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Bihar News: दिनदहाड़े प्रखंड प्रमुख के शिक्षक पिता की हत्या, स्कूल जाते वक्त अपराधियों ने गोली मारी।

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शिक्षक अरविंद यादव की हत्या से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस का कहना है कि हत्या के कारणों का पता लगाया जा रहा है।

गोपालगंज जिले के ऊंचकागाव  थाना क्षेत्र के झिरवा गांव के पास अज्ञात अपराधियों ने उचकागांव के प्रखंड प्रमुख विश्वजीत यादव के पिता अरविंद यादव की गोली मारकर हत्या कर दी। अरविंद यादव सरकारी शिक्षक के पद पर तैनात हैं। वह प्रतिदिन की भांति शुक्रवार को भी सुबह घर से अपने विद्यालय के लिए जा रहे थे । इसी बीच अपराधियों ने झिरवा गांव के पास गोली मारकर उनकी हत्या कर दी।

अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया
बताया जाता है कि गोपालगंज जिले के उचकागांव थाना क्षेत्र के झिरवा गांव निवासी विश्वजीत यादव उचकागांव के प्रखंड प्रमुख हैं। साथ ही वे गोपालगंज जिला प्रमुख संघ के जिला अध्यक्ष भी हैं। शिक्षक अरविंद यादव पूर्व में झिरवा पंचायत के मुखिया भी रहे हैं। उनकी पत्नी अभी वर्तमान में झिरवा पंचायत की मुखिया हैं। शिक्षक अरविंद यादव की हत्या से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। अपराधियों की गोली के शिकार अरविंद यादव को आननफानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल गोपालगंज लाया गया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार में ही अरविंद यादव को मृत घोषित कर दिया।

अपराधियों की तलाश में छापेमारी कर रही पुलिस
इधर, घटना के बाद पुलिस जांच में जुट गई है। पुलिस का कहना है कि हत्या के कारणों का पता लगाया जा रहा है। कुछ लोगों से पूछताछ चल रही है। अपराधियों की तलाश में छापेमारी चल रही है। 

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‘हम समझते हैं कि नीतीश कुमार…’, पटना में मांझी ने खोले अपने इरादे, सियासी गलियारों में हलचल।

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आईएनडीआईए गठबंधन के बिखराव की खबरों पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने प्रतिक्रिया दी है। मांझी ने कहा कि गठबंधन का कोई उद्देश्य ही नहीं था इसलिए टूटना स्वाभाविक है। वहीं मांझी ने नीतीश कुमार को लेकर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए की सरकार बनेगी और नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे।

 केंद्रीय मंत्री एवं हम के संस्थापक जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने गुरुवार को पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि आईएनडीआईए गठबंधन (I.N.D.I Alliance) का कोई उद्देश्य ही नहीं है, तो उसका टूटना स्वाभाविक है।

जीतन राम मांझी तेजस्वी यादव के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे। मांझी ने कहा कि एनडीए में सभी दल एकजुट हैं। नीतीश कुमार एनडीए में रहेंगे, वे चट्टान की तरह डटे हुए हैं।

‘…नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे’

मांझी ने आगे कहा कि हम समझते हैं कि दो तिहाई बहुमत के साथ एनडीए की सरकार बनेगी और नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे।

‘भ्रष्टाचार व स्वार्थ में डूबे दलों ने आईएनडीआईए का जहाज डुबो दिया’

उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने भी आईएनडीआईए की मौजूदा स्थिति पर प्रतिक्रिया दी। सम्राट चौधरी ने कहा कि आईएनडीआईए में कांग्रेस, राजद, सपा, टीएमसी, शिवसेना (यूबीटी) और आम आदमी पार्टी सभी ‘फैमिली फर्स्ट, नेशन लास्ट’ वाली पार्टियां हैं। सभी केवल एनडीए को हराने की नकारात्मक राजनीति करने के कारण टूट कर बिखर गए।

‘राजद ने अब यह स्वीकार कर लिया….’

उन्होंने कहा कि देर से ही सही, राजद ने अब यह स्वीकार कर लिया है कि बिहार में आईएनडीआईए समाप्त हो चुका है। इनका कोई जनाधार नहीं बचा है। फर्जी और कागजी गठबंधन का देश की भलाई और बिहार के विकास से कोई लेना-देना नहीं। इसमें शामिल लोग सिर्फ अपने स्वार्थ में डूबे हुए हैं।

दिल्ली अरविंद केजरीवाल की जागीर नहीं: संजय झा

जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने आप नेता व दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा बिहार व यूपी के लोगों के खिलाफ की गई टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

  • अपने एक्स हैंडल पर संजय झा ने लिखा कि अरविंद केजरीवाल को यह नहीं भूलना चाहिए कि दिल्ली उनकी जागीर नहीं है। यह देश की राजधानी है और सभी देशवासियों की है।
  • संजय झा ने लिखा कि बिहार-यूपी के लोगों ने अपनी मेहनत और प्रतिभा के बल पर दिल्ली ही नहीं, दुनियाभर में मुकाम हासिल किया है।

‘केजरीवाल ने अपने लिए शीशमहल बनवाए…’

उन्होंने आगे लिखा, केजरीवाल ने अपने लिए शीशमहल बनवाए हैं। उसमें दिल्ली में रहने वाले बिहार-यूपी के लोगों के टैक्स के पैसे भी लगे हैं। उनके द्वारा बिहार-यूपी के लोगों का बार-बार अपमान बर्दाश्त के काबिल नहीं है। उन्हें तुरंत माफी मांगनी चाहिए।

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गिरिराज सिंह का तंज, ‘जिस थाली में खाते उसी में…’, पटना से दिल्ली तक बढ़ी सियासी बवाल।

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गिरिराज सिंह ने अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल भ्रष्टाचारी और धोखेबाज हैं। वे जिस थाली में खाते हैं उसी में छेद करते हैं। अन्ना हजारे और दिल्ली को धोखा दिया है अब जिन लोगों ने इन्हें मुख्यमंत्री बनाया उन्हें ही फर्जी कह रहे हैं। बीजेपी नेता अजय आलोक ने भी केजरीवाल को आड़े हाथों लिया।

आप के संयोजक व दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचारी व धोखेबाज हैं। वे जिस थाली में खाते हैं उसी में छेद करते हैं। अन्ना हजारे और दिल्ली को धोखा दिया है, अब जिन लोगों ने इन्हें मुख्यमंत्री बनाया, उन्हें ही फर्जी कह रहे हैं। उक्त बातें केंद्रीय वस्त्र मंत्री सह सांसद गिरिराज सिंह ने शुक्रवार को आईओसीएल गेस्ट हाउस में कही।

उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने भरी सभा में कहा था कि बिहार और यूपी के लोग 500 रुपये का टिकट कटा कर दिल्ली आते हैं और पांच लाख का इलाज करा कर यहां से भाग जाते हैं।

‘केजरीवाल उसको गाली क्यों दे रहे?’

उन्होंने कहा कि जिन पूर्वांचलियों और बिहारी के लोगों को फर्जी वोटर कहा जा रहा है, उन्हीं लोगों ने केजरीवाल को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया था। बिहार और यूपी के लोगों को गाली ही नहीं दिया गया, बल्कि उनके स्वाभिमान पर चोट पहुंचा है। जिस पूर्वांचल और बिहार के लोगों ने दिल्ली को दिल्ली बनाया, दिल्ली के विकास में योगदान दिया, केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाने में योगदान दिया, उसको क्यों गाली दे रहे हैं?

गिरिराज सिंह ने आईओसीएल गेस्ट हाउस जिलेभर के आमजनों से मिलकर उनकी समस्याएं भी सुनीं। समस्या को लेकर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करते हुए आमजनों की समस्या का समाधान करने का निर्देश दिया है।

मौके पर बेगूसराय विधायक कुंदन कुमार, भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव कुमार वर्मा एवं युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष सुमित सन्नी सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

भाजपा नेता अजय आलोक को केजरीवाल पर निशाना

गिरिराज सिंह की तरह ही भाजपा नेता अजय आलोक ने शुक्रवार को बिहार और यूपी के लोगों को “दोगला” करार देने के लिए केजरीवाल की आलोचना की और सवाल उठाया कि वह इस तरह का बयान कैसे दे सकते हैं।

अजय आलोक ने कोविड-19 महामारी का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि केजरीवाल ने यूपी और बिहार के लोगों को “मवेशियों की तरह” छोड़ दिया और अब पाखंडी रूप से उन पर दो-मुंहे होने का आरोप लगा रहे हैं।

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100 करोड़ के घोटाले में फंस सकते हैं लालू और तेजस्वी? आलोक मेहता पर ED की कार्रवाई जारी।

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Bihar News : लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के कद्दावर नेता, राज्य के पूर्व मंत्री और उजियारपुर विधायक आलोक मेहता ईडी की जांच के जद में हैं। क्या यह मामला भी लालू यादव, तेजस्वी यादव और उनके परिवार तक पहुंचेगा?

प्रवर्तन निदेशालय, यानी ईडी लगातार राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, छोटे बेटे व बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, बड़ी बेटी व पाटलिपुत्र सांसद मीसा भारती आदि की जांच में लगी है। जब-तब पूछताछ होती रहती है। बाकी घोटालों के साथ इन दिनों रेलवे भर्ती के लैंड फॉर जॉब केस में लगातार पूछताछ चल रही है। तो, क्या ईडी आलोक मेहता के ताजा मामले में भी जांच की आंच लालू परिवार तक पहुंचेगी? इस सवाल का जवाब लोग समझना चाह रहे हैं, क्योंकि राजद विधायक और पूर्व मंत्री आलोक मेहता पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव व विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के साथ गहरे जुड़े हैं।

आलोक मेहता की जांच का मामला पहले समझ लें
आलोक मेहता दि वी. एस. वी. को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष रहे थे। भारतीय रिजर्व बैंक से रजिस्टर्ड इस को-ऑपरेटिव बैंक में करीब 100 करोड़ का घोटाला सामने आया था, जिसके बाद आरबीआई ने इसके कारोबार पर रोक लगा दी थी। इसमें हजारों निवेशकों के करीब 100 करोड़ की रकम गायब हुई थी। दो कोल्ड स्टोरेज के नाम पर 60 करोड़ का गबन और फर्जी गारंटी-कागजातों पर लोन निकासी का मामला सामने आया था। माना जा रहा है कि इस केस में आलोक मेहता की सीधी भूमिका है, इसलिए इससे जुड़े दस्तावेजों की जांच के लिए देशभर में उनसे संबंधित हर स्थान पर एक साथ ईडी की टीम पहुंची।

क्या लालू-तेजस्वी के भी घिरने के आसार हैं इसमें
बैंक से जुड़े हेरफेर में लालू प्रसाद यादव या तेजस्वी यादव के घिरने की बात अबतक सामने नहीं आयी है। यह घोटाला साबित हुआ तो उस समय बैंक के अध्यक्ष रहे आलोक मेहता ही फंसेंगे। अगर इस हेरफेर के कागजातों की जांच के दौरान लालू परिवार के साथ लेनदेन कहा हिसाब मिलता है, तभी वह फंसेंगे। अभी तक ऐसी कोई आशंका लालू परिवार को नहीं है, क्योकि यह बैंक घोटाला आलोक मेहता तक ही सीमित माना जा रहा है। बस एक आशंका यह राजद नेताओं को भी है कि कहीं इतने करीबी विधायक के पास लालू परिवार से जुड़े किसी घोटाले का कोई दस्तावेज ताजा जांच में न मिल जाए। अभी इस मामले में आलोक मेहता का कोई पक्ष सामने नहीं आया है। उनका मोबाइल भी बंद है। जहां तक राजद का सवाल है तो पार्टी नेताओं ने इस बार भी विपक्ष को ईडी-सीबीआई के जरिए परेशान कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार पर आरोप लगाया है।

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