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Bihar Teachers News: सरकारी शिक्षकों के लिए बिहार सरकार ने जारी की गाइडलाइंस, आदेश का पालन नहीं किया तो उठाए जाएंगे सख्त कदम।

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बिहार में सरकारी शिक्षकों के लिए दिशानिर्देश जारी हो गया है। शिक्षकों को इन दिशानिर्देशों को फॉलो करना होगा नहीं तो शिक्षा विभाग एक्शन ले सकता है। इनमें कई महत्वपूर्ण नियम दिए गए हैं जिसे शिक्षकों को मानना ही होगा। शिक्षकों को बच्चों को भी नियम पालन करवाना होगा। शिक्षक मार्गदर्शिका कड़ाई से लागू कराई जाएगी। शिक्षकों की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

 नए शैक्षणिक सत्र से बिहार के सभी 81 हजार सरकारी विद्यालयों में प्रबंधन की व्यवस्था प्रभावी हो जाएगी। इसके अंतर्गत शिक्षक मार्गदर्शिका के पूर्णतया अनुपालन की तैयारी है। इस संबंध में शिक्षा विभाग द्वारा जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किया गया है।

प्रत्येक विद्यालय में छात्र उपस्थिति के साथ ही विद्यालय प्रबंधन, कक्षा प्रबंधन, छात्र प्रबंधन एवं अभिभावक प्रबंधन लागू होगा।

शिक्षक यह सुनिश्चित करेंगे कि बच्चे पोशाक में अपने बस्ते में विद्यालय की समय-सारणी के अनुसार सभी विषयों की पाठ्य-पुस्तकें, नोटबुक, पेंसिल बाक्स, पानी के बोतल के साथ स्नान कर कटे-संवरे बाल एवं कटे नाखून में आएं।

शिक्षा विभाग के मुताबिक राज्य में पहली से 12वीं कक्षा तक सरकारी विद्यालयों में शिक्षक मार्गदर्शिका सख्ती से लागू कराई जाएगी। इन विद्यालयों में नामांकित बच्चों की संख्या एक करोड़ 84 लाख 36 हजार 388 है।

पढ़ें शिक्षकोंं के लिए जारी गाइडलाइंस

  • विद्यालय प्रबंधन के तहत कक्षा प्रारंभ के 10 मिनट पहले शिक्षक आएंगे।
  • विद्यालय परिसर में ई-शिक्षाकोष के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे।
  • प्राचार्य के साथ बैठ कर उस दिन की शिक्षण योजना पर विमर्श करेंगे।
  • चेतना सत्र में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करते हुए छात्रों को अनुशासित रखेंगे।
  • चेतना सत्र में नैतिक मूल्यों पर चर्चा करेंगे। शिक्षक अभिभावक बैठक होगी।
  • कक्षा प्रबंधन के तहत हर दिन तिथि, विषय एवं उपस्थित-अनुपस्थित बच्चों की संख्या अंकित होगी।
  • वर्ग शुरू होने के पांच मिनट पहले संबंधित कर्मी से वर्गकक्ष की सफाई कराई जाएगी।
  • कक्षा में अधिक बच्चे होने पर सेक्शन की व्यवस्था होगी।
  • छोटी कक्षा के बच्चों को पहली पंक्ति में बैठाते हुए वरीयता क्रम से बड़ी कक्षाओं के बच्चों को पीछे बैठाएंगे।
  • शिक्षक पाठ योजना का दृढ़ता से पालन करेंगे, अभ्यास पुस्तिका एवं लेखन पुस्तिका अद्यतन कराएंगे।
  • हर हफ्ते बच्चों का वीकली टेस्ट होगा, उसके प्रश्नपत्र क्वेश्चन बैंक या शिक्षक खुद तैयार करेंगे।
  • क्लास में पाठ्य पुस्तकों के पठन पर विशेष बल होगा।
  • शिक्षक अंग्रेजी भाषा में संप्रेषण कौशल विकसित करेंगे।
  • हर तीन माह पर बच्चों को प्रोग्रेस कार्ड मिलेंगे। बच्चों को नियमित रूप से होमवर्क मिलेंगे।
  • हर दिन स्कूल छोड़ने से पहले शिक्षक अगले दिन की पाठ योजना तय करेंगे।

सर्वर डाउन होने से शिक्षकों की नहीं दिखी उपस्थिति

जिला सहित राज्य भर के सरकारी स्कूलों के शिक्षक आनलाइन उपस्थिति दर्ज करने के लिए परेशान दिखे। शिक्षा विभाग के ई-शिक्ष कोष पोर्टल पर बुधवार को खुला नहीं है। कई शिक्षकों ने शिकायत की कि बुधवार को पोर्टल आनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं हो पा रही है।

पटना जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा बताया कि सर्वर डाउन होने की वजह से किसी भी शिक्षक को पोर्टल पर उपस्थिति नहीं दिखी। 16 जनवरी तक पोर्टल को ठीक कर लिया जाएगा। शिक्षकों ने पुराने तर्ज पर ही बुधवार आफलाइन मोड में अपने-अपने स्कूल में उपस्थिति दर्ज की। यह शिकायत पटना ही नहीं पूरे राज्य में देखने को मिली।

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Bihar Traffic Police: नए अधिकारी के आने से ट्रैफिक नियमों में सख्ती, ऑटो-बस चालकों के लिए मुश्किलें बढ़ने की संभावना।

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बिहार में ट्रैफिक नियमों में बड़ा बदलाव किया गया है। अब दारोगा रैंक के अधिकारी वाहनों के परमिट के साथ ही अन्य दस्तावेजों की जांच कर सकेंगे। पहले केवल परिवहन विभाग के अधिकारियों मोटर यान निरीक्षक आदि की मौजूदगी में ही वे वाहनों की परमिट की जांच कर सकते थे। नए नियम के बाद बिना परमिट के चल रहे वाहनों पर ट्रैफिक पुलिस एक्शन ले सकेगी।

 ट्रैफिक पुलिस अब ऑटो-बस की परमिट समेत सभी तरह के दस्तावेजों की जांच कर सकेंगे। अभी तक परिवहन विभाग के अधिकारियों मोटर यान निरीक्षक आदि की मौजूदगी में पुलिस को जांच का अधिकार था मगर अब बिना परिवहन अधिकारियों के भी जांच और शमन की कार्रवाई की जा सकेगी। इससे संबंधित आदेश जारी किया जा चुका है।

दारोगा रैंक के अधिकारी कर सकेंगे जांच

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, कम से कम दारोगा रैंक के अधिकारी वाहनों के परमिट समेत अन्य दस्तावेजों की जांच कर सकेंगे। इसका सबसे बड़ा असर पटना शहरी क्षेत्र में दिखने को मिलेगा।

शहरों में बिना परमिट चल रहे ऑटो और ई-रिक्शा पर ट्रैफिक पुलिस कार्रवाई कर सकेगी। इसके अलावा बिना स्टॉप के रुकने वाली बस-ऑटो पर भी कार्रवाई की जाएगी।

ट्रैफिक पुलिस चलाएगी अभियान

यातायात पुलिस के वरीय अधिकारियों के अनुसार, नए अधिकार मिलने के बाद पटना में जल्द ही बिना परमिट चल रहे वाहनों के विरुद्ध अभियान चलाया जाएगा।

  • पटना शहरी क्षेत्र में ऑटो और ई-रिक्शा के परिचालन को भी जोन में बांटने का काम किया जा रहा है। इसे भी अगले एक से दो माह में लागू करने की तैयारी है।
  • इसके बाद एक निश्चित संख्या में ऑटो और ई-रिक्शा ही संबंधित रूट पर चलेगी। पटना में जिस जोन के लिए जो ऑटो चिन्हित रहेगा, वही उस जोन में चलेगा।
  • दूसरे जोन में चलने पर ऑटो को सीज कर लिया जाएगा। नियमों के विरुद्ध चलने वाले ऑटो-ई-रिक्शा पर अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।

जहानाबाद : वाहन जांच में 36 हजार रुपये जुर्माने की वसूली

ट्रैफिक पुलिस द्वारा संचालित अभियान के तहत गुरुवार को जहानाबाद में वाहन चेकिंग के दौरान 15 वाहन चालकों से 36 हजार रुपये जुर्माने की राशि वसूल की गई।

पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि जांच अभियान प्रत्येक दिन संचालित किए जाएंगे। वाहन चालक अपने कागजात लेकर ही घर से निकलें। यातायात नियम का सख्ती से पालन करें वरना जुर्माना देना होगा।

बेलसर थाने में देख-रेख के अभाव में बर्बाद हो रहीं हैं पुलिस के स्तर पर जब्त की गई गाड़ियां।

सारण: मशरक के महावीर चौक पर नो पार्किंग जोन में खड़े वाहनों पर कार्रवाई

मशरक थानाध्यक्ष अजय कुमार ने दारोगा सौरभ कुमार के साथ अभियान चलाया। इस दौरान सड़क के किनारे अवैध रूप से खड़े वाहनों के मालिक से जुर्माना वसूला गया। बताया गया कि नो पार्किंग जोन में खड़े वाहनों से हो रही दुर्घटनाओं पर नियंत्रण और सड़क जाम को नियंत्रित करने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है।

नो पार्किंग में खड़े वाहनों पर कार्रवाई करते पुलिस अधिकारी।उन्होंने कहा कि जल्द ही नगर पंचायत के कुछ और जगहों पर भी नो पार्किंग का बोर्ड लगाया जाएगा। उसका सभी को पालन करना पड़ेगा। बताते चलें कि नगर पंचायत क्षेत्र के कुछ इलाकों में बैंकों के आगे और कुछ बड़े दुकानों के आगे पार्किंग की व्यवस्था नहीं की गई है, जहां वाहनों की पार्किंग मुहैया कराई जा सके।

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Bihar Politics: प्रशांत किशोर को लेकर नीतीश की मंत्री का बयान, बिहार की राजनीति में उठ सकता है नया तूफान।

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नीतीश सरकार की परिवहन मंत्री शीला मंडल ने जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर पर जमकर हमला बोला है। शीला मंडल ने प्रशांत किशोर को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जनता प्रशांत किशोर के भ्रमजाल में नहीं फंसेगी और बिहार के छात्र-युवा विकास में विश्वास रखते हैं। शीला मंडल के बयान से घमासान मच सकता है। जनसुराज के नेता इसका विरोध कर सकते हैं।

नीतीश सरकार की परिवहन मंत्री शीला मंडल ने गुरुवार को जनसुराज नेता प्रशांत किशोर पर एक बार फिर से हमला बोला है। उन्होंने प्रशांत किशोर के लिए विवादित बयान दिए। इस बयान से सियासी घमासान मच सकता है।

प्रशांत किशोर लीडर नहीं डीलर हैं: शीला मंडल

शीला मंडल ने कहा कि प्रशांत किशोर लीडर नहीं डीलर हैं। जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित जन सुनवाई कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत के क्रम में उन्होंने यह बात कही।

जनता प्रशांत किशोर के भ्रमजाल में नहीं फंसेगी: शीला मंडल

परिवहन मंत्री ने कहा कि जनता प्रशांत किशोर के भ्रमजाल में कभी नही फंसेगी। बिहार के छात्र व युवा को विकास में विश्वास है।। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति उनकी अटूट आस्था है।

हाल ही में चार सीटों पर हुए उपचुनाव के बाद जो परिणाम आया उससे सब कुछ स्पष्ट हो चुका है। विपक्ष को जनता ने नकार दिया।

नीतीश कुमार ने बिहार के बच्चों को ठगा

प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के कलाकार बच्चों ने गांधी मूर्ति बनाई लेकिन उसके उसे पैसे नहीं मिले। बच्चों ने बहुत मेहनत से बनाया था लेकिन इस व्यवस्था ने उनलोगों के साथ अन्याय कर दिया। बच्चों ने अपना पैसा लगाकर और उधार मांगकर इस मूर्ति को बनाया था लेकिन उसे कुछ नहीं दिया गया।

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Politics News: BJP प्रदेश अध्यक्ष ने मांझी की मांग पर कहा- सीट शेयरिंग पर चर्चा जारी, सही समय पर सबकुछ स्पष्ट होगा।

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बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय मंत्री और हम पार्टी के संस्थापक जीतन राम मांझी के बयान से NDA की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। जीतन राम मांझी ने आगामी चुनाव में अपनी पार्टी के लिए 20 सीटों की मांग की है। इसके साथ ही ये भी कहा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता 40 सीटें चाहते हैं।

बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर महीने में विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2025) होने हैं, जिससे पहले राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियों शुरू कर दी हैं। वहीं गठबंधन के दलों ने भी अपनी मांगों को रखना शुरू कर दिया है।

इसी क्रम में केंद्रीय मंत्री और हम पार्टी के संस्थापक जीतन राम मांझी ने भी आगामी विधानसभा चुनाव में 20 सीटों पर अपनी दावेदारी पेश की है।

जीतन राम मांझी का कहना है कि आगामी विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी को 20 सीटों पर चुनाव लड़ने का मौका मिलना चाहिए। हालांकि, इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि उनके कार्यकर्ता 40 सीटें चाहते हैं। पटना के गांधी मैदान में जल्द ही हम के कार्यकर्ताओं का जुटान होगा, जिसमें आगामी चुनाव को लेकर चर्चा की जाएगी।

केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के 20 सीट की डिमांड पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल की प्रतिक्रिया सामने आई है। उनका कहना है कि शीट शेयरिंग पर सब कुछ पहले से तय हो गया है। इस दौरान उन्होंने बिहार में NDA की सरकार बनने का दावा भी किया।

बढ़ सकती हैं NDA की मुश्किलें

साल 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में जीतन राम मांझी की पार्टी ने 7 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें 4 सीटों पर जीत मिली थी। आगामी चुनाव में 20 सीटों की मांग को लेकर एनडीए में खींचतान की स्थिति देखने को मिल सकती है।

राज्यसभा में पहुंचना पार्टी का अगला मिशन

बसंतपुर शकुराबाद के मैदान में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा सेकुलर के बैनर तले विधानसभा सम्मेलन सह मिलन कार्यक्रम का आयोजिन किया गया था, जिसमें केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने राज्यसभा में पहुंचने की इच्छा जताई।उन्होंने कहा कि हम गरीबों की पार्टी है। गरीबों को विचारधारा को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से इस पार्टी का निर्माण किया गया है। इस विचारधारा को आगे बढ़ाते हुए हम पार्टी लगातार विकास कर रही है। हम लोग विधानसभा, लोकसभा व विधान परिषद तक पहुंच चुके हैं, बस राज्यसभा नहीं पहुंच पाए हैं। अगला मिशन राज्यसभा ही है।

कुछ लोगों को विकास अच्छा नहीं लगा: मांझी

केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि जब हम मुख्यमंत्री बने थे तो सबसे पहले गरीबों के विकास के लिए हमने कई योजनाओं की रूपरेखा तैयार की थी, लेकिन कुछ लोगों को मेरा विकास करना अच्छा नहीं लगा और मुझे कुर्सी से हटा दिया गया।जहानाबाद विधानसभा के तीनों सीटों पर मजबूत दावेदारी को लेकर सम्मेलन किया गया है। हम लोग का जो मिशन है बिहार में 40 सीटों पर चुनाव लड़ने का यह सपना भी पूरा होगा।केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा की जो पांच लाख की योजना है उसे 15 लाख का स्टीमेट बनाया जा रहा है। नतीजा लगातार पुल पुलिया गिरने का मामला भी आप लोगों ने देखा है।

भूमिहीनों को मिलेगी जमीन

अगर 20 सीट पर भी हम विजयी होते हैं तो सबसे पहले गरीब भूमिहीन को जमीन मुहैया कराने के साथ-साथ सभी गरीबों को मुफ्त में शिक्षा व जमीन उपलब्ध कराएंगे। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के कार्यकाल को आप लोग देख चुके हैं। आज जो जमीन पर अवैध कब्जा है वह महागठबंधन के लोगों के पास ही है।हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बिहार सरकार के मंत्री डॉ. संतोष कुमार सुमन ने कहा कि हमारी पार्टी गरीबों की पार्टी है। गरीबों के विकास के लिए हमसे जितना संभव हो रहा है हम कार्य कर रहे हैं।

गरीबों के विकास के लिए काम करेंगे

आप लोग अगर विधानसभा में हमें मजबूत करने का कार्य करेंगे तो गरीबों के लिए विकास होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता व संचालन जिलाध्यक्ष मनीष कुमार ने किया। मौके पर राजाराम मांझी,पंपी शर्मा, रितेश कुमार उर्फ चुन्नू शर्मा, शंकर मांझी, सुनील शर्मा सहित कई लोग उपस्थित थे।

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