बिहार के मधुबनी में एक व्यक्ति मोहम्मद फिरोज ने पुलिस पर टॉर्चर करने का आरोप लगाया जिससे बवाल मच गया। बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव फिरोज से मिलने उसके घर पहुंचे और फिरोज ने पुलिसिया टॉर्चर की कहानी सुनाई। इस मामले में पांच पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की खबर भी सामने आ रही है। वहीं तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा।
बिहार के मधुबनी के बेनीपट्टी में उस समय बवाल मच गया जब एक मोहम्मद फिरोज नामक शख्स ने पुलिस पर टॉर्चर करने का आरोप लगाया। शख्स की बात जैसे ही मीडिया में आई तो इस पर सियासत भी तेज हो गई। बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव फिरोज से मिलने उसके घर पहुंच गए।
फिर क्या था फिरोज ने तेजस्वी के सामने पुलिसिया टॉर्चर की कहानी सुनाते-सुनाते फफक-फफककर रोने लगा। फिरोज ने कहा कि बहुत मारा है सर। मैं माफी मांगता रहा लेकिन वे सुन नहीं रहे थे। पानी तक नहीं दिया उन्होंने सर। मेरा बाल-दाढ़ी खींचकर डंडा से मारा सर। आजतक मुझे ऐसा किसी ने नहीं मारा सर।
तेजस्वी यादव ने दी प्रतिक्रिया
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में अचेत मुख्यमंत्री के कारण प्रदेश में प्रशासनिक अराजकता फैल चुकी है। मधुबनी के कटैया, बेनीपट्टी में पुलिस उपाधीक्षक ने मो० फिरोज की अकारण बर्बरता व बेरहमी से पिटाई की। नीतीश सरकार के क्रूरतापूर्ण अमानवीय व्यवहार, अत्याचार, अन्याय और शोषण के विरुद्ध पीड़ित फिरोज से मिलने बेनीपट्टी, मधुबनी पहुंचा।
नीतीश कुमार खुद गृह मंत्री हैं, इसलिए पुलिस में भ्रष्टाचार चरम पर है। मधुबनी में पुलिस ने तांडव मचा रखा है। जब मर्जी किसी को भी पुलिस मार देती है।
तेजस्वी ने और क्या कहा
- हमारी सरकार आयें ना आए हमें कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता लेकिन समाज में अन्याय,अत्याचार और भेदभाव हम हरगिज़ सहन नहीं करेंगे और ना होने देंगे।
- अगर किसी ने मुसलमानों की तरफ़ बुरी नज़र से देखा तो फिर उन बुरी नज़र वालों की सही नज़र करना हमें हर तरीक़े से आता है।
- ये पुलिस और प्रशासन के लोग कान खोलकर सुन लें, आप लोग जनता के नौकर हो, सेवक हो। इसी जनता के पैसे से तुम्हें तनख्वाह मिलती है।
- हमारी पार्टी ऐसे अधिकारियों के विरुद्ध मानवाधिकार आयोग भी जाएगी और उनकी सजा सुनिश्चित करेगी।
- दरभंगा और मधुबनी के 20 में से 17 विधायक BJP/JDU के है। 20 वर्षों से मधुबनी-दरभंगा-झंझारपुर के MP इन्हीं के है। ये सब निकम्मे और नकारा हो चुके है। नीतीश प्रशासन इन्हीं का है जो जात-धर्म के आधार पर भेदभाव करता है।
- बेनीपट्टी थाना क्षेत्र के बसैठ में कुछ महीने पहले एक युवा राहुल कुमार झा को पुलिस ने दूसरे थाने की सीमा में घुसकर बेवजह बेरहमी से पीटा था।
- विगत वर्ष 2024 में कटैया के बगल के ही दामोदरपुर गांव में एक ऑटो चालक मुन्ना झा की हत्या कर दी गई। बेनीपट्टी थाना पुलिस FIR में नामजद अभियुक्त को भी नहीं पकड़ सकी है।
- अक्टूबर में धनौजा गांव में हरिमोहन झा की हत्या हुई! DSP ने बयान दिया कि शराब माफिया का इसमें संलिप्तता है।
- थाना पुलिस के कुछ कर्मी पर भी संदेह की जानकारी सामने आई… लेकिन रिजल्ट क्या हुआ? कुछ नहीं।
- थाना से महज 3-4 किलोमीटर की दूरी पर जगत गांव में 29 वर्षीय सुनील झा कंपाउंडर की हत्या हुई, महीनों बाद पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं है।
- ढांगा गांव में भी कुछ दिन पहले पुलिस का बर्बरतापूर्ण कारवाई हुआ था जहां घर में घुसकर महिलाओं बच्चें को बेरहमी से पीटा गया था।