बिहार में कड़ाके की ठंड का इंतजार कर रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। मौसम विभाग ने ठंड को लेकर बड़ा अपडेट जारी कर दिया है। बारिश के बाद प्रदेश में अगले 24 घंटों में कड़ाके की ठंड दस्तक देने के लिए तैयार है। अब न्यूनतम तापमान में 2-4 डिग्री की गिरावट आएगी। इसके साथ ही कोहरे की वजह से भी लोगों को परेशानी होगी।
Bihar Weather: बिहार सहित देशभर के मौसम में तेजी से बदलाव हो रहा है। ठंड और कोहरे के सितम के बीच हुई बारिश ने लोगों की परेशानी और बढ़ा दी है। मौसम विभाग के अनुसार, आज राजधानी पटना सहित प्रदेश का मौसम शुष्क बना रहेगा। 24 घंटे बाद तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस गिरावट की संभावना है।
कोहरे का कहर
सुबह के समय प्रदेश के अधिसंख्य भागों में हल्का कोहरा छाया रहेगा, जिसका असर लोगों पर भी पड़ेगा।
प्रदेश के प्रमुख शहरों के मौसम का हाल
- पटना- पटना में आज अधिकतम तापमान 25और न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
- मुजफ्फरपुर- मुजफ्फरपुर में आज अधिकतम तापमान 33 और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
- भागलपुर- भागलपुर में आज अधिकतम तापमान 25 और न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
कुदरा व आसपास के इलाके में इस बार के ठंड के मौसम में रविवार को पहली बार आकाश में कोहरा छाया रहा। इसका जनजीवन पर असर देखने को मिला। रविवार की भोर से शुरू हुए कोहरे का असर दिन चढ़ने तक कायम रहा। इसकी वजह से सुबह में दृश्यता कम रही, जिसके चलते वाहन चालकों को परेशानी हुई। सड़कों पर वाहन अपेक्षाकृत धीमी गति से रेंगते नजर आए।
कोहरा की वजह से नेशनल हाइवे जीटी रोड पर पचपोखरी मौजा के समीप एक ट्रक डायवर्सन वाल से टकराकर क्षतिग्रस्त हो गया। संयोग रहा कि दुर्घटना में कोई चोटिल नहीं हुआ।
छोटी-मोटी दुर्घटनाएं अन्य जगहों पर भी हुईं। इससे पहले शनिवार की शाम और रात में हुई बूंदाबांदी से वातावरण में आद्रता बढ़ गई और लोगों ने ठिठुरन महसूस की। किसानों ने बताया कि हल्की बूंदाबांदी से गेहूं की फसल को कोई खास लाभ नहीं हुआ। हालांकि दलहन व तिलहन की पैरा की फसल को इससे थोड़ा फायदा पहुंचा है।
कई जिलों में सामान्य से अधिक तापमान
दिसंबर का अंतिम पखवाड़ा प्रतिवर्ष कड़ाके की ठंड, सूर्य ताप के गायब रहने और घना कुहासा छाए रहने के लिए जाना जाता है। परंतु, इस वर्ष इन सभी चीजों के अनुभव लोगों को नहीं हो रहे हैं।
स्थिति यह है कि विगत कई दिनों से अधिकतम तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस तक अधिक दर्ज किया जा रहा है। रविवार को भी अधिकतम तापमान सामान्य से साढे पांच डिग्री ज्यादा 28 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री ज्यादा 17 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
गेहूं की फसल पर असर
इस परिस्थिति में फसलों खासकर गेहूं की फसल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका कृषि विज्ञानी जता रहे हैं। वहीं आम लोगों पर भी इसका प्रभाव साफ देखा जा रहा है। मौसम विभाग अगले चार दिन तक तापमान के सामान्य से अधिक रहने की संभावना जता रहा है।
कृषि विज्ञानी डॉ. रामकृपालु सिंह एवं किसान सलाहकार अनीश कुमार बताते हैं कि जलवायु परिवर्तन के कारण असमय वर्षा, गर्मी व ठंडी हो जा रही है। नवंबर से ही तापमान सामान्य से अधिक चल रहा था।
इधर, कुछ दिनों से तापमान सामान्य से काफी अधिक रह रहा है। न्यूनतम तापमान 9 डिग्री एवं अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रहना चाहिए,जो गेहूं के फसल के अंकुरण एवं जर्मनेशन के लिए लाभदायक होता है। गेहूं में कुहासा नहीं लगने के कारण ज्यादा संख्या में पौधे से कल्ला नहीं निकल रहा है।
कुछ दिन और इसी तरह का मौसम रहा तो उत्पादन निश्चित रूप से प्रभावित होगा। फल के समय गेहूं का दाना छोटा होगा।
मौसम विभाग का अलर्ट
डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा के मौसम विभाग द्वारा अगले चार दिन के लिए मौसम पूर्वानुमान जारी किया गया है। मौसम विज्ञानी डॉ. अब्दुल सत्तार के अनुसार इस अवधि में आसमान में हल्के बादल देखे जा सकते हैं और मौसम शुष्क रहेगा। अधिकतम तापमान 27 से 28 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान 14 से 15 डिग्री रह सकता है।