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“राजद और जन सुराज पार्टी पर आचार संहिता उल्लंघन के आरोप: दर्ज हुई एफआईआर, जानें पूरा मामला”

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गया में आचार संहिता उल्लंघन पर राजद और जन सुराज पार्टी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। बेलागंज थानाध्यक्ष ने कहा कि उपचुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता का पालन करना अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इसके उल्लंघन पर किसी को बख्शा नहीं जाएगा।

बिहार में 13 नवंबर को होने वाले विधानसभा उपचुनाव के मद्देनजर चार सीटों पर आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है। चुनाव अधिसूचना जारी होते ही सभी क्षेत्रों में राजनीतिक गतिविधियों पर प्रशासन की कड़ी निगरानी रखी जा रही है। गया जिले के बेलागंज विधानसभा क्षेत्र में राजद और जन सुराज पार्टी द्वारा बिना प्रशासनिक अनुमति के राजनीतिक कार्यक्रम आयोजित करने पर दोनों दलों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।

‘बिना अनुमति निकाला जुलूस’
बेलागंज थानाध्यक्ष सह प्रशिक्षु डीएसपी सदानंद कुमार ने बताया कि यह कार्रवाई बेलागंज के सीओ द्वारा दिए गए लिखित आवेदन पर की गई है। शिकायत के अनुसार, राजद के करीब 50-60 समर्थकों ने बिना प्रशासनिक अनुमति के बेलागंज विधानसभा क्षेत्र में पार्टी झंडों के साथ जुलूस निकाला। यह जुलूस आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन था, क्योंकि चुनाव के दौरान किसी भी राजनीतिक दल को सार्वजनिक रैलियां या जुलूस निकालने के लिए प्रशासनिक अनुमति लेना अनिवार्य होता है। जुलूस से पूर्व राजद के प्रत्याशी विश्वनाथ ने बेलागंज स्थित देवी मंदिर में माथा टेका और फिर जुलूस की अगुवाई की।

जन सुराज पार्टी पर भी कार्रवाई
जन सुराज पार्टी के खिलाफ भी आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है। इस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बेलागंज प्रखंड के रिसौद गांव में बिना सिंगल विंडो सिस्टम से अनुमति प्राप्त किए, 20-25 समर्थकों के साथ तंबू लगाया और राजनीतिक कार्यक्रम किया। प्रशासन ने इसे भी आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना है और इस आधार पर पार्टी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

आरोप और कानूनी धाराएं
दोनों दलों पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 174 और 223 के तहत आरोप लगाए गए हैं। बेलागंज पुलिस ने यह स्पष्ट किया है कि उपचुनाव के दौरान आचार संहिता का पालन सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन कड़ी निगरानी रखे हुए है। किसी भी राजनीतिक दल द्वारा बिना प्रशासनिक अनुमति के किसी भी प्रकार की राजनीतिक गतिविधि पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

प्रशासन की सख्त निगरानी
बेलागंज थानाध्यक्ष ने कहा कि उपचुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता का पालन करना अत्यधिक महत्वपूर्ण है और इसके उल्लंघन पर किसी को बख्शा नहीं जाएगा। सभी राजनीतिक दलों को प्रशासनिक अनुमति लेकर ही कोई भी कार्यक्रम या रैली आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं।

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Holika Dahan Kab Hai: होलिका दहन की तारीख 13 या 14 मार्च? जानिए क्या कहते हैं मिथिला और काशी पंचांग के विशेषज्ञ

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होलिका दहन को लेकर अभी भी भ्रम की स्थिति बनी हुई है। कोई गुरुवार (13 मार्च) तो कोई 14 मार्च (शुक्रवार) को होलिका दहन बता रहा है। लेकिन आज दैनिक जागरण ने पंडितों की सटीक राय जानी है और बताया है कि वास्तव में होलिक दहन कब है? इस दुविधा को दूर करते हुए आचार्य पंडित कौशल किशोर ने इसकी जानकारी दी।

रंगों का त्योहार होली में अब मात्र तीन दिन बचे हैं। शहर से गांव तक होली के रंगों में रंग गया है। बाजारों में होली की चमक दमक दिखने लगी है। गांवों से बाहर रहने वाले लोगों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। प्रेम स्नेह का प्रतीक होली मनाने के प्रति घर घर में उत्साह दिख रहा है। कई ऐसे परिवार हैं जिनके यहां होली पर कुलपूज्य देवता की पूजा करने की परंपरा है।

मिथिला और काशी पंचांग में होलिका दहन कब?

दो दिन बाद 13 मार्च की रात में होलिका दहन होगा। बूढ़ानाथ मंदिर के पंडित ऋषिकेश पांडे और तिलकामांझी महावीर मंदिर के पंडित आनंद झा संयुक्त रूप से कहते हैं कि इस बार होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 13 मार्च को काशी पंचांग के अनुसार 10.37 बजे रात्रि के बाद मध्य रात्रि को होलिका दहन होगा। जबकि मिथिला पंचांग के अनुसार 10.47 बजे रात्रि के बाद होलिका दहन बताया गया है। सर्वत्र होली 14 और 15 मार्च को मनाया जाएगा।

क्या है होलिका का महत्व

पंडित ऋषिकेश पांडे कहते हैं कि सनातन धर्म में होली पर्व बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। भविष्य पुराण में भगवान कृष्ण ने युधिष्ठिर से होलिका का कथा कहते हुए बताया कि एक समय ढूंढा नाम की राक्षसी पूरे पृथ्वी पर राज कर रही थी। उस ढूंढा नाम की राक्षसी का बध फाल्गुन मास के भद्रा रहित प्रदोष युक्त पूर्णिमा तिथि को हुआ था।

उसी दिन भक्त प्रह्लाद को भी होलिका से भगवान नारायण ने बचाया था। तब से इसे होलिका दहन के नाम से जाना जाता है। नारद जी एवं दुर्वाषा ऋषि के कथानुसार भद्रा रहित प्रदोष युक्त पूर्णिमा के मध्य रात्रि में होलिका दहन करने से रोग और दुष्टों का नाश होता है। शांति प्राप्ति होती है।

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Prashant Kishor: प्रशांत किशोर ने BJP विधायक को लगाई फटकार, मुसलमानों के अपमान पर जताई कड़ी आपत्ति

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यूपी के बाद अब बिहार में भी होली पर मुसलमानों को लेकर दिए बयान पर घमासान मच गया है। बीजेपी विधायक बचौल के बयान ने सियासी गर्मी तेज कर दी है। इस सियासी जंग में जनसुराज के संयोजक प्रशांत किशोर भी कूद गए हैं। प्रशांत किशोर ने बीजेपी विधायक को जमकर खरी-खोटी सुनाई है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी शासन चल रहा है क्या जो फरमान जारी हो रहा है।

होली और रमजान के एक ही दिन पड़ जाने से पुलिस-प्रशासन के लिए चुनौती बन गई है। लेकिन उससे भी बड़ी चुनौती अब नेताओं की बयानबाजी बन गई है। बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर उर्फ बचौल के मुसलमानों के ऊपर दिए बयान से सियासत तेज हो गई है। अब इस मामले में जनसुराज के संयोजक प्रशांत किशोर भी कूद गए हैं।

मुसलमानों के लिए क्या कहा था बीजेपी विधायक ने?

आइए सबसे पहले बताते हैं कि आखिर बीजेपी विधायक बचौल ने क्या कहा था जिससे सियासी घमासान छिड़ गया। दरअसल, बीजेपी विधायक बचौल ने कहा था कि होली के दिन मुसलमान घर से बाहर ना निकलें और अगर घर से बाहर निकल रहे हैं तो अपना कलेजा बड़ा रखें, ताकि यदि कोई आपको रंग लगा दे तो आप बर्दाश्त कर सकें।

प्रशांत किशोर ने क्या कहा?

वहीं, अब इस मामले पर प्रशांत किशोर आग बबूला हो गए हैं। उन्होंने बीजेपी विधायक को नसीहत दे डाली है। उन्होंने कहा कि क्या भाजपा विधायक के बाप का राज है? वे किसी भी स्थिति में अपना मत किसी पर नहीं थोप सकते।

प्रशांत किशोर ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि क्या बीजेपी के विधायक जब बोलेंगे तब ही लोग घर से लोग बाहर निकलेगा, नहीं तो नहीं निकलेगा? बीजेपी विधायक की जागीर है क्या? ये कोई अंग्रेजों का राज है कि बीजेपी विधायक फरमान जारी करेंगे और पब्लिक मान लेगी।पब्लिक वह करेगी जो उनको सही लगेगा, बीजेपी विधायक यहां के लाट साहब नहीं हैं जो बोलेंगे लोग मानेगा।

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Bihar News: बिहार में होली पर शराब के खिलाफ कड़ा कदम, डीजीपी ने सुरक्षा व्यवस्था के लिए दिया निर्देश

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बिहार में होली के मौके पर इस बार शराब पीना और बेचना दोनों महंगा पड़ेगा। डीजीपी ने पुलिस अधिकारियों की बैठक में शराबियों पर कड़ी नजर रखने के लिए कहा है। डीजीपी ने साफ-साफ कहा है कि बिहार में शराब पीने वाले और बेचने वाले दोनों पर कड़ा एक्शन होगा। वहीं डीजीपी ने हर चौक-चौराहे पर पुलिस की तैनाती करने को कहा है।

बिहार पुलिस मुख्यालय ने होली को लेकर सभी जिलों को अलर्ट करते हुए विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों के साथ अतिरिक्त पुलिस बलों की भी तैनाती की गई है। डीजीपी विनय कुमार ने भी आमलोगों से शांतिपूर्ण और सौहार्द्रपूर्ण तरीके से होली का पर्व मनाने की अपील की है।

होली में शराब बेचने और पीने पर कड़ी कार्रवाई

डीजीपी ने सभी जिलों के एसपी और पुलिस अधिकारियों को ऑर्डर देते हुए कहा कि हर चौक-चौराहे पर शराबियों पर नजर रखें। शराब पीने वाले और बेचने वाले दोनों के खिलाफ सख्त एक्शन लें। डीजीपी ने कहा कि उत्पात मचाने वाले लोगों पर भी कड़ी कार्रवाई करें।

सभी जिलों में शुरू हुई शांति समिति की बैठक

पुलिस मुख्यालय के निर्देश के बाद होली को लेकर सभी जिलों में शांति समिति की बैठक भी शुरू हो गई है। इसके अलावा सभी जिलों और थाना पुलिस को संवेदनशील स्थलों को चिह्नित कर वहां विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है। शराबबंदी का भी सख्ती से अनुपालन कराने को कहा गया है।

इसका उल्लंघन करने वालों पर विधि-सम्मत कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। होली को देखते हुए पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों के अवकाश पर रोक का आदेश पहले ही जारी किया जा चुका है। इसमें विशेष परिस्थिति को छोड़कर दस से 18 मार्च तक अवकाश बंद करने का निर्देश दिया गया है।

होलिका दहन के पूर्व बेड़े से बाहर आयेंगी दमकल की 60 गाड़ियां और हाइड्रोलिक

होलिका दहन को लेकर अग्निशमन विभाग भी पूरी तैयारी के साथ है। उन सभी स्थानों की पहचान करीब करीब पूरी कर ली गई, जहां बड़े स्तर पर होलिका दहन किया जाएगा। संवदेनशील इलाकों को सेक्टर और जोन में बांटा गया है।

होलिका दहन के एक दिन पूर्व दमकल की 60 गाड़ियों को तय स्थानों पर कर्मियों और पदाधिकारियों के साथ तैनात किया जाएगा। हाइड्रोलिक प्लेटफार्म भी बेड़े से बाहर आएंगे। जबकि 16 मिस्ट टेक्नोलाजी से लैस बाइक से घूमकर लोगों को जागरूक किया जाएगा।

बीते वर्ष शहर में बड़े स्तर पर 200 से अधिक स्थानों पर होलिका दहन किया गया था। इस वर्ष इन स्थानों पर होलिका दहन होना है। यहां सुरक्षा व्यवस्था और बचाव को लेकर आयोजकों के साथ ही जल्द ही अग्निशमन विभाग बैठक करेगा।

उन स्थानों पर भी विशेष नजर रखी जाएगी, जहां आसपास झुग्गी-झोंपड़ी हैं। जर्जर तार की मरम्मत के लिए बिजली विभाग से पत्राचार भी किया गया है।

जिला अग्निशमन पदाधिकारी मनोज कुमार नट ने बताया संवेदनशील इलाकों की पहचान की गई है। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए 60 से अधिक दमकल गाड़ी, 16 मिस्ट टेक्नोलाजी से लैस बाइक का इस्तेमाल होगा।

जहां बड़े स्तर पर होलिका दहन की तैयारी है, वहां एक दमकल की एक गाड़ी तैनात की जायेगी। आयोजकों के साथ बैठक किया जाएगा। लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।

इन बातों का रखें ध्यान सुरक्षित दूरी बनाए रखें

  • आग के बहुत पास न जाएं, बच्चे और बुजुर्गों को दूर रखें।
  • हवा तेज चल रही है तो होलिका दहन के दौरान अतिरिक्त सतर्कता बरतें।
  • पूजा के दौरान सावधानी बरते और कपड़ों व बालों का विशेष ध्यान रखें।
  • ऐसे स्थान का चयन करें जो भीड़ भाड़ वाले क्षेत्र से दूर हो।
  • इमरतों, पेड़ों और बिजली के तारों से दूर रहें।
  • समतल स्थान चुनें, ढलान वाली जगह पर आग फैलने का खतरा रहता है।
  • लकड़ी और उपलों का ही उपयोग करें, अन्य ज्वलनशील पदार्थों से बचें।

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