आमस-दरभंगा राजमार्ग के चौड़ीकरण को 1082 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली है। दरभंगा में राष्ट्रीय राजमार्ग 119 डी मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्ग-31 के चौड़ीकरण सहित रामनगर से कच्ची दरगाह तक छह लेन का एक्सेस कंट्रोल्ड ग्रीनफील्ड कॉरिडोर बनाया जाएगा। इस बारे में केंद्रीय राष्ट्रीय राजमार्ग एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी साझा की है। इसके बनने से लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।
भारत माला परियोजना के तहत आमस-दरभंगा राजमार्ग का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इस राजमार्ग के निर्माण से क्षेत्र का कायाकल्प हो जायेगा। जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 119 डी मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्ग-31 के चौड़ीकरण सहित रामनगर से कच्ची दरगाह तक छह लेन का एक्सेस कंट्रोल्ड ग्रीनफील्ड कॉरिडोर बनाया जाएगा।
इसके लिए 1082.85 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली है। इस सड़क की कुल लंबाई लगभग 12.60 किलोमीटर होगी। केंद्रीय राष्ट्रीय राजमार्ग एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी है।
बंगाल झारखंड से बेहतर होगी कनेक्टिविटी
- आमस-दरभंगा परियोजना – 02, आर्थिक कॉरिडोर राष्ट्रीय राजमार्ग – 02, नया एचएच-19 और राष्ट्रीय राजमार्ग-57 नया एचएच-27 के बीच सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगी।
- इससे देश के पूर्वी हिस्से में लंबे मार्ग के यातायात और माल ढुलाई की दक्षता में सुधार करने में मदद मिलेगी।
भारत माला परियोजना के तहत वर्ष 2024 में एनएच-119 डी का निर्माण शुरू किया गया था। इसके निर्माण में कंट्रक्शन कंपनी जेसीबी, पोपलेन, ट्रैक्टर व मजदूरों से चौड़ीकरण किया जा रहा है।
साथ ही समतल करने में एक्जीक्यूटिव इंजीनियर, जेइ सहित कर्मी दिन-रात जुटे हैं। इस सड़क के निर्माण हो जाने से शहरी क्षेत्र के लोगों को जाम की समस्या से निजात मिलेगी। इस सड़क का निर्माण आमस से दरभंगा एयरपोर्ट तक कराया जा रहा है।
बिहार के सात जिलों से गुजरेगी आमस-दरभंगा
आमस -दरभंगा एक्सप्रेसवे बिहार का पहला एक्सप्रेसवे होगा। यह राज्य के गया, औरंगाबाद, पटना और दरभंगा सहित सात जिलों और 19 शहरों को जोड़ेगा।
189 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से पटना से दरभंगा तक की यात्रा का समय चार घंटे कम हो जाएगी। इससे उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच संपर्क बेहतर होगा। और साथ ही व्यापार, रोजगार और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
एक्सेस-कंट्रोल्ड होगा एक्स्प्रेसवे
भारतमाला परियोजना के तहत भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण आमस-दरभंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रही है। इस एक्सप्रेसवे का डिजाइन एक्सेस-कंट्रोल्ड होगा। जिसके कारण इस पर सीमित स्थानों से ही प्रवेश और निकास होगा।
जिससे निर्बाध यातायात होगा। और दुर्घटनाओं की संभावना कम होगी। इस परियोजना के पूरा होने के बाद राज्य में ट्रांसपोर्ट सुविधा पहले से और बेहतर हो जाएगी।
चार हिस्से में किया जा रहा काम
कंस्ट्रक्शन कंपनी के अनुसार, यह सड़क 189 किमी लंबी है। इसकी चौड़ाई दो सौ फीट होगी। इस सड़क का निर्माण पांच हजार करोड़ की लागत से कराया जा रहा है। इसे पूरा करने के लिए चार हिस्से में बांटा गया है। इसमें तीन हिस्सा मेधा कंस्ट्रक्शन व एक हिस्सा का कार्य रामकृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन पूरा करेगी।
- आमस से समस्तीपुर तक मेधा कंस्ट्रक्शन द्वारा सड़क निर्माण पूरा किया जायेगा।
- समस्तीपुर से दरभंगा एयरपोर्ट तक निर्माण रामकृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन कंपनी करेगी।
शहर को जोड़ेगी सड़क
भारतमाला परियोजना के तहत आमस-औरंगाबाद एनएच-119 डी लहेरियासराय-बहेड़ी मुख्य सड़क पर बहादुरपुर प्रखंड के देकुली मोड़ के समीप शहर को जोड़ेगी। यहां से आगे एनएच-57 में जुड़ेगी।
बताया जा रहा है कि इसी बीच से एम्स के लिए फ्लाइओवर का निर्माण किया जाएगा और एनएच 322 एकमी घाट के पास शहर को कनेक्ट करते हुए शोभन के पास एनएच में मिल जायेगी।
बताया गया कि एनएच 119 डी डीलाही के निकट भी शहर को कनेक्ट करने में यह सड़क सक्षम होगी। वहीं दरभंगा-बहेड़ी-रोसड़ा एनएच-527 इ भी एनएच-119 डी में मिलेगी। यह तीन सड़कें तीन तरफ से शहर को एनएच- 57 में मिला रही हैं।
उत्तर और दक्षिण की संपर्कता होगी आसान
इस सड़क के बन जाने से उत्तर और दक्षिण संपर्कता आसान हो जायेगी। आमस-दरभंगा एनएच औरंगाबाद से दरभंगा पहुंच पूर्णिया वाली सड़क में मिलेगी। इससे दो विपरीत भौगोलिक स्थिति के जिलों में आवागमन सुगम हो सकेगा।
वहीं एनएच-77 से हाजीपुर-मुजफ्फरपुर होते हुए सोनबरसा तक सीधी सड़क मिलेगी। इससे मधेपुरा या सहरसा तक जाने में सुविधा होगी। इसी तरह एनएच-80 भागलपुर व मुंगेर होते हुए झारखंड तक जाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण सड़क साबित होगी।