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BPSC TRE 3.0 Counselling: शिक्षक भर्ती की काउंसलिंग आज से, इन जरूरी दस्तावेजों को पहले से कर लें तैयार।

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BPSC TRE 3.0 Counselling: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती (TRE 3.0) के लिए नई काउंसलिंग तिथियों की घोषणा कर दी गई है। जारी कार्यक्रम के अनुसार, तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती के लिए काउंसलिंग की प्रक्रिया आज, यानी 21 जनवरी से शुरू हो रही है। योग्य उम्मीदवार कल से काउंसलिंग प्रक्रिया के लिए पंजीकरण कर सकेंगे।

BPSC TRE 3.0 Counselling Schedule: काउंसलिंग का कार्यक्रम

प्राथमिक (कक्षा 1 से 5) के लिए काउंसलिंग अब 21 से 25 जनवरी 2025 तक आयोजित की जाएगी। कक्षा 6 से 8 (उच्च प्राथमिक स्तर) की काउंसलिंग 27 से 29 जनवरी 2025 तक होगी। इसके अलावा, टीजीटी (कक्षा 9 और 10) के लिए काउंसलिंग 30 जनवरी से 1 फरवरी 2025 तक होगी। वहीं, पीजीटी (कक्षा 11 और 12) की काउंसलिंग 4 और 5 फरवरी 2025 को संपन्न होगी।

स्तरकाउंसलिंग तिथि
प्राथमिक (कक्षा 1 से 5)21 से 25 जनवरी 2025
उच्च प्राथमिक (कक्षा 6 से 8)27 से 29 जनवरी 2025
टीजीटी (कक्षा 9 और 10)30 जनवरी से 1 फरवरी 2025
पीजीटी (कक्षा 11 और 12)4 और 5 फरवरी 2025

शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि काउंसलिंग प्रक्रिया तिथिवार और स्लॉट के अनुसार आयोजित की जाएगी। सभी संबंधित अभ्यर्थियों को उनके स्लॉट की जानकारी SMS के माध्यम से प्रदान की जाएगी। काउंसलिंग के लिए निर्धारित समय और स्थान की जानकारी आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होगी।

BPSC Teacher Vacancy: बिहार में शिक्षकों के रिक्त पद

बिहार में शिक्षकों की भर्ती के तहत निम्नलिखित पदों पर आवेदन आमंत्रित किए गए:

  • प्राथमिक स्तर (कक्षा 1 से 5): 21,911 पद
  • उच्च प्राथमिक स्तर (कक्षा 6 से 8): 16,989 पद
  • टीजीटी (कक्षा 9 और 10): 15,250 पद
  • पीजीटी (कक्षा 11 और 12): 12,195 पद

पहले तय की गई तिथियां बदली गईं

शुरुआत में काउंसलिंग 16 से 21 दिसंबर 2024 तक आयोजित होनी थी। बाद में इसे संशोधित कर 23 से 30 दिसंबर 2024 किया गया। हालांकि, काउंसलिंग शुरू होने से ठीक पहले इसे पुनः बदलकर 9 से 16 जनवरी 2025 कर दिया गया। अब एक बार फिर से नई तिथियों की घोषणा की गई है, जो 21 जनवरी से 5 फरवरी 2025 तक निर्धारित हैं।

Documents Required for Bihar Teacher 3.0 Counselling: इन दस्तावेजों की होगी जरूरत

काउंसलिंग में भाग लेने के लिए उम्मीदवारों को कुछ दस्तावेजों की आवश्यकता होगी। इन दस्तावेजों को अधिकारियों द्वारा क्रॉस-सत्यापित किया जाएगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उम्मीदवारों के पास प्रामाणिक पात्रता है। हमने नीचे अनुभाग में दस्तावेज़ों की सूची निर्धारित की है। 

  • बीपीएससी शिक्षक एडमिट कार्ड 2024 और स्व-सत्यापित फोटोकॉपी
  • सभी शैक्षिक योग्यता दस्तावेज उनकी स्व-सत्यापित फोटोकॉपी के साथ
  • सीटीईटी/बीटीईटी/टीईटी/एसटीईटी उत्तीर्ण प्रमाण पत्र उनकी स्वयं सत्यापित फोटोकॉपी के साथ
  • 3 पासपोर्ट आकार की तस्वीरें
  • आरक्षण प्रमाण पत्र एवं उसकी स्वयं सत्यापित फोटोकॉपी
  • DOB आरक्षण स्वयं सत्यापित फोटोकॉपी के साथ

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Bihar News: बहन के घर जा रहे नीतेश की सड़क हादसे में मौत, कोहरे ने ली दो की जान

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पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच चल ही है। कोहरे के कारण यह हादसा हुआ है। मामले में आगे की कार्रवाई चल रही है। 

वैशाली जिले के महुआ थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना में दो युवकों की मौत हो गई। यह घटना महुआ मंगरू चौक से अब्दुलपुर जाने वाली सड़क पर महुआ सदापुर स्थित कुटिया के पास हुई। मृतकों की पहचान परमानंदपुर बनारसीपुर निवासी लक्ष्मी सिंह के पुत्र नीतेश कुमार और नेपाल के मोरडग जिले के रगेली निवासी शंकर सरदार के पुत्र सुनील सरदार के रूप में हुई।

दो-दो मौत से गांव में पसरा मातम
घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। इधर, सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया। पुलिस का कहना है कि सड़क हादसे में दो लोगों की मौत हो गई। मामले की जांच चल ही है। कुछ लोगों से पूछताछ चल रही है। इधर, इस घटना के बाद पूरे गांव में मातम छाया हुआ है और परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल है।

चारदीवारी से टकराई बाइक
परिजनों का कहना है कि मंगलवार देर रात नीतेश रिश्तेदार के साथ अपनी बहन के घर जा रहा था, लेकिन कुहासे के कारण उसकी बाइक सड़क किनारे चारदीवारी से टकरा गई। हादसा इतना भीषण था कि दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद घटनास्थल पर भारी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और स्थानीय थाने की पुलिस ने घटना की जानकारी दी। 

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Ed Raid in Bihar: ED ने रेलवे क्लेम घोटाले में बड़ी छापेमारी की, पटना और नालंदा में 5 ठिकानों पर जांच जारी।

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बिहार में ईडी की ताबड़तोड़ छापामारी जारी है। ईडी ने रेलवे क्लेम घोटाले मामले में बुधवार की सुबह से पटनानालन्दा और मैंगलूर समेत पांच स्थानों पर अपनी कार्रवाई को अंजाम दिया है। रेलवे के कर्मचारियों के नाम पर फर्जी दस्तावेजों के सहारे करीब 100 करोड़ से अधिक से का घोटाला किया गया है। ईडी के रडार पर वकील न्यायिक अधिकारी से लेकर सरकारी अधिकारी हैं।

 रेलवे क्लेम घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार की सुबह से पटना,नालन्दा और मैंगलूर समेत पांच स्थानों पर अपनी कार्रवाई को अंजाम दिया है। यह घोटाला 100 करोड़ से अधिक का माना जा रहा है। यह घोटाला रेलवे कर्मचारियों के नाम पर फर्जी दस्तावेजों के सहारे किया गया है।

ईडी इस मामले में कई न्यायिक अधिकारियों, वकीलों और सरकारी कर्मचारियों की भूमिका की जांच कर रही है। खासकर, रेलवे न्यायिक अधिकारी रहे आर.के. मित्तल और वकील बी.एन. सिंह के ठिकानों पर छापेमारी की गई है। उल्लेखनीय है कि आर.के. मित्तल को कुछ साल पहले भ्रष्टाचार के आरोप में सेवा से बर्खास्त किया गया था।

रेलवे में हुए करोड़ो के इस घोटाले में सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन न्यायमूर्ति रंजन गोगोई और न्यायमूर्ति उदय यू. ललित की पीठ के निर्देश पर सीबीआइ ने यह मामला दर्ज किया था।

माना जा रहा है कि इस घोटाले में रेलवे कर्मचारियों के नाम पर फर्जी दावे दाखिल किए गए थे और फिर उन दावों के आधार पर बड़ी रकम हड़पी गई थी। इस पूरे रैकेट में कई लोगों की मिलीभगत थी।

सूत्रों की माने तो एक-एक व्यक्ति के नाम पर चार-चार बार धन की उगाही की गई। मामला वर्ष 2015-2018 के बीच का है। सीबीआइ की कार्रवाई को आधार बनाकर प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले की जांच शुरू की थी।

बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भारत सरकार की एक प्रमुख जांच एजेंसी है, जो आर्थिक अपराधों और वित्तीय अनियमितताओं की जांच करने के लिए जिम्मेदार है। बता दें कि ईडी अलग-अलग मामलों में बिहार में लगातार धावा बोल रही है।

हाल में ही महुआ ग्रुप ऑफ कंपनी पर ईडी ने शिकंजा कसते हुए उसके संचालक को गिरफ्तार कर लिया। ईडी के निशाने पर कई बालू माफिया भी हैं, जो अवैध तरीके से धंधा चला रहे हैं।

ईडी कैसे करती है काम

  • आरोप पत्र दाखिल करना: ईडी जांच के बाद आरोप पत्र दाखिल करती है।
  • अदालत में मामला चलाना: ईडी अदालत में मामला चलाती है और आरोपियों को दोषी ठहराने के लिए प्रयास करती है।
  • संपत्ति की जब्ती: ईडी आर्थिक अपराधों से प्राप्त संपत्ति की जब्ती करती है।

ईडी के मुख्य काम

  • मनी लॉन्डरिंग की जांच
  • वित्तीय अनियमितताओं का पता लगाना
  • अपराधियों की संपत्ति की जब्ती
  • आर्थिक अपराधों को रोकने के लिए नीतियों का निर्माण
  • विदेशी मुद्रा के अवैध लेन-देन की जांच
  • कर चोरी और अन्य वित्तीय अपराधों की जांच

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Train Cancelled: किउल-गया रूट पर 45 दिनों तक ट्रेन सेवाओं में कटौती, वंदे भारत को लेकर नया आदेश जारी।

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किउल गया रेलखंड पर दो सिंगल लाइन के निर्माण कार्य के कारण 45 दिनों तक कई ट्रेनों का परिचालन रद्द रहेगा। 53616 गया जमालपुर फास्ट पैसेंजर से लेकर 53632 झाझा गया पैसेंजर तक कुल 8 ट्रेनों को 21 जनवरी से 6 मार्च तक रद्द कर दिया गया है। कामख्या गया ट्रेन का परिचालन मानपुर से किया जाएगा। बंदे भारत और गया हावड़ा एक्सप्रेस नियमित चलेंगी।

गया जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या 4 एवं 5 के निर्माण कार्य को गति प्रदान करने के लिए किउल गया रेलखंड में चलने वाली कई ट्रेनों को 45 दिनों के लिए रद कर दिया गया है।

53616 गया जमालपुर फास्ट पैसेंजर, 53615 जमालपुर गया, 53636 गया किउल 53627 किउल गया,53634 गया किउल 53635 किउल गया, 53631 गया झाझा पैसेंजर, 53632 झाझा गया पैसेंजर ट्रेन को 21 जनवरी से 6 मार्च 25 तक रद कर दिया गया है।

वहीं, कामख्या गया रूट पर ट्रेन का परिचालन मानपुर से किया जाएगा। वंदे भारत और गया हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन नियमित रूप से चलता रहेगा।

इस संबंध में स्टेशन प्रबंधक रवि ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों ने निर्माण कार्य को देखते हुए यह निर्णय लिया है।

घंटों ठप रहा ट्रेन का परिचालन

  • दूसरी तरफ, पटना-गया रेलखंड पर परिचालित 63242 डाउन सवारी गाड़ी का परिचालन रद कर देने और 63244 डाउन के रैक को कम कर देने से यात्रियों के बीच नाराजगी देखी गई।
  • नाराज यात्रियों ने सोमवार को पोठही स्टेशन पर 63244 डाउन ट्रेन को रोक जमकर हंगामा किया। इस दौरान 13347 पलामू एक्सप्रेस भी पोठही होम सिंग्नल पर खड़ी रही।
  • बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने यात्रियों को समझाकर किसी तरह से शांत कराया और करीब डेढ घंटे बाद पोठही स्टेशन से 63244 डाउन ट्रेन पटना के लिए रवाना हो सकी।
  • गौरतलब है कि गया जंक्शन पर प्लेटफार्म संख्या चार और पांच के विस्तारीकरण के कारण पीजी खंड से गुजरने वाली कई ट्रेनों का या तो रूट बदल दिया गया है अथवा उसका परिचालन स्थगित कर दिया गया है। 
  • पीजी खंड के कुछ ट्रेनों के रैक को कम कर दिया गया है। इससे यात्रियों को पटना और गया आनेजाने में काफी परेशानी हो रही है।

यात्रियों से खचाखच भरी थी ट्रेन

इधर मंगलवार की सुबह जैसे ही 63244 डाउन पोठही स्टेशन पर पहुंची पूर्व से ही यात्रियों से खचाखच भरी ट्रेन में यात्री सवार नहीं हो सके।

इससे नाराज होकर उन्होंने ट्रेन की ईंजन के आगे बैठकर विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया, जिससे ट्रेन वहीं रूकी रही।

यात्रियों का आरोप था कि दानापुर मंडल मनमानीपूर्ण तरीके से इस खंड पर बीते माह के अंतिम सप्ताह से ट्रेनों का परिचालन कर रहा है।

मंगलवार से 63242 डाउन ट्रेन रद कर दी गई है और फिर 63244 डाउन का रैक भी कम कर दिया गया है। इससे उन्हें पटना जाना मुश्किल हो गया है।

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