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“Bihar Police: सिपाही अभ्यर्थियों को मिली बड़ी राहत, NCL और EWS सर्टिफिकेट के आधार पर अब नहीं होगी अयोग्यता की घोषणा”

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केंद्रीय चयन पर्षद की ओर से ली जा रही सिपाही भर्ती के फिजिकल परीक्षा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए काम की खबर है। नीतीश सरकार की ओर से अभ्यर्थियों को बड़ी राहत दी गई है। केंद्रीय चयन पर्षद ने अधिसूचना जारी कर कहा कि बीसी व ईबीसी श्रेणी के लिए नॉन क्रीमी लेयर और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग का प्रमाण पत्र सिपाही भर्ती परीक्षा के विज्ञापन जारी होने से पहले का नहीं रहने पर भी फिजिकल परीक्षा के अयोग्य नहीं किया जाएगा। पर्षद ने स्पष्ट कहा कि एनसीएल और ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र के आधार पर किसी अभ्यर्थी को फिजिकल टेस्ट में असफल घोषित नहीं किया जाएगा। इस अधिसूचना के बाद अभ्यर्थियों ने राहत की सांस ली है। पिछले कुछ दिनों से अभ्यर्थियों के इस मामले को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। 
Bihar Police Recruitment 2024: बिहार पुलिस कांस्टेबल लिखित परीक्षा 7 से 28 अगस्त के बीच आयोजित की गई थी, जिसमें कुल 11,95,101 उम्मीदवारों ने भाग लिया। इनमें से 1,06,955 उम्मीदवार उत्तीर्ण हुए और शारीरिक दक्षता परीक्षा में शामिल होने के योग्य पाए गए। अब, केंद्रीय चयन पर्षद द्वारा जारी की गई नई अधिसूचना ने अभ्यर्थियों को बड़ी राहत दी है। नीतीश सरकार की ओर से यह निर्णय लिया गया है कि बीसी और ईबीसी श्रेणी के अभ्यर्थियों को नॉन क्रीमी लेयर (NCL) और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग (EWS) प्रमाणपत्र की ताजगी से जुड़े मुद्दे पर फिजिकल परीक्षा में अयोग्य नहीं माना जाएगा। पर्षद ने स्पष्ट किया कि इस आधार पर किसी भी उम्मीदवार को शारीरिक परीक्षण में असफल नहीं घोषित किया जाएगा, जिससे अभ्यर्थियों में राहत की लहर है।

केन्द्रीय चयन पर्षद की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि सिपाही भर्ती की शारीरिक दक्षता परीक्षा (PET) और दस्तावेज सत्यापन का कार्यक्रम 9 दिसंबर से शुरू हो रहा है। इसमें यह स्पष्ट किया गया कि BC और EBC आरक्षण कोटि के अभ्यर्थियों के नॉन क्रीमी लेयर (NCL) प्रमाणपत्र और EWS आरक्षण कोटि के अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्र की कट-ऑफ तिथि पर मार्गदर्शन के लिए सामान्य प्रशासन विभाग से संदर्भित किया गया है। इस अधिसूचना के तहत, 9 दिसंबर से होने वाली शारीरिक दक्षता परीक्षा और दस्तावेज सत्यापन में इन आरक्षण कोटियों के अभ्यर्थियों को प्रमाणपत्रों की वैधता या निर्गम तिथि के आधार पर अयोग्य या असफल नहीं माना जाएगा।

लिखित परीक्षा में 1,06,955 उत्तीर्ण

बिहार पुलिस कांस्टेबल लिखित परीक्षा 7 से 28 अगस्त के बीच आयोजित की गई थी। लिखित परीक्षा के लिए कुल 11,95,101 उम्मीदवार उपस्थित हुए थे। उनमें से 1,06,955 उत्तीर्ण हुए हैं और शारीरिक दक्षता परीक्षा दौर में शामिल होने के पात्र हैं।

पीईटी के लिए आवश्यक दस्तावेज

बिहार पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के तहत पीईटी परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को निम्नलिखित दस्तावेजों की जरूरत होगी।

प्रवेश पत्रवैध फोटो आईडी (आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, फोटो के साथ मतदाता पहचान पत्र, आदि)जन्म तिथि प्रमाण पत्र (मैट्रिक/समकक्ष प्रमाण पत्र और अंक पत्र)  इंटरमीडिएट या समकक्ष प्रमाण पत्रअंक पत्र जाति प्रमाण पत्र और अन्य प्रमाण पत्र, यदि लागू हो।

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Bihar News: बाइक सवार दो युवकों को डंफर ने कुचला, बड़े भाई की मौत; सड़कों पर आक्रोश

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Accident News : दो भाई बाइक पर सवार होकर अपने गांव जा रहे थे। तभी सामने से आ रहे एक अनियंत्रित डंफर ने उन्हें कुचल दिया, जिसमें बड़े भाई की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि छोटा भाई  गंभीर रूप से घायल हो गया।

भोजपुर में गुरूवार की सुबह तेज रफ्तार अनियंत्रित डंफर ने बाइक सवार को कुचल डाला, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई है। मृतक की पहचान धोबहा थाना क्षेत्र के सलेमपुर गांव निवासी आनंद दुबे के पुत्र अनुज कुमार उर्फ भोलू (24) के रूप में की गई है। घटना गजराजगंज थाना क्षेत्र के चौकीपुर स्थित पासवान चौक के पास की है। इस घटना में बाइक पर बैठा उसका भाई गंभीर रूप से जख्मी हो गया। आननफानन में उसे इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इधर सड़क दुर्घटना में मौत की खबर मिलते ही मृतक के परिजन और स्थानीय लोगों का गुस्सा भड़क उठा और उनके द्वारा घटनास्थल के पास सड़क जाम कर जमकर बवाल किया। सड़क जाम की वजह से आरा-बक्सर मुख्यमार्ग पर करीब दो घंटे के लिए आवागमन पूरी तरह से बाधित रहा। सड़क जाम की सूचना पाकर स्थानीय थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आक्रोशित लोगों को समझा बुझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए आरा सदर अस्पताल भेज सड़क जाम को हटवाया।

गांव जाने के दौरान डंफरने कुचला 
.घटना के संबंध में लोगों ने बताया कि धोबहा थाना क्षेत्र के सलेमपुर गांव निवासी आनंद दुबे वर्तमान में आरा के मौला बाग में रहते हैं। आज सुबह उनके पुत्र अनुज कुमार उर्फ भोलू और उसका भाई बाइक से अपने गांव जा रहे थे। तभी पासवान चौक के पास विपरीत दिशा से आ रहे अनियंत्रित डंफर ने उन्हें रौंद दिया। इस घटना में अनुज कुमार उर्फ भोलू की घटनास्थल पर मौत हो गई।

नो इंट्री के बाद भी पुलिस वसूली कर डंफर को देती है जाने की छूट 
घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने आरा बक्सर मुख्य मार्ग को जाम कर दिया और जमकर हंगामा करने लगे। आक्रोशित लोगों का कहना है कि नो एंट्री के बाद भी बड़े ट्रकों का बेलगाम गति से यहां आना-जाना लगा रहता है, लेकिन प्रशासन के द्वारा उन ट्रक चालकों पर न तो जुर्माना लगाया जाता है और न ही कोई कार्रवाई की जाती है। पुलिस के वसूली करने की वजह से ही हर आए दिन दुर्घटना हो रहे हैं और लोग काल के गाल में समा रहे हैं। 

स्थानीय लोगों ने पुलिस बल की तैनाती की मांग की 
घटना की जानकारी होने के कई घंटे बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, जिस वजह से लोग और अधिक भड़क गये। पुलिस के देर से आते ही पुलिस के खिलाफ लोग नारा लगाने लगे। हालांकि घटना होते ही स्थानीय लोगों ने खदेड़कर डंफर को पकड़ लिया। चालक दुर्घटना के बाद ट्रक छोड़कर मौके से फरार हो गया। दुर्घटना के बाद सड़क जाम कर रहे ग्रामीण रामजी पासवान ने कहा कि नो एंट्री लगने के बावजूद भी इस मार्ग से बड़ी गाड़ियों का तेज रफ्तार से परिचालन बेधड़क होता है, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। आज भी एक अनियंत्रित डंफर ने बाइक सवार दो युवकों को रौंद दिया, जिसमें एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दूसरा बुरी तरह से घायल हो गया है जिसे इलाज के लिए  सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्थानीय लोगों ने मांग करते हुए कहा कि है पासवान चौक पर पुलिस बल की तैनाती की जाए और नो एंट्री का सख्ती से पालन किया जाए ताकि इस तरह की दुर्घटनाओं पर अंकुश लग सके।

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Bihar News: रात के सन्नाटे में घुसा ट्रक, सोती बहू की मौत, सास की हालत गंभीर

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हादसे के बाद आक्रोशित लोग आरोपी ड्राइवर की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि उसकी लापरवाही के कारण ही यह हादसा हुआ है। घटना के बाद वह फरार हो गया। पुलिस उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार करे।

जमुई के झाझा थाना क्षेत्र अंतर्गत झाझा- सोनो एनएच 333 स्थित भीठरा गांव के पास तेज रफ्तार ट्रक सड़क किनारे एक घर में घुस गया। इसमें एक महिला की मौत हो गई। जबकि दूसरी महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। इसे परिजनों द्वारा इलाज के लिए झाझा रेफरल अस्पताल लाया गया। जहां महिला की स्थिति गंभीर होने के कारण डॉक्टर ने उसे बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया।

ट्रक सड़क किनारे बने घर में घुस गया
मृतक महिला की पहचान नीतीश कुमार की पत्नी गुड़िया देवी के रूप में हुई जबकि गंभीर रूप से घायल उसकी सास कलावती देवी है जिसे इलाज के लिए सदर अस्पताल जमुई रेफर किया गया है। बताया जाता है कि बुधवार की देर रात  सास बहू घर में खाना खा कर सोने के लिए जा रही थी। तभी ट्रक सड़क किनारे बने घर में घुस गया। इसके नीचे दोनों महिला आ गई।

ट्रक चालक मौके से फरार हो गया
घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई और आननफानन में इलाज के लिए दोनों को रेफर अस्पताल लाया गया। यहां गुड़िया देवी को डॉक्टर ने जांचोपरांत मृत घोषित कर दिया। वहीं उसकी सास कलावती देवी की हालत नाजुक होने पर उसे बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया। वहीं स्थानीय लोगों द्वारा घटना की सूचना पुलिस को दी गई है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की छानबीन में जुट गई है। स्थानीय लोगों के अनुसार घटना के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया।

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Bihar News: पूर्व विधायक अनंत सिंह पर फायरिंग का आरोप: मुखिया ने उठाए सवाल|

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Patna Police: गोलीबारी के बाद पुलिस लगातार इलाके में कैंप कर रही है। ग्रामीण एसपी विक्रम सिहाग का कहना है कि हालात फिलहाल नियंत्रण में हैं। मौके पर ही पिस्टल और कट्टा बरामद किए गए हैं। इस मामले में कुल तीन प्राथमिकी दर्ज की गई है। लोगों से पूछताछ चल रही हैै।

पूर्व विधायक अनंत सिंह एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। बुधवार को पंचमहला थाने के नौरंगा गांव में पूर्व विधायक के समर्थकों और मुखिया कुमारी उर्मिला सिन्हा के बेटे व गैंगस्टर सोनू-मोनू के बीच कई राउंड फायरिंग हुई। इस दौरान अनंत सिंह घटनास्थल से चंद कदम दूरी पर ही मौजूद थे। घटना के बाद इलाके में हड़कंप है। पुलिस लगातार कैंप कर रही है। ग्रामीए एसपी विक्रम सिहाग का कहना है कि हालात फिलहाल नियंत्रण में हैं। मौके पर ही पिस्टल और कट्टा बरामद किए गए हैं। इस मामले में कुल तीन प्राथमिकी दर्ज की गई है। लोगों से पूछताछ चल रही हैै। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है। इधर, इस घटना के बाद पूर्व विधायक अनंत सिंह ने सोनू और मोनू पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। कहा कि दोनों ने इलाके में आतंक मचा रखा है। मैं केवल समझाने गया लेकिन दोनों गोलीबारी कर फरार हो गए। वहीं सोनू-मोनू की मां और वर्तमान मुखिया ने अनंत सिंह और उनके समर्थकों पर चुनावी रंजिश में गोलीबारी  करने का आरोप लगाया है। आइए जानते हैं इस घटना के बाद किसने क्या कहा? 

मैंने सोनू-मोनू के घर जाकर उन्हें समझाने की लेकिन…
पूर्व विधायक अनंत सिंह ने कहा कि बुधवार को 10 से 15 लोग मेरे पास न्याय की गुहार लगाने आए थे। मैंने पूछा आपलोग क्यों आए हैं? तो उन्होंने कहा कि मेरे घर में सोनू-मोनू ने ताला लगा दिया है। घर से भगा दिया और 10 हजार रुपये मांग रहे हैं। इसके बाद मैंने इनलोगों थाने जाकर डीएसपी साहब से मिलने की सलाह दी। यह लोग पुलिस के पास गए लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ तो  मैं इनलोगों के साथ गया। इनके घरों का ताला खुलवा दिया। ग्रामीणों की अपील पर मैंने सोनू-मोनू के घर जाकर उन्हें समझाने की। लेकिन, दोनों मुझे देखते ही भागने लगे और फायरिंग करने लगे। इसी दौरान मेरे एक आदमी को गोली लग गई। इसके बाद मुझे बचाने आए लोगों के ओर से भी हवाई फायरिंग की गई। इसी दौरान सोनू-मोनू फरार हो गए। पुलिस से अपील है कि आम लोगों की सुरक्षा में अगर इतना समय लगाएंगे तो क्या होगा? लोगों का घर लूटा जा रहा है और आप लिखित शिकायत देने की बात कहते हैं। शिकायत पर अगर फौरन कार्रवाई होती तो आज यह नौबत नहीं आती। सोनू-मोनू के आतंक से इलाके के लोग परेशान हैं। दोनों लोग लोगों के घर लूटते हैं। रंगदारी मांगते हैं। जनता में डर का माहौल है। पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले। उनपर कार्रवाई करे। 

सोनू-मोनू के पिता ने कहा- भगवान ने पत्नी और पोते की जान बचा ली
वहीं सोनू-मोनू के पिता प्रमोद कुमार ने कहा कि बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई। मैं पटना हाईकोर्ट से काम कर लौट रहा था। मेरे घर पर गोलीबारी की गई है। हमलोगों ने पूर्व विधायक अनंत सिंह का कुछ बिगाड़ा नहीं फिर भी क्यों गोलीबारी हुई यह समझ नहीं आ रहा है। घर में मेरी पत्नी (कुमारी उर्मिला सिन्हा) और पोता था। मेरी पत्नी वर्तमान में मुखिया पद पर है। मेरी पत्नी ने जानकारी दी कि पूर्व विधायक अपने सहयोगियों के साथ घर पर आए थे। पत्नी ने स्वागत करने की सोच ही रही थी कि अचानक गोलीबारी होने लगी। पहली गोली हवा में चलाई गई। फिर दूसरी गोली मारने के नीयत चलाई गई। मेरी पत्नी किसी तरह वहां से पोते को लेकर भाग निकली। किसी तरह भगवान ने दोनों की जान बच गई। कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि जब अनंत सिंह की सदस्यता चली गई थी। उसके बाद उपचुनाव में उनकी पत्नी राजद से प्रत्याशी बनी। मैं उस वक्त मैं एनडीए के प्रत्याशी को समर्थन दे रहा था। उस बात से ही खुन्नस था कि हमलोगों ने चुनाव में अनंत सिंह का साथ क्यों नहीं दिया। वह चाहते हैं कि हमलोग उनके लिए हथियार उठा लें और उनका समर्थन करें। ऐसा नहीं करने पर ही चुनावी रंजिश में हमलोगों के घर पर चढ़कर गोलीबारी की गई। वहीं वर्तमान मुखिया कुमारी उर्मिला सिन्हा ने भी अनंत सिंह और उनके सहयोगियों पर गोलीबारी करने का आरोप लगाया।

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