BPSC की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि पुनर्परीक्षा से कम पर बात नहीं होगी। मुख्य सचिव ने रविवार को छात्रों के प्रतिनिधिमंडल को बात करने के लिए बुलाया था लेकिन लाठीचार्ज और विवाद की वजह से बातचीत के लिए अभ्यर्थी नहीं पहुंचे। मुख्य सचिव का कहना है कि आज भी उन्हें अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल का इंतजार रहेगा।
गांधी मैदान में सात घंटे तक चले छात्र संसद में सभी एकमत थे कि बीपीएससी 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा रद करना ही प्रमुख मांग है। राज्य सरकार या बीपीएससी से पुनर्परीक्षा से कम पर बात नहीं होगी।
कुछ अभ्यर्थी दोपहर में ही मुख्यमंत्री आवास मार्च के लिए दबाव बना रहे थे, लेकिन प्रशांत किशोर ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री दिल्ली में हैं। इसके बाद मार्च टाल दिया गया। वहीं देर शाम जेपी गोलंबर पर बैरिकेडिंग तोड़ आगे बढ़ रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया।
प्रशासन से बातचीत के लिए प्रतिनिधिमंडल को शाम चार बजे बुलाया गया है। प्रतिनिधिमंडल का चयन कर लें। इसपर शिक्षक रमांशु ने मुख्यमंत्री के नाम तैयार पत्र को पढ़कर अभ्यर्थियों से उनका पक्ष जाना। सभी ने एक स्वर में कहा कि पुनर्परीक्षा ही एक मात्र विकल्प है।
शाम में प्रशांत किशोर के साथ अभ्यर्थी गांधी मैदान से निकलकर जेपी गोलंबर पर जमा हुए। इस दौरान जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारी वार्ता के लिए प्रतिनिधिमंडल को भेजकर सभी को लौट जाने की बात कही।पुलिस ने प्रशांत किशोर को भी आगे बढ़ने से रोका। इसके बाद प्रशांत किशोर ने कहा कि मुख्य सचिव ने अभ्यर्थियों को वार्ता के लिए बुलाया है। यदि वार्ता में बात नहीं बनती है तो सोमवार को आगे के आंदोलन के लिए रणनीति बनाई जाएगी।
अभ्यर्थियों का आज भी रहेगा इंतजार
सचिव अमृतलाल मीणा ने कहा कि बीपीएससी अभ्यर्थियों ने उनसे मिलने का संदेश भेजा था। उनको यह बताया गया कि मुख्य सचिव से मिलने में कोई परेशानी नहीं है। जब चाहें वे आकर बातचीत कर सकते हैं। सरकार का दरवाजा खुला हुआ है। मिलने से कभी किसी ने उनको नहीं रोका है।अभ्यर्थियों का संदेशा मिलने के बाद रविवार को कोई मिलने नहीं आया है। संभव है कि बीपीएससी अभ्यर्थियों का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को मिलने आए। उन्होंने कहा कि अभ्यर्थी शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात कहें। किसी के बहकावे में आकर गलत निर्णय नहीं लें।
जिला प्रशासन की घोषणा का नहीं दिखा असर
गर्दनीबाग धरना स्थल पर 10 दिनों से अनशन कर रहे बीपीएससी अभ्यर्थियों का दल रविवार की दोपहर गांधी मैदान के बापू प्रतिमा के पास जमा हुआ। अभ्यर्थियों को जमा होते देख जिला प्रशासन की ओर माइक से घोषणा कराई जा रही थी कि गांधी मैदान के बापू प्रतिमा स्थल के आसपास के क्षेत्र को प्रतिबंधित कर दिया गया है।यहां एकत्रित होने की अनुमति नहीं प्रदान की गई है। बावजूद इसके अभ्यर्थियों का उत्साह चरम पर था। दोपहर एक बजे के आसपास जनसुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर पहुंचे। इस दौरान दो गुट आपस में ही भिड़ गए। प्रशांत किशोर, शिक्षक व छात्र नेताओं ने उन्हें शांत कराया।
गांधी मैदान स्थित जेपी गोलंबर पर प्रदर्शनकारी बीपीएससी अभ्यर्थियों पर पुलिस ने किया वाटर कैनन का प्रयोग
पानी की बैछार और लाठीजार्च से दौरान कई अभ्यर्थी सड़क पर गिर गए। इसमें एक अभ्यर्थी बेहोश हो गया, जिसे बाद में अभ्यर्थियों और प्रशासन के सहयोग से अस्पताल में भर्ती कराया गया। लाठीचार्ज में कई अभ्यर्थी चोटिल हुए हैं। पानी की बौछार में भीगने की वजह से भी अभ्यर्थियों को ठंड से भी दो-चार होना पड़ा।
बीपीएससी अभ्यर्थी पर लाठीचार्ज करती पुलिसअनुमति नहीं मिलने के बावजूद गांधी मैदान में गांधी मूर्ति के पास रविवार शाम जनसुराज पार्टी के छात्र संसद के दौरान प्रदर्शन व हंगामा मामले में प्रशासन ने कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।प्रशांत किशोर, जनसुराज के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती समेत 21 को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। गांधी मैदान थाने में दर्ज प्राथमिकी में छह-सात सौ अज्ञात को भी आरोपित किया गया है। जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा है कि इनके खिलाफ कानून व्यवस्था भंग करने को लेकर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस ने की लाठीचार्ज की निंदा
बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा रद करने के लिए आंदोलन कर रहे छात्रों पर एक बार फिर लाठी चार्ज किया गया है। जिसके बाद कांग्रेस ने इसकी निंदा की है। बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधान पार्षद प्रेमचंद मिश्रा ने कहा है कि लाठी चार्ज किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता है।उन्होंने बयान जारी कर कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री को चाहिए कि वे बिहार लोक सेवा आयोग के अभ्यर्थियों से वार्ता करे। पुलिस बल का प्रयोग करना समस्या का समाधान नहीं, बार-बार लाठी चार्ज अनुचित है।
राजद की अपील
बीपीएससी अभ्यर्थियों की मांगों का पूर्ण समर्थन करते हुए राजद ने सरकार से आग्रह किया है कि वह अपनी कथित जिद छोड़ प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) दोबारा कराए।रविवार को बयान जारी कर पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने बताया कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव मुख्यमंत्री को दो-दो बार पत्र लिखकर बीपीएससी 70 पीटी की पुनर्परीक्षा लेने का आग्रह कर चुके हैं।चित्तरंजन ने कहा कि छात्रों के भविष्य के साथ राजद खिलवाड़ नहीं होने देगा। अभ्यर्थियों के साथ ऐसा व्यवहार आज तक कभी नहीं हुआ।
प्रशांत किशोर पर भड़के तेजस्वी यादव
छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के बाद तेजस्वी यादव ने प्रशांत किशोर पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग आंदोलन को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। हम चाहते तो हम भी 5 लाख लोगों की भीड़ एकत्र कर लेते। इस दौरान उन्होंने छात्रों के शांतिपूर्ण आंदोलन की शक्ति की भी बात कही।
Bihar News: शराब तस्कर मानिकपुर गांव में पहुंचकर छुपने की कोशिश करने लगे। जब पुलिस वहां पहुंची तब शराब तस्कर भागने लगे और पुलिस टीम पर फायरिंग करना शुरू कर दिया।
गोपालगंज जिले के नगर थाना क्षेत्र के मानिकपुर गांव में पुलिस और शराब तस्करों के बीच बुधवार की देर रात मुठभेड़ हो गई। इस घटना में पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए गोली चलाई जिसमें एक अपराधी के पैर में गोली लगने से बदमाश जख्मी हो गया। जख्मी बदमाश को हिरासत में लेकर इलाज के लिए सदर अस्पताल गोपालगंज में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद स्थिति को गंभीर देखते हुए पटना पीएमसीएच के लिए रेफर कर दिया।जख्मी बदमाश की पहचान काकड़कुंड गांव निवासी राजू राम के रूप में की गई है।
छापेमारी के लिए गश्ती कर रही थी पुलिस बताया जाता है कि जिले के नगर थाना की पुलिस टीम शराब तस्करों के खोज में छापेमारी करने के लिए गश्ती कर रही थी। किसी बीच एक कार सवार कुछ शराब तस्कर जिले में प्रवेश करना चाह रहे थे। तभी पुलिस ने शक के आधार पर कार सवार को रोकना चाहा लेकिन कार सवार रुकने के बजाय डायवर्जन को तोड़ते हुए भागने लगे। शराब तस्कर मानिकपुर गांव में पहुंचकर छुपने की कोशिश करने लगे। लेकिन जब पुलिस वहां पहुंची तब अपराधी भागने लगे और पुलिस टीम पर फायरिंग करना शुरू कर दिए।
बदमाश के पैर में पुलिस की गोली लग गई पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए गोली चलाई जिसमें एक अपराधी के पैर में पुलिस की गोली लग गई। इससे वह भाग नहीं सका और पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने घायल को इलाज के लिए सदर अस्पताल गोपालगंज में भर्ती कराया जहां डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद स्थिति को गंभीर देखते हुए पटना पीएमसीएच के लिए रेफर कर दिया। वहीं एक अन्य अपराधी को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिससे पुलिस पूछताछ करने में जुटी हुई है।
बिहार में भूमि रजिस्ट्री के साथ ही दाखिल-खारिज की प्रक्रिया को भी सरल बनाया गया है। अब ऑनलाइन जमाबंदी के तहत यह दोनों प्रक्रियाएं एक साथ पूरी होंगी। जानिए, इसके लिए क्या है पूरी प्रक्रिया और कैसे आप इसे ऑनलाइन कर सकते हैं।
बिहार में नई व्यवस्था: अब नीतीश सरकार यूपी और मध्य प्रदेश जैसी व्यवस्था बिहार में भी लागू कर रही है, जहां दो विभागों के समन्वय से लोग ऑनलाइन जमाबंदी करा सकेंगे।
बिहार में जमीन के लेन-देन की नई व्यवस्था: अगर आप भी बिहार में जमीन खरीद या बेचने जा रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है। नीतीश सरकार अब उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसी व्यवस्था बिहार में भी लागू करने जा रही है। दो विभागों के समन्वय से यह नई व्यवस्था शुरू होगी, जिसके तहत अब लोग ऑनलाइन जमाबंदी करा सकेंगे। इसके अलावा, जमीन की खरीद-बिक्री के बाद विक्रेता के हिस्से का रकबा तुरंत घट जाएगा।
इतना ही नहीं जमाबंदी के लिए खरीदार को अलग से अंचल कार्यालय में आवेदन की जरूरत नहीं होगी। रजिस्ट्री होते ही जमाबंदी के लिए ऑनलाइन आवेदन अंचल कार्यालय जायेगा। यहां से जमीन बेचने वाले का रकबा को घटाकर नई जमाबंदी दर्ज की जायेगी। भूमि सुधार विभाग के आधिकारिक सूत्रों की मानें तो पहले चरण में पायलट प्रोजेक्ट के लिए पटना और मुजफ्फरपुर के कुल तीन निबंधन कार्यालयों में यह सुविधा दी गई है। इनकें संपतचक, फतुहा और सकरा निबंधन कार्यालय शामिल है। जल्द ही अन्य निबंधन कार्यालय में शुरू कर दिया जायेगा।
बिहार में 137 निबंधन कार्यालयों में ऑनलाइन रजिस्ट्री की व्यवस्था शुरू
बिहार के 137 निबंधन कार्यालयों में अब ऑनलाइन रजिस्ट्री की सुविधा शुरू कर दी गई है। राजस्व और भूमि सुधार विभाग के अधिकारियों के अनुसार, निबंधन कार्यालयों को पेपरलेस बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पहले चरण में आरा, शेखपुरा, डेहरी और पूर्वी चंपारण के केसरिया निबंधन कार्यालयों में यह व्यवस्था लागू होगी, जहां सभी कार्य ऑनलाइन किए जाएंगे।
इस नई व्यवस्था के तहत अधिकारियों और कर्मचारियों के हस्ताक्षर भी डिजिटल होंगे। फाइनल रजिस्ट्री प्रक्रिया पूरी होने के बाद डीड पेपर पर निकाली जाएगी, जो खरीदार को दी जाएगी, और विक्रेता के पास उसकी छायाप्रति रहेगी। विभाग का दावा है कि इस व्यवस्था से फर्जीवाड़े की संभावना समाप्त हो जाएगी।
कुछ दिन पहले ही तेजस्वी यादव ने कहा था कि सीएम नीतीश कुमार अब थक चुके हैं। उनके लिए महागठबंधन का दरवाजा बंद है। अब लालू प्रसाद के इस बयान ने सबको चौंका दिया है। सियासी गलियारे में भी हलचल तेज हो गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में रहेंगे या महागठबंधन शामिल होंगे? इन दिनों यह सवाल सभी लोग पूछ रहे हैं। इसी सवाल को लेकर राष्ट्रीय जनता दल के सुपीमो लालू प्रसाद यादव ने जो बयान दिया है, वह चौंकाने वाला है। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा है कि सीएम नीतीश कुमार के लिए दरवाजे खुले हुए हैं। वह साथ में आएं और काम करें। वह अगर महागठबंधन के साथ आना चाहते हैं तो आ जायें। इस बयान ने सियासी गलियारे में हलचल तेज कर दी। साथ ही एनडीए खेमे की बेचैनी भी बढ़ा दी है।
दरअसल, एक जनवरी को राजद सुप्रीमो की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी का जन्मदिन था। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान जन्मदिन को लेकर आयोजित किए गये समारोह में शामिल हुए थे। इसी दौरान पत्रकारों ने लालू प्रसाद से सीएम नीतीश कुमार लेकर सवाल किया तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि जनता और सीएम नीतीश कुमार ने दरवाजे हमेशा खुला हुये हैं।
इधर, कुछ दिन पहले ही तेजस्वी यादव ने कहा था कि सीएम नीतीश कुमार अब थक चुके हैं। उनके लिए महागठबंधन का दरवाजा बंद है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा था कि सीएम नीतीश कुमार को लेकर जो भी फैसला होगा वह पार्टी आलाकमन करेगी। उनका फैसला हम सबके लिए सर्वमान्य होगा। इसके बाद अब लालू प्रसाद के इस बयान ने सबको चौंका दिया है।