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phD Degree: बिना पीएचडी डिग्री के एसोसिएट प्रोफेसर की नियुक्ति हुई रद्द, BSUSC का कड़ा फैसला।

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बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग (बीएसयूएससी) ने पीएचडी की डिग्री के बिना ही समाजशास्त्र विषय में एक अभ्यर्थी को पूरे अंक देकर रिजल्ट जारी कर दिया था। अभ्यर्थियों द्वारा आपत्ति दर्ज कराने के बाद आयोग ने संबंधित की नियुक्ति को रद कर दिया है। अभ्यर्थी जर्नल में प्रकाशन और अनुभव प्रमाण के अंकों में बड़े स्तर पर घालमेल का आरोप लगा रहे हैं।

बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग (BSUSC) ने पिछले सप्ताह समाजशास्त्र विषय में बगैर पीएचडी की उपाधि के ही अभ्यर्थी को पूरे अंक देकर रिजल्ट जारी कर दिया था। परिणाम जारी होने के बाद अभ्यर्थियों ने पीएचडी की उपाधि पर आपत्ति दर्ज कराई तो आयोग ने बुधवार को संबंधित की नियुक्ति को रद कर दिया है।

सचिव ने बताया कि समाजशास्त्र विषय के अभ्यर्थी दीपक कुमार द्वारा ऑनलाइन आवेदन के साथ पीएचडी की उपाधि प्राप्त होने का साक्ष्य संलग्न नहीं किया गया था। ऑनलाइन आवेदन की हार्ड कॉपी के साथ आवेदन के साथ पीएचडी उत्तीर्णता की अधिसूचना संलग्न की गई है जो 21 दिसंबर 2020 को निर्गत है।

क्या है पूरा मामला?

सहायक प्राध्यापक के पद पर नियुक्ति के लिए प्रकाशित विज्ञापन के अनुसार, ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 10 दिसंबर, 2020 थी। शैक्षणिक योग्यता से संबंधित सभी प्रमाण पत्र व उपाधि आनलाइन आवेदन भरने की अंतिम तिथि के पूर्व का निर्गत होना चाहिए, अन्यथा संबंधित अभ्यर्थी की उम्मीदवारी रद कर दी जाएगी।

दीपक कुमार की पीएचडी की उपाधि ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि के बाद का है, जो मान्य नहीं है। 10 जनवरी को जारी परिणाम में अत्यंत पिछड़ा वर्ग कोटि तथा 13 जनवरी को अत्यंत पिछड़ा वर्ग कोटि के लिए चयनित अभ्यर्थियों को आवंटित विश्वविद्यालय की सूची में क्रम संख्या 18 पर अंकित दीपक कुमार का चयन तत्काल प्रभाव से रद कर दिया गया है।

आपत्ति दर्ज कराने के बाद जारी हुआ आवंटन:

आयोग के समझ आपत्ति दर्ज कराने वाले अभ्यर्थी डॉ. अजीत कुमार साेनू का कहना है कि 12 जनवरी को ही आपत्ति दर्ज करा दी गई थी, बावजूद इसके संबंधित अभ्यर्थी को विश्वविद्यालय का आवंटन 13 जनवरी को कर दिया गया है। अधिकारी व कर्मचारियों की मिलीभगत से फर्जीवाड़े को अंजाम दिया गया है। आयोग इसकी जांच कराकर संबंधितों पर प्राथमिकी दर्ज कराए अन्यथा अभ्यर्थियों के पास आंदोलन ही विकल्प होगा।

एकेडमिक मार्किंग में जर्नल में प्रकाशन, अनुभव प्रमाण पत्र व अन्य एकेडमिक दस्तावेज की जांच में बड़े स्तर पर अनियमितता बरती जा रही है। फर्जी दस्तावेज संलग्न करने वाले भी सहायक प्राध्यापक के पदों पर नियुक्त होकर विश्वविद्यालयों में सेवा रहे रहे हैं। पूरी प्रक्रिया की स्वतंत्र एजेंसी से जांच होने पर मामला स्पष्ट हो जाएगा।

जर्नल की सूची वेबसाइट पर अपलोड करे आयोग

अभ्यर्थी जर्नल में प्रकाशन और अनुभव प्रमाण के अंकों में बड़े स्तर पर घालमेल का आरोप लगा रहे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि यूजीसी के मानक के अनुरूप जर्नल में प्रकाशन के बाद भी कुछ को पूरे तो कुछ को शून्य दिया गया है। आयोग ने किस जर्नल को मान्यता दिया है इसकी सूची अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दे।

अनुभव प्रमाण पत्र में जिन्हें अंक मिला है उसे भी वेबसाइट पर सार्वजनिक कर देने पर फर्जीवाड़ा से पर्दा उठ जाएगा।

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Bihar Traffic Police: नए अधिकारी के आने से ट्रैफिक नियमों में सख्ती, ऑटो-बस चालकों के लिए मुश्किलें बढ़ने की संभावना।

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बिहार में ट्रैफिक नियमों में बड़ा बदलाव किया गया है। अब दारोगा रैंक के अधिकारी वाहनों के परमिट के साथ ही अन्य दस्तावेजों की जांच कर सकेंगे। पहले केवल परिवहन विभाग के अधिकारियों मोटर यान निरीक्षक आदि की मौजूदगी में ही वे वाहनों की परमिट की जांच कर सकते थे। नए नियम के बाद बिना परमिट के चल रहे वाहनों पर ट्रैफिक पुलिस एक्शन ले सकेगी।

 ट्रैफिक पुलिस अब ऑटो-बस की परमिट समेत सभी तरह के दस्तावेजों की जांच कर सकेंगे। अभी तक परिवहन विभाग के अधिकारियों मोटर यान निरीक्षक आदि की मौजूदगी में पुलिस को जांच का अधिकार था मगर अब बिना परिवहन अधिकारियों के भी जांच और शमन की कार्रवाई की जा सकेगी। इससे संबंधित आदेश जारी किया जा चुका है।

दारोगा रैंक के अधिकारी कर सकेंगे जांच

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, कम से कम दारोगा रैंक के अधिकारी वाहनों के परमिट समेत अन्य दस्तावेजों की जांच कर सकेंगे। इसका सबसे बड़ा असर पटना शहरी क्षेत्र में दिखने को मिलेगा।

शहरों में बिना परमिट चल रहे ऑटो और ई-रिक्शा पर ट्रैफिक पुलिस कार्रवाई कर सकेगी। इसके अलावा बिना स्टॉप के रुकने वाली बस-ऑटो पर भी कार्रवाई की जाएगी।

ट्रैफिक पुलिस चलाएगी अभियान

यातायात पुलिस के वरीय अधिकारियों के अनुसार, नए अधिकार मिलने के बाद पटना में जल्द ही बिना परमिट चल रहे वाहनों के विरुद्ध अभियान चलाया जाएगा।

  • पटना शहरी क्षेत्र में ऑटो और ई-रिक्शा के परिचालन को भी जोन में बांटने का काम किया जा रहा है। इसे भी अगले एक से दो माह में लागू करने की तैयारी है।
  • इसके बाद एक निश्चित संख्या में ऑटो और ई-रिक्शा ही संबंधित रूट पर चलेगी। पटना में जिस जोन के लिए जो ऑटो चिन्हित रहेगा, वही उस जोन में चलेगा।
  • दूसरे जोन में चलने पर ऑटो को सीज कर लिया जाएगा। नियमों के विरुद्ध चलने वाले ऑटो-ई-रिक्शा पर अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।

जहानाबाद : वाहन जांच में 36 हजार रुपये जुर्माने की वसूली

ट्रैफिक पुलिस द्वारा संचालित अभियान के तहत गुरुवार को जहानाबाद में वाहन चेकिंग के दौरान 15 वाहन चालकों से 36 हजार रुपये जुर्माने की राशि वसूल की गई।

पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि जांच अभियान प्रत्येक दिन संचालित किए जाएंगे। वाहन चालक अपने कागजात लेकर ही घर से निकलें। यातायात नियम का सख्ती से पालन करें वरना जुर्माना देना होगा।

बेलसर थाने में देख-रेख के अभाव में बर्बाद हो रहीं हैं पुलिस के स्तर पर जब्त की गई गाड़ियां।

सारण: मशरक के महावीर चौक पर नो पार्किंग जोन में खड़े वाहनों पर कार्रवाई

मशरक थानाध्यक्ष अजय कुमार ने दारोगा सौरभ कुमार के साथ अभियान चलाया। इस दौरान सड़क के किनारे अवैध रूप से खड़े वाहनों के मालिक से जुर्माना वसूला गया। बताया गया कि नो पार्किंग जोन में खड़े वाहनों से हो रही दुर्घटनाओं पर नियंत्रण और सड़क जाम को नियंत्रित करने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है।

नो पार्किंग में खड़े वाहनों पर कार्रवाई करते पुलिस अधिकारी।उन्होंने कहा कि जल्द ही नगर पंचायत के कुछ और जगहों पर भी नो पार्किंग का बोर्ड लगाया जाएगा। उसका सभी को पालन करना पड़ेगा। बताते चलें कि नगर पंचायत क्षेत्र के कुछ इलाकों में बैंकों के आगे और कुछ बड़े दुकानों के आगे पार्किंग की व्यवस्था नहीं की गई है, जहां वाहनों की पार्किंग मुहैया कराई जा सके।

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Bihar Politics: प्रशांत किशोर को लेकर नीतीश की मंत्री का बयान, बिहार की राजनीति में उठ सकता है नया तूफान।

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नीतीश सरकार की परिवहन मंत्री शीला मंडल ने जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर पर जमकर हमला बोला है। शीला मंडल ने प्रशांत किशोर को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जनता प्रशांत किशोर के भ्रमजाल में नहीं फंसेगी और बिहार के छात्र-युवा विकास में विश्वास रखते हैं। शीला मंडल के बयान से घमासान मच सकता है। जनसुराज के नेता इसका विरोध कर सकते हैं।

नीतीश सरकार की परिवहन मंत्री शीला मंडल ने गुरुवार को जनसुराज नेता प्रशांत किशोर पर एक बार फिर से हमला बोला है। उन्होंने प्रशांत किशोर के लिए विवादित बयान दिए। इस बयान से सियासी घमासान मच सकता है।

प्रशांत किशोर लीडर नहीं डीलर हैं: शीला मंडल

शीला मंडल ने कहा कि प्रशांत किशोर लीडर नहीं डीलर हैं। जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित जन सुनवाई कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत के क्रम में उन्होंने यह बात कही।

जनता प्रशांत किशोर के भ्रमजाल में नहीं फंसेगी: शीला मंडल

परिवहन मंत्री ने कहा कि जनता प्रशांत किशोर के भ्रमजाल में कभी नही फंसेगी। बिहार के छात्र व युवा को विकास में विश्वास है।। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति उनकी अटूट आस्था है।

हाल ही में चार सीटों पर हुए उपचुनाव के बाद जो परिणाम आया उससे सब कुछ स्पष्ट हो चुका है। विपक्ष को जनता ने नकार दिया।

नीतीश कुमार ने बिहार के बच्चों को ठगा

प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के कलाकार बच्चों ने गांधी मूर्ति बनाई लेकिन उसके उसे पैसे नहीं मिले। बच्चों ने बहुत मेहनत से बनाया था लेकिन इस व्यवस्था ने उनलोगों के साथ अन्याय कर दिया। बच्चों ने अपना पैसा लगाकर और उधार मांगकर इस मूर्ति को बनाया था लेकिन उसे कुछ नहीं दिया गया।

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Politics News: BJP प्रदेश अध्यक्ष ने मांझी की मांग पर कहा- सीट शेयरिंग पर चर्चा जारी, सही समय पर सबकुछ स्पष्ट होगा।

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बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय मंत्री और हम पार्टी के संस्थापक जीतन राम मांझी के बयान से NDA की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। जीतन राम मांझी ने आगामी चुनाव में अपनी पार्टी के लिए 20 सीटों की मांग की है। इसके साथ ही ये भी कहा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता 40 सीटें चाहते हैं।

बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर महीने में विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2025) होने हैं, जिससे पहले राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियों शुरू कर दी हैं। वहीं गठबंधन के दलों ने भी अपनी मांगों को रखना शुरू कर दिया है।

इसी क्रम में केंद्रीय मंत्री और हम पार्टी के संस्थापक जीतन राम मांझी ने भी आगामी विधानसभा चुनाव में 20 सीटों पर अपनी दावेदारी पेश की है।

जीतन राम मांझी का कहना है कि आगामी विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी को 20 सीटों पर चुनाव लड़ने का मौका मिलना चाहिए। हालांकि, इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि उनके कार्यकर्ता 40 सीटें चाहते हैं। पटना के गांधी मैदान में जल्द ही हम के कार्यकर्ताओं का जुटान होगा, जिसमें आगामी चुनाव को लेकर चर्चा की जाएगी।

केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के 20 सीट की डिमांड पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल की प्रतिक्रिया सामने आई है। उनका कहना है कि शीट शेयरिंग पर सब कुछ पहले से तय हो गया है। इस दौरान उन्होंने बिहार में NDA की सरकार बनने का दावा भी किया।

बढ़ सकती हैं NDA की मुश्किलें

साल 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में जीतन राम मांझी की पार्टी ने 7 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें 4 सीटों पर जीत मिली थी। आगामी चुनाव में 20 सीटों की मांग को लेकर एनडीए में खींचतान की स्थिति देखने को मिल सकती है।

राज्यसभा में पहुंचना पार्टी का अगला मिशन

बसंतपुर शकुराबाद के मैदान में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा सेकुलर के बैनर तले विधानसभा सम्मेलन सह मिलन कार्यक्रम का आयोजिन किया गया था, जिसमें केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने राज्यसभा में पहुंचने की इच्छा जताई।उन्होंने कहा कि हम गरीबों की पार्टी है। गरीबों को विचारधारा को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से इस पार्टी का निर्माण किया गया है। इस विचारधारा को आगे बढ़ाते हुए हम पार्टी लगातार विकास कर रही है। हम लोग विधानसभा, लोकसभा व विधान परिषद तक पहुंच चुके हैं, बस राज्यसभा नहीं पहुंच पाए हैं। अगला मिशन राज्यसभा ही है।

कुछ लोगों को विकास अच्छा नहीं लगा: मांझी

केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि जब हम मुख्यमंत्री बने थे तो सबसे पहले गरीबों के विकास के लिए हमने कई योजनाओं की रूपरेखा तैयार की थी, लेकिन कुछ लोगों को मेरा विकास करना अच्छा नहीं लगा और मुझे कुर्सी से हटा दिया गया।जहानाबाद विधानसभा के तीनों सीटों पर मजबूत दावेदारी को लेकर सम्मेलन किया गया है। हम लोग का जो मिशन है बिहार में 40 सीटों पर चुनाव लड़ने का यह सपना भी पूरा होगा।केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा की जो पांच लाख की योजना है उसे 15 लाख का स्टीमेट बनाया जा रहा है। नतीजा लगातार पुल पुलिया गिरने का मामला भी आप लोगों ने देखा है।

भूमिहीनों को मिलेगी जमीन

अगर 20 सीट पर भी हम विजयी होते हैं तो सबसे पहले गरीब भूमिहीन को जमीन मुहैया कराने के साथ-साथ सभी गरीबों को मुफ्त में शिक्षा व जमीन उपलब्ध कराएंगे। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के कार्यकाल को आप लोग देख चुके हैं। आज जो जमीन पर अवैध कब्जा है वह महागठबंधन के लोगों के पास ही है।हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बिहार सरकार के मंत्री डॉ. संतोष कुमार सुमन ने कहा कि हमारी पार्टी गरीबों की पार्टी है। गरीबों के विकास के लिए हमसे जितना संभव हो रहा है हम कार्य कर रहे हैं।

गरीबों के विकास के लिए काम करेंगे

आप लोग अगर विधानसभा में हमें मजबूत करने का कार्य करेंगे तो गरीबों के लिए विकास होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता व संचालन जिलाध्यक्ष मनीष कुमार ने किया। मौके पर राजाराम मांझी,पंपी शर्मा, रितेश कुमार उर्फ चुन्नू शर्मा, शंकर मांझी, सुनील शर्मा सहित कई लोग उपस्थित थे।

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