“पुलिस वाहन जलाने और पुल के पास लैंड माइंस लगाकर विस्फोट करने वाले कुख्यात नक्सली को बिहार पुलिस और एसटीएफ ने संयुक्त अभियान में गिरफ्तार किया, जो पिछले नौ वर्षों से फरार था।”
“भोजपुर पुलिस और एसटीएफ ने संयुक्त छापेमारी में एक लाख रुपये का इनामी नक्सली विजय यादव उर्फ सुनील यादव को रोहतास जिले के दरिहट गांव से गिरफ्तार किया। वह भोजपुर के बाबूबांध गांव का निवासी था और पिछले कुछ वर्षों से रोहतास के बैसाडीह गांव में रह रहा था।”
“नौ वर्षों से फरार विजय यादव, जिस पर चरपोखरी थाना में चार गंभीर कांड दर्ज थे, को भोजपुर पुलिस और एसटीएफ ने गिरफ्तार कर आरा लाया। वह 2006 में सेमराव गांव में पुलिस वाहन जलाने और 2015 में कथराई पुल पर लैंड माइंस से विस्फोट करने के आरोपी था।”
“चार दिन पहले एक लाख रुपये का इनाम घोषित होने के बाद, नक्सली विजय यादव उर्फ सुनील यादव को एसटीएफ और पुलिस ने संयुक्त अभियान में रोहतास जिले के दरिहट गांव से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार करने वाले पुलिसकर्मियों और एसटीएफ को अब इनाम की एक लाख रुपये की राशि मिलेगी। थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह और एसटीएफ इंस्पेक्टर अजित कुमार की अगुवाई में टीम ने शुक्रवार को सुबह 9 बजे विजय यादव को उसके घर से गिरफ्तार किया, जहां वह चाय पी रहा था।”
छह दशकों के इंतज़ार के बाद बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के रक्सौल एयरपोर्ट के कायाकल्प की उम्मीद जगी है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) से अधियाचना मिलते ही भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। इस एयरपोर्ट के बनने से नागरिक सेवाएं शुरू होंगी और इलाके की आर्थिकी बदलेगी। साथ ही नेपाल से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा के कारण सुरक्षा प्रबंध भी मजबूत होंगे।
करीब छह दशक बाद भारत-नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित पूर्वी चंपारण जिले के रक्सौल एयरपोर्ट का भाग्योदय होने की ओर है। 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद ऐसा पहली बार होने जा रहा है कि सैनिक जहाजों की आपात लैंडिंग के लिए स्थापित एयरपोर्ट पर अब नागरिक सेवाएं शुरू होने जा रही हैं।
इसके लिए चल रहीं सरकारी कोशिशें पूर्ण होने की दिशा में तेजी से बढ़ रही हैं। पहले से एयरपोर्ट के पास उपलब्ध जमीन के अतिरिक्त 139 एकड़ जमीन के अधिग्रहण करने की प्रारंभिक प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। यानी जमीन चिह्नित कर उसकी मापी और संबंधित भूखंड की खसरा पंजी बनाने का काम पूरा हो चुका है।अब एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के स्तर पर जमीन की अधियाचना की जानी है। अधियाचना मिलने के साथ ही भूमि अधिग्रहण की दिशा में अगला कदम बढ़ेगा।
एएआई के स्तर पर चल रही प्रक्रिया, शीघ्र आ सकती है अधियाचना
आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के स्तर पर जमीन की अधियाचना करने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। उम्मीद है कि नए साल के पहले महीने में यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इस योजना को लेकर केंद्र व राज्य की सरकार लगातार जानकारी ले रही है।
छह दिसंबर 2024 को राज्य सरकार के मुख्य सचिव के नेतृत्व में एयरपोर्ट के लिए चल रही भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को लेकर ऑनलाइन समीक्षा बैठक हुई थी। इसके बाद 24 दिसंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी प्रगति यात्रा के दौरान साफ किया था कि एयरपोर्ट के लिए जितनी जमीन की जरूरत होगी राज्य सरकार देगी।
बदलेगी इलाके की आर्थिकी, सुरक्षा प्रबंध भी होंगे मजबूत
जानकार बताते हैं कि इस एयरपोर्ट के बन जाने के बाद जैसे ही नागरिक सेवाएं शुरू होंगी। इससे सटे इलाकों की आर्थिकी बदलेगी। दोनों देशों की अंतरराष्ट्रीय सीमा से इसके सटे होने के कारण यहां सुरक्षा प्रबंध भी पहले से और मजबूत किए जा सकेंगे। बता दें कि इस एयरपोर्ट को नवजीवन प्राप्त करने के लिए 62 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा। इसकी स्थापना 1962-63 में भारत-चीन युद्ध के समय किया गया था। तब उद्देश्य था कि युद्ध के दौरान चीन से भाया नेपाल सटनेवाली इस सीमा पर भी जरूरत के हिसाब से सेना के विमान उतारे जा सकें।
लंबे समय बाद केंद्र सरकार ने आम आदमी के हवाई सफर के सपनों को साकार करने के लिए उड़ान योजना में इसे शामिल किया है। इसके लिए पहले उपलब्ध करीब 137 एकड़ भूमि के अलावा 139 एकड़ जमीन की आवश्यकता है। भूमि अधिग्रहण होने के साथ एएआई हवाई अड्डे का निर्माण कराने की दिशा में पहल करेगा।
इन गांवों में होना है भूमि अधिग्रहण
हवाई अड्डा के निर्माण के लिए रक्सौल अंचल के छह गांवों में 139 एकड़ नई जमीन का अधिग्रहण होना है। इसके तहत भूमि चिह्नित कर उसकी पैमाइश करने के बाद खसरा पंजी तैयार की गई है।
छह गांवों में करीब चार सौ रैयतों की जमीन का अधिग्रहित होगी। अधिग्रहण रक्सौल अंचल के चिकनी, सिंहपुर, सिसवा, एकडेरवा, भरतमही व चंदौली गांव में किया जाना है।
BPSC की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि पुनर्परीक्षा से कम पर बात नहीं होगी। मुख्य सचिव ने रविवार को छात्रों के प्रतिनिधिमंडल को बात करने के लिए बुलाया था लेकिन लाठीचार्ज और विवाद की वजह से बातचीत के लिए अभ्यर्थी नहीं पहुंचे। मुख्य सचिव का कहना है कि आज भी उन्हें अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल का इंतजार रहेगा।
गांधी मैदान में सात घंटे तक चले छात्र संसद में सभी एकमत थे कि बीपीएससी 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा रद करना ही प्रमुख मांग है। राज्य सरकार या बीपीएससी से पुनर्परीक्षा से कम पर बात नहीं होगी।
कुछ अभ्यर्थी दोपहर में ही मुख्यमंत्री आवास मार्च के लिए दबाव बना रहे थे, लेकिन प्रशांत किशोर ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री दिल्ली में हैं। इसके बाद मार्च टाल दिया गया। वहीं देर शाम जेपी गोलंबर पर बैरिकेडिंग तोड़ आगे बढ़ रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया।
प्रशासन से बातचीत के लिए प्रतिनिधिमंडल को शाम चार बजे बुलाया गया है। प्रतिनिधिमंडल का चयन कर लें। इसपर शिक्षक रमांशु ने मुख्यमंत्री के नाम तैयार पत्र को पढ़कर अभ्यर्थियों से उनका पक्ष जाना। सभी ने एक स्वर में कहा कि पुनर्परीक्षा ही एक मात्र विकल्प है।
शाम में प्रशांत किशोर के साथ अभ्यर्थी गांधी मैदान से निकलकर जेपी गोलंबर पर जमा हुए। इस दौरान जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारी वार्ता के लिए प्रतिनिधिमंडल को भेजकर सभी को लौट जाने की बात कही।पुलिस ने प्रशांत किशोर को भी आगे बढ़ने से रोका। इसके बाद प्रशांत किशोर ने कहा कि मुख्य सचिव ने अभ्यर्थियों को वार्ता के लिए बुलाया है। यदि वार्ता में बात नहीं बनती है तो सोमवार को आगे के आंदोलन के लिए रणनीति बनाई जाएगी।
अभ्यर्थियों का आज भी रहेगा इंतजार
सचिव अमृतलाल मीणा ने कहा कि बीपीएससी अभ्यर्थियों ने उनसे मिलने का संदेश भेजा था। उनको यह बताया गया कि मुख्य सचिव से मिलने में कोई परेशानी नहीं है। जब चाहें वे आकर बातचीत कर सकते हैं। सरकार का दरवाजा खुला हुआ है। मिलने से कभी किसी ने उनको नहीं रोका है।अभ्यर्थियों का संदेशा मिलने के बाद रविवार को कोई मिलने नहीं आया है। संभव है कि बीपीएससी अभ्यर्थियों का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को मिलने आए। उन्होंने कहा कि अभ्यर्थी शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात कहें। किसी के बहकावे में आकर गलत निर्णय नहीं लें।
जिला प्रशासन की घोषणा का नहीं दिखा असर
गर्दनीबाग धरना स्थल पर 10 दिनों से अनशन कर रहे बीपीएससी अभ्यर्थियों का दल रविवार की दोपहर गांधी मैदान के बापू प्रतिमा के पास जमा हुआ। अभ्यर्थियों को जमा होते देख जिला प्रशासन की ओर माइक से घोषणा कराई जा रही थी कि गांधी मैदान के बापू प्रतिमा स्थल के आसपास के क्षेत्र को प्रतिबंधित कर दिया गया है।यहां एकत्रित होने की अनुमति नहीं प्रदान की गई है। बावजूद इसके अभ्यर्थियों का उत्साह चरम पर था। दोपहर एक बजे के आसपास जनसुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर पहुंचे। इस दौरान दो गुट आपस में ही भिड़ गए। प्रशांत किशोर, शिक्षक व छात्र नेताओं ने उन्हें शांत कराया।
गांधी मैदान स्थित जेपी गोलंबर पर प्रदर्शनकारी बीपीएससी अभ्यर्थियों पर पुलिस ने किया वाटर कैनन का प्रयोग
पानी की बैछार और लाठीजार्च से दौरान कई अभ्यर्थी सड़क पर गिर गए। इसमें एक अभ्यर्थी बेहोश हो गया, जिसे बाद में अभ्यर्थियों और प्रशासन के सहयोग से अस्पताल में भर्ती कराया गया। लाठीचार्ज में कई अभ्यर्थी चोटिल हुए हैं। पानी की बौछार में भीगने की वजह से भी अभ्यर्थियों को ठंड से भी दो-चार होना पड़ा।
बीपीएससी अभ्यर्थी पर लाठीचार्ज करती पुलिसअनुमति नहीं मिलने के बावजूद गांधी मैदान में गांधी मूर्ति के पास रविवार शाम जनसुराज पार्टी के छात्र संसद के दौरान प्रदर्शन व हंगामा मामले में प्रशासन ने कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।प्रशांत किशोर, जनसुराज के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती समेत 21 को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। गांधी मैदान थाने में दर्ज प्राथमिकी में छह-सात सौ अज्ञात को भी आरोपित किया गया है। जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा है कि इनके खिलाफ कानून व्यवस्था भंग करने को लेकर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस ने की लाठीचार्ज की निंदा
बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा रद करने के लिए आंदोलन कर रहे छात्रों पर एक बार फिर लाठी चार्ज किया गया है। जिसके बाद कांग्रेस ने इसकी निंदा की है। बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधान पार्षद प्रेमचंद मिश्रा ने कहा है कि लाठी चार्ज किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता है।उन्होंने बयान जारी कर कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री को चाहिए कि वे बिहार लोक सेवा आयोग के अभ्यर्थियों से वार्ता करे। पुलिस बल का प्रयोग करना समस्या का समाधान नहीं, बार-बार लाठी चार्ज अनुचित है।
राजद की अपील
बीपीएससी अभ्यर्थियों की मांगों का पूर्ण समर्थन करते हुए राजद ने सरकार से आग्रह किया है कि वह अपनी कथित जिद छोड़ प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) दोबारा कराए।रविवार को बयान जारी कर पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने बताया कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव मुख्यमंत्री को दो-दो बार पत्र लिखकर बीपीएससी 70 पीटी की पुनर्परीक्षा लेने का आग्रह कर चुके हैं।चित्तरंजन ने कहा कि छात्रों के भविष्य के साथ राजद खिलवाड़ नहीं होने देगा। अभ्यर्थियों के साथ ऐसा व्यवहार आज तक कभी नहीं हुआ।
प्रशांत किशोर पर भड़के तेजस्वी यादव
छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के बाद तेजस्वी यादव ने प्रशांत किशोर पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग आंदोलन को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। हम चाहते तो हम भी 5 लाख लोगों की भीड़ एकत्र कर लेते। इस दौरान उन्होंने छात्रों के शांतिपूर्ण आंदोलन की शक्ति की भी बात कही।
बिहार में कड़ाके की ठंड का इंतजार कर रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। मौसम विभाग ने ठंड को लेकर बड़ा अपडेट जारी कर दिया है। बारिश के बाद प्रदेश में अगले 24 घंटों में कड़ाके की ठंड दस्तक देने के लिए तैयार है। अब न्यूनतम तापमान में 2-4 डिग्री की गिरावट आएगी। इसके साथ ही कोहरे की वजह से भी लोगों को परेशानी होगी।
Bihar Weather: बिहार सहित देशभर के मौसम में तेजी से बदलाव हो रहा है। ठंड और कोहरे के सितम के बीच हुई बारिश ने लोगों की परेशानी और बढ़ा दी है। मौसम विभाग के अनुसार, आज राजधानी पटना सहित प्रदेश का मौसम शुष्क बना रहेगा। 24 घंटे बाद तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस गिरावट की संभावना है।
कोहरे का कहर
सुबह के समय प्रदेश के अधिसंख्य भागों में हल्का कोहरा छाया रहेगा, जिसका असर लोगों पर भी पड़ेगा।
प्रदेश के प्रमुख शहरों के मौसम का हाल
पटना- पटना में आज अधिकतम तापमान 25और न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
मुजफ्फरपुर- मुजफ्फरपुर में आज अधिकतम तापमान 33 और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
भागलपुर- भागलपुर में आज अधिकतम तापमान 25 और न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
कुदरा व आसपास के इलाके में इस बार के ठंड के मौसम में रविवार को पहली बार आकाश में कोहरा छाया रहा। इसका जनजीवन पर असर देखने को मिला। रविवार की भोर से शुरू हुए कोहरे का असर दिन चढ़ने तक कायम रहा। इसकी वजह से सुबह में दृश्यता कम रही, जिसके चलते वाहन चालकों को परेशानी हुई। सड़कों पर वाहन अपेक्षाकृत धीमी गति से रेंगते नजर आए।
कोहरा की वजह से नेशनल हाइवे जीटी रोड पर पचपोखरी मौजा के समीप एक ट्रक डायवर्सन वाल से टकराकर क्षतिग्रस्त हो गया। संयोग रहा कि दुर्घटना में कोई चोटिल नहीं हुआ।
छोटी-मोटी दुर्घटनाएं अन्य जगहों पर भी हुईं। इससे पहले शनिवार की शाम और रात में हुई बूंदाबांदी से वातावरण में आद्रता बढ़ गई और लोगों ने ठिठुरन महसूस की। किसानों ने बताया कि हल्की बूंदाबांदी से गेहूं की फसल को कोई खास लाभ नहीं हुआ। हालांकि दलहन व तिलहन की पैरा की फसल को इससे थोड़ा फायदा पहुंचा है।
कई जिलों में सामान्य से अधिक तापमान
दिसंबर का अंतिम पखवाड़ा प्रतिवर्ष कड़ाके की ठंड, सूर्य ताप के गायब रहने और घना कुहासा छाए रहने के लिए जाना जाता है। परंतु, इस वर्ष इन सभी चीजों के अनुभव लोगों को नहीं हो रहे हैं।
स्थिति यह है कि विगत कई दिनों से अधिकतम तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस तक अधिक दर्ज किया जा रहा है। रविवार को भी अधिकतम तापमान सामान्य से साढे पांच डिग्री ज्यादा 28 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री ज्यादा 17 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
गेहूं की फसल पर असर
इस परिस्थिति में फसलों खासकर गेहूं की फसल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका कृषि विज्ञानी जता रहे हैं। वहीं आम लोगों पर भी इसका प्रभाव साफ देखा जा रहा है। मौसम विभाग अगले चार दिन तक तापमान के सामान्य से अधिक रहने की संभावना जता रहा है।
कृषि विज्ञानी डॉ. रामकृपालु सिंह एवं किसान सलाहकार अनीश कुमार बताते हैं कि जलवायु परिवर्तन के कारण असमय वर्षा, गर्मी व ठंडी हो जा रही है। नवंबर से ही तापमान सामान्य से अधिक चल रहा था।
इधर, कुछ दिनों से तापमान सामान्य से काफी अधिक रह रहा है। न्यूनतम तापमान 9 डिग्री एवं अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रहना चाहिए,जो गेहूं के फसल के अंकुरण एवं जर्मनेशन के लिए लाभदायक होता है। गेहूं में कुहासा नहीं लगने के कारण ज्यादा संख्या में पौधे से कल्ला नहीं निकल रहा है।
कुछ दिन और इसी तरह का मौसम रहा तो उत्पादन निश्चित रूप से प्रभावित होगा। फल के समय गेहूं का दाना छोटा होगा।
मौसम विभाग का अलर्ट
डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा के मौसम विभाग द्वारा अगले चार दिन के लिए मौसम पूर्वानुमान जारी किया गया है। मौसम विज्ञानी डॉ. अब्दुल सत्तार के अनुसार इस अवधि में आसमान में हल्के बादल देखे जा सकते हैं और मौसम शुष्क रहेगा। अधिकतम तापमान 27 से 28 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान 14 से 15 डिग्री रह सकता है।