख रुपये का अनुदान और 5 लाख रुपये का ब्याज मुक्त ऋण प्रदान किया गया।

मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना

  • 23,218 लाभार्थियों को 5163.65 लाख रुपये की राशि हस्तांतरित की गई।

मुख्यमंत्री सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना

  • UPSC प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करने वाली 102 महिलाओं को एक  लाख रुपये और BPSC प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करने वाली 1615 महिलाओं को 50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई।

मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य योजना

  • 2,82,44,169 लाभार्थियों को 6,41,11,94,850 रुपये की राशि हस्तांतरित की गई (2014-24)।

लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना

  • 8,36,527 लाभार्थियों को 40516.84 लाख रुपये की राशि हस्तांतरित की गई।

मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन योजना (स्नातक)

  •  3,77,986 लाभार्थियों को 50,000 रुपये प्रति बालिका की राशि हस्तांतरित की गई (2014-24)।

मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन योजना (+12 कक्षा)

  • 2,85,522 लाभार्थियों को 25,000 रुपये प्रति बालिका की राशि हस्तांतरित की गई (2014-24)।

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