Patna Police: गोलीबारी के बाद पुलिस लगातार इलाके में कैंप कर रही है। ग्रामीण एसपी विक्रम सिहाग का कहना है कि हालात फिलहाल नियंत्रण में हैं। मौके पर ही पिस्टल और कट्टा बरामद किए गए हैं। इस मामले में कुल तीन प्राथमिकी दर्ज की गई है। लोगों से पूछताछ चल रही हैै।
पूर्व विधायक अनंत सिंह एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। बुधवार को पंचमहला थाने के नौरंगा गांव में पूर्व विधायक के समर्थकों और मुखिया कुमारी उर्मिला सिन्हा के बेटे व गैंगस्टर सोनू-मोनू के बीच कई राउंड फायरिंग हुई। इस दौरान अनंत सिंह घटनास्थल से चंद कदम दूरी पर ही मौजूद थे। घटना के बाद इलाके में हड़कंप है। पुलिस लगातार कैंप कर रही है। ग्रामीए एसपी विक्रम सिहाग का कहना है कि हालात फिलहाल नियंत्रण में हैं। मौके पर ही पिस्टल और कट्टा बरामद किए गए हैं। इस मामले में कुल तीन प्राथमिकी दर्ज की गई है। लोगों से पूछताछ चल रही हैै। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है। इधर, इस घटना के बाद पूर्व विधायक अनंत सिंह ने सोनू और मोनू पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। कहा कि दोनों ने इलाके में आतंक मचा रखा है। मैं केवल समझाने गया लेकिन दोनों गोलीबारी कर फरार हो गए। वहीं सोनू-मोनू की मां और वर्तमान मुखिया ने अनंत सिंह और उनके समर्थकों पर चुनावी रंजिश में गोलीबारी करने का आरोप लगाया है। आइए जानते हैं इस घटना के बाद किसने क्या कहा?
मैंने सोनू-मोनू के घर जाकर उन्हें समझाने की लेकिन…
पूर्व विधायक अनंत सिंह ने कहा कि बुधवार को 10 से 15 लोग मेरे पास न्याय की गुहार लगाने आए थे। मैंने पूछा आपलोग क्यों आए हैं? तो उन्होंने कहा कि मेरे घर में सोनू-मोनू ने ताला लगा दिया है। घर से भगा दिया और 10 हजार रुपये मांग रहे हैं। इसके बाद मैंने इनलोगों थाने जाकर डीएसपी साहब से मिलने की सलाह दी। यह लोग पुलिस के पास गए लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ तो मैं इनलोगों के साथ गया। इनके घरों का ताला खुलवा दिया। ग्रामीणों की अपील पर मैंने सोनू-मोनू के घर जाकर उन्हें समझाने की। लेकिन, दोनों मुझे देखते ही भागने लगे और फायरिंग करने लगे। इसी दौरान मेरे एक आदमी को गोली लग गई। इसके बाद मुझे बचाने आए लोगों के ओर से भी हवाई फायरिंग की गई। इसी दौरान सोनू-मोनू फरार हो गए। पुलिस से अपील है कि आम लोगों की सुरक्षा में अगर इतना समय लगाएंगे तो क्या होगा? लोगों का घर लूटा जा रहा है और आप लिखित शिकायत देने की बात कहते हैं। शिकायत पर अगर फौरन कार्रवाई होती तो आज यह नौबत नहीं आती। सोनू-मोनू के आतंक से इलाके के लोग परेशान हैं। दोनों लोग लोगों के घर लूटते हैं। रंगदारी मांगते हैं। जनता में डर का माहौल है। पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले। उनपर कार्रवाई करे।
सोनू-मोनू के पिता ने कहा- भगवान ने पत्नी और पोते की जान बचा ली
वहीं सोनू-मोनू के पिता प्रमोद कुमार ने कहा कि बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई। मैं पटना हाईकोर्ट से काम कर लौट रहा था। मेरे घर पर गोलीबारी की गई है। हमलोगों ने पूर्व विधायक अनंत सिंह का कुछ बिगाड़ा नहीं फिर भी क्यों गोलीबारी हुई यह समझ नहीं आ रहा है। घर में मेरी पत्नी (कुमारी उर्मिला सिन्हा) और पोता था। मेरी पत्नी वर्तमान में मुखिया पद पर है। मेरी पत्नी ने जानकारी दी कि पूर्व विधायक अपने सहयोगियों के साथ घर पर आए थे। पत्नी ने स्वागत करने की सोच ही रही थी कि अचानक गोलीबारी होने लगी। पहली गोली हवा में चलाई गई। फिर दूसरी गोली मारने के नीयत चलाई गई। मेरी पत्नी किसी तरह वहां से पोते को लेकर भाग निकली। किसी तरह भगवान ने दोनों की जान बच गई। कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि जब अनंत सिंह की सदस्यता चली गई थी। उसके बाद उपचुनाव में उनकी पत्नी राजद से प्रत्याशी बनी। मैं उस वक्त मैं एनडीए के प्रत्याशी को समर्थन दे रहा था। उस बात से ही खुन्नस था कि हमलोगों ने चुनाव में अनंत सिंह का साथ क्यों नहीं दिया। वह चाहते हैं कि हमलोग उनके लिए हथियार उठा लें और उनका समर्थन करें। ऐसा नहीं करने पर ही चुनावी रंजिश में हमलोगों के घर पर चढ़कर गोलीबारी की गई। वहीं वर्तमान मुखिया कुमारी उर्मिला सिन्हा ने भी अनंत सिंह और उनके सहयोगियों पर गोलीबारी करने का आरोप लगाया।