Latest News Viral News Business Job
Times News Live - Banner
Times News Live - Banner2
Times News Live Banner3
previous arrow
next arrow

auto-news

Nitish Kumar: विधानसभा में नीतीश कुमार का बड़ा खुलासा: लालू प्रसाद ने किया था अति पिछड़ों के आरक्षण का विरोध

Published

on

नीतीश कुमार ने विधानसभा में खुलासा किया कि लालू यादव अति पिछड़ों के लिए अलग आरक्षण के खिलाफ थे। वे चाहते थे कि पिछड़ों के नाम पर ही आरक्षण हो। नीतीश ने कहा कि अति पिछड़ों को अलग आरक्षण जननायक कर्पूरी ठाकुर की कल्पना थी। उन्होंने लालू यादव को मुख्यमंत्री बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। अब अगले चुनाव में विपक्ष को कुछ नहीं मिलने वाला।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने मंगलवार को विधानसभा में खुलासा किया कि सरकार में रहते लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) नहीं चाहते थे कि सरकारी सेवाओं और अन्य संस्थानों में अति पिछड़ों के लिए अलग से आरक्षण का प्रविधान किया जाए। लालू चाहते थे कि दोनों को मिलाकर सिर्फ पिछड़ों के नाम पर आरक्षण का प्रविधान किया जाए।

उन्होंने विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को कहा कि अति पिछड़ों के आरक्षण के विरोध के कारण वे जनता दल से अलग हुए। अलग पार्टी बनाई। नीतीश ने कहा कि अति पिछड़ों को अलग आरक्षण जननायक कर्पूरी ठाकुर की कल्पना थी।

उन्होंने कहा कि 1990 में लालू यादव को मुख्यमंत्री बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी। उस समय स्वजातीय विधायक भी लालू प्रसाद का विरोध कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले विधानसभा चुनाव में विपक्ष को कुछ नहीं मिलने वाला है। राज्य के लोग इन्हें पहचान रहे हैं।

सरकारी जवाब के दौरान शोरगुल करने पर मुख्यमंत्री ने कई बार विपक्षी विधायकों को मीठी झिड़की दी। मुख्यमंत्री का भाषण समाप्त होने के कुछ पहले विपक्षी सदस्यों ने सदन का वहिर्गमन किया। मुख्यमंत्री ने विपक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा कि उन्हें कुछ नहीं पता है। सड़कों की हालत इतनी खराब थी कि सांसद रहते हुए उन्हें अपने क्षेत्र में पैदल भ्रमण करना पड़ता था। डर के मारे सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त था।

नीतीश बोले- सत्ता में आने के बाद उनकी सरकार ने…

उन्होंने कहा कि कृषि रोड मैप से राज्य में कृषि का विकास हुआ है। खेतों में बिजली के माध्यम से सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। कुमार ने कहा कि सत्ता में आने के बाद उनकी सरकार ने पहले पंचायती राज और बाद में नगर निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया। उसके बाद से चार चुनाव हुए। नीतियों के निर्माण में महिलाओं की सहभागिता बढ़ी है। महिलाओं के उत्थान के लिए कई प्रयास किए गए। 2013 में महिलाओं को पुलिस में 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया।

आज देश में सबसे अधिक महिला सिपाही बिहार में है। 2016 मे महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि 2006 में विश्व बैंक से कर्ज लेकर गठन महिलाओं के लिए स्वयं सहायता समूह का गठन किया गया। बाद में इसे जीविका का नाम दिया गया। उस समय केंद्र सरकार के एक मंत्री आए।

उन्होंने जीविका के काम को देखा। सराहा और फिर आजीविका के नाम से इसे पूरे देश में लागू किया। इस समय जीविका दीदियों की संख्या एक करोड़ 38 लाख है। शहरी क्षेत्र में तीन लाख से अधिक जीविका दीदियां काम कर रही हैं। राज्य सरकार तलाकशुदा मुस्लिम महिलाओं को एकमुश्त 25 हजार रुपये की सहायता दे रही है।

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

auto-news

The High Court of Patna : दहेज हत्या केस में न्यायिक मजिस्ट्रेट की अर्जी हुई खारिज, हाई कोर्ट ने जांच की जिम्मेदारी CBI को सौंपी।

Published

on

पटना हाई कोर्ट ने रोहतास जिले के निलंबित न्यायिक अधिकारी प्रतीक शैल की याचिका को खारिज कर दिया है। कोर्ट ने दहेज हत्या मामले में दर्ज प्राथमिकी को वैध मानते हुए केस की पूरी जांच सीबीआई को सौंपने का निर्देश दिया है। यह निर्णय न्यायालय ने तकनीकी बिंदुओं और मेडिकल सबूतों के आधार पर लिया है।

1 . कोर्ट ने केस की तफ्तीश सीबीआई को सौंपने का फैसला सुनाया।

पटना हाई कोर्ट ने अपने एक अहम फैसले में रोहतास जिले के निलंबित न्यायिक अधिकारी प्रतीक शैल की याचिका को खारिज करते हुए न केवल प्राथमिकी को बरकरार रखा, बल्कि मामले की पूरी जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को सौंपने का आदेश भी दिया।

यह फैसला न्यायमूर्ति विवेक चौधरी की एकलपीठ ने प्रतीक शैल की क्रिमिनल रिट याचिका पर सुनवाई करते हुए दिया। याचिकाकर्ता ने अपनी पत्नी की मृत्यु से संबंधित आलमगंज थाना कांड संख्या 747/2023 में दहेज हत्या (आईपीसी 304B) के आरोप में दर्ज प्राथमिकी को रद्द करने की मांग की थी।

Continue Reading

auto-news

Bihar : की मुख्य खबरें 18 अप्रैल 2025:Sheohar News .शिवहरवासियों को बड़ी सौगात, मेडिकल कॉलेज खोलने की तैयारी तेज; CM नीतीश कुमार करेंगे शिलान्यास :

Published

on

chief minister nitish kumar

Bihar Hindi News :शिवहर में जल्द ही एक नया मेडिकल कॉलेज स्थापित किया जाएगा और अदौरी-खोरीपाकड़ के बीच बागमती नदी पर पुल का निर्माण भी किया जाएगा। यह जानकारी विधायक चेतन आनंद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान साझा की। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज के लिए उपयुक्त जमीन की पहचान की जा रही है। चेतन आनंद ने यह भी कहा कि शिवहर के सर्वांगीण विकास के लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शीघ्र ही मेडिकल कॉलेज की नींव रखेंगे।

1 . विधायक ने साझा की जानकारी, बोले – शिवहर के चहुंमुखी विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं।

शिवहर के विधायक | चेतन आनंद ने बताया कि जिले में जल्द ही मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जाएगी। साथ ही, अदौरी और खोरीपाकड़ के बीच बागमती नदी पर एक पुल का निर्माण भी प्रस्तावित है।

शिवहर के , चेतन आनंद ने बताया कि जिले में जल्द ही मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जाएगी। साथ ही, अदौरी और खोरीपाकड़ के बीच बागमती नदी पर एक पुल का निर्माण भी प्रस्तावित है।

Continue Reading

auto-news

Bihar News Teacher Transfer : बिहार में शिक्षा विभाग का बड़ा निर्णय, 7351 महिला शिक्षकों का किया गया स्थानांतरण।

Published

on

Bihar Hindi News Today :बिहार में दूरी के मानदंड के आधार पर 7351 महिला शिक्षकों का अंतरजिला तबादला किया गया है, जिनमें 91 नियमित और 7260 सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षिकाएं शामिल हैं। शिक्षा विभाग ने स्थानांतरित शिक्षिकाओं की सूची जारी कर दी है। इन शिक्षिकाओं को नए जिलों में 25 अप्रैल से 30 अप्रैल के बीच स्कूल आवंटित किए जाएंगे। वहीं, पटना में स्थानांतरण की इच्छुक 6772 शिक्षिकाओं के आवेदनों पर बाद में विचार किया जाएगा।

  1. 1 . 7,351 महिला शिक्षिकाओं का तबादला
    2 . शिक्षा विभाग ने सूची की घोषणा की
    3 . पटना स्थानांतरण के आवेदन होंगे बाद में समीक्षा के लिए

पटना/मुजफ्फरपुर। बिहार में दूरी को आधार मानते हुए 7,351 महिला शिक्षकों का अंतरजिला ट्रांसफर किया गया है। इनमें 91 महिला शिक्षक पुराने वेतनमान के तहत नियमित नियुक्त हैं, जबकि शेष 7,260 शिक्षक सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण विशिष्ट शिक्षिकाएं हैं।

Continue Reading

Trending