भोजपुर वासियों के लिए खुशखबरी है। 2025 में आरा में मेडिकल कॉलेज के साथ-साथ 22 नए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खुलने जा रहे हैं। इससे जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं में काफी सुधार होगा। मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है और उम्मीद है कि अगस्त 2025 तक इसका उद्घाटन हो जाएगा। इसके अलावा जिले के विभिन्न प्रखंडों में 24 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर भी खोले जाएंगे।
भोजपुर वासियों को नए वर्ष 2025 में मेडिकल कॉलेज के साथ साथ जिले में 24 नया हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की सेवा मिलने की संभावना अब प्रबल हो गई है।
इससे पहले जिले में जब 2017 में मेडिकल कॉलेज बनाने की घोषणा हुई थी। उस समय घोषित दूसरे जिले में मेडिकल कॉलेज का भवन का काम शुरू गया था। लेकिन, आरा का मेडिकल कॉलेज जमीन की सियासत में फंसा हुआ था।
2023 में कैबिनेट ने इस पर मुहर लगाते हुए जीरो माइल स्थित विश्व विद्यालय के न्यू कैंपस में इसे खाेलने का निर्णय लिया। तब तत्कालीन केंद्रीय उर्जा मंत्री आरके सिंह की पहल पर वीर कुंवर सिंह विश्व विद्यालय जमीन बदलैन के लिए तैयार भी हो गया।
इसके बाद यहां 500 बेड का अस्पताल, छात्रावास, संकाय और कर्मचारियों के आवास और अन्य सहायक ब्लाक आदि के निर्माण को लेकर कार्य शुरू हुआ था। उक्त स्थल पर इन दिनों निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। इसे लेकर मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन वर्ष 2025 में हर हाल में होने की संभावना जताई जा रही है।
24 नए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर व दो पीएचसी का निर्माण शुरू
सदर प्रखंड आरा अंतर्गत अनाईठ और धरहरा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा उदवंतनगर प्रखंड में चार, संदेश में दो, बड़हरा में पांच,अगिआंव में छह, बिहिया में तीन तथा कोईलवर, चरपोखरी, पीरो एवं शाहपुर में एक-एक समेत कुल 24 नया हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनाने के लिए जमीन चयन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद निर्माण कार्य शुरू हो चुका है।
वेलनेस सेंटर पर मिलेंगी 30 से ज्यादा प्रकार की जांच सुविधाएं
अब उसी केंद्र को ”हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर” के तौर पर विकसित किया गया है। इस सेंटर पर संचारी और गैर संचारी दोनों तरह की बीमारियों का इलाज होता है।
स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए ग्रामीण स्तर पर ब्लड शुगर, बीपी,एचआईवी, टीबी, कोलेस्ट्राल इत्यादि 30 से ज्यादा प्रकार की जांच सुविधाएं हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर होती है। इसके अलावा संबंधित बीमारियों के लिए सभी प्रकार की दवाइयां भी दी जाती हैं।
उन दवाओं का किस प्रकार उपयोग किया जाए, इसका भी परामर्श अस्पताल में आने वाले सभी लोगों को दिया जाता है। पहले प्राइमरी हेल्थ सेंटर में मां और बच्चे के स्वास्थ्य पर ध्यान दिया जाता था।