Latest News Viral News Business Job

Tranding

ओबीसी-ईबीसी आरक्षण पर पटना HC में सुनवाई आज, कश्मीर को अलग देश बताने पर बिहार में विवाद

Published

on

पटना हाईकोर्ट द्वारा बिहार नगर निकाय चुनाव में ओबीसी-ईबीसी आरक्षण पर रोक लगाने के फैसले के खिलाफ नीतीश सरकार की ओर से दायर पुनर्विचार याचिका पर आज सुनवाई होगी। बिहार के कई शहरों में हवा खराब होने लगी है। आज सुबह पूर्णिया सबसे प्रदूषित शहर रहा। किशनगंज में बिहार शिक्षा निदेशालय द्वारा छापे गए 7वीं के एग्जाम पेपर में कश्मीर को अलग देश बताने पर विवाद छिड़ गया है। 

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Sports

भारतीय महिला टीम ने इतिहास रचते हुए पहली बार 400 रन का आंकड़ा पार किया, बनाया वनडे का सर्वोच्च स्कोर

Published

on

राजकोट में आयरलैंड के खिलाफ खेले जा रहे तीसरे वनडे मैच में भारत ने 50 ओवर में पांच विकेट पर 435 रन बनाए हैं जो उसका इस प्रारूप में सर्वोच्च टोटल है। इससे पहले टीम ने आयरलैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में पांच विकेट पर 370 रन बनाए थे जो उसका सर्वोच्च टोटल था, लेकिन अगले ही मैच में टीम ने इस रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है।

भारतीय महिला टीम ने स्मृति मंधाना और प्रतिका रावल के शतकों से वनडे इतिहास का अपना सर्वोच्च स्कोर बना डाला। राजकोट में आयरलैंड के खिलाफ खेले जा रहे तीसरे वनडे मैच में भारत ने 50 ओवर में पांच विकेट पर 435 रन बनाए हैं जो उसका इस प्रारूप में सर्वोच्च टोटल है। इससे पहले टीम ने आयरलैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में पांच विकेट पर 370 रन बनाए थे जो उसका सर्वोच्च टोटल था, लेकिन अगले ही मैच में टीम ने इस रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है। यह पहली बार है जब भारतीय महिला टीम वनडे में 400 रन के स्कोर को पार कर सकी है। 

महिला वनडे क्रिकेट में यह छठी बार है जब किसी टीम ने 400 रन का आंकड़ा पार किया है। इतना ही नहीं, भारतीय महिला टीम ने पुरुष टीम को भी पीछे छोड़ दिया है। भारतीय पुरुष टीम का वनडे में सर्वोच्च स्कोर 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच विकेट पर 418 रन है, लेकिन महिला टीम इससे आगे निकल गई है और उसने आयरलैंड के सामने 436 रनों का पहाड़ सा लक्ष्य रखा है। 

महिला वनडे इतिहास का चौथा सर्वोच्च स्कोर: भारतीय टीम ने पहली बार 400 रन का आंकड़ा पार किया

भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने महिला वनडे इतिहास में नया मील का पत्थर स्थापित करते हुए 400 रन का आंकड़ा पार किया। यह वनडे क्रिकेट के इतिहास में भारत का पहला 400+ स्कोर है और अब भारतीय टीम महिला वनडे क्रिकेट के चौथे सर्वोच्च स्कोर के साथ इस सूची में शामिल हो गई है।

महिला वनडे क्रिकेट में सबसे बड़ा स्कोर न्यूजीलैंड के नाम है, जिसने 2018 में आयरलैंड के खिलाफ 491/4 का स्कोर बनाया था। न्यूजीलैंड ने अब तक चार बार 400 रन का आंकड़ा पार किया है, और महिला वनडे क्रिकेट के शीर्ष तीन सर्वोच्च स्कोर भी न्यूजीलैंड के नाम हैं। अब भारतीय टीम ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि के साथ चौथे स्थान पर कब्जा जमा लिया है, जो इस प्रारूप में उनके बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है।

मंधाना-प्रतिका की शानदार साझेदारी
भारत ने इस मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और मंधाना तथा प्रतिका ने टीम को दमदार शुरुआत दिलाई। इस मैच में मंधाना और प्रतिका दोनों ने शतक जड़े। प्रतिका 129 गेंदों पर 20 चौकों और एक छक्के की मदद से 154 रन बनाकर आउट हुईं, जबकि मंधाना ने 80 गेंदों पर 12 चौकों और सात छक्कों की मदद से 135 रन बनाकर आउट हुईं। मंधाना और प्रतिका ने पहले विकेट के लिए 233 रनों की साझेदारी की जो वनडे में भारतीय महिला टीम के लिए तीसरी सबसे बड़ी साझेदारी है।  वनडे में भारत के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड पूनम राउत और दीप्ति शर्मा के नाम है, जिन्होंने 2017 में आयरलैंड के खिलाफ 320 रन जोड़े थे।

Continue Reading

auto-news

क्या नीतीश के लिए RJD का दरवाजा बंद है या खुला? लालू परिवार में कन्फ्यूजन, मीसा भारती ने कर दिया बड़ा खुलासा।

Published

on

नीतीश कुमार के लिए आरजेडी का दरवाजा खुला है या बंद इस सवाल पर लालू परिवार में ही मतभेद है। लालू यादव और मीसा भारती का कहना है कि दरवाजा खुला है जबकि तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव इसे बंद बता रहे हैं। इस बीच नीतीश कुमार ने कहा है कि वह जहां हैं वहीं रहेंगे और कोई गलती नहीं करेंगे।

राजद के दरवाजे को लेकर इसके संस्थापक लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) के परिवार के सदस्यों के बीच भारी असमंजस है। परिवार के चार प्रमुख सदस्यों में से दो के अनुसार, राजद का दरवाजा सबके लिए खुला है। दो सदस्य इसे बंद बता रहे हैं।

दरवाजा खोलने और बंद करने की घोषणा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को लेकर हो रही है। दिलचस्प यह है कि नीतीश उनके दरवाजे की ओर झांक ही नहीं रहे हैं। वह बार-बार कह रहे हैं कि हम जहां हैं, वहीं रहेंगे। दो बार गलती से इधर से उधर चले गए थे। अब वह गलती नहीं करेंगे।

जनवरी से शुरू हुआ दरवाजा खोलने-बंद होने का सिलसिला

दरवाजा खोलने-बंद होने का सिलसिला इस साल दो जनवरी को शुरू हुआ। लालू बोले- नीतीश कुमार के लिए हमारा दरवाजा खुला हुआ है। नीतीश को भी चाहिए कि वह अपना दरवाजा खोल कर रखें, लेकिन विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने लालू के प्रस्ताव को हलका कर दिया।

उनका कहना था कि मीडिया वालों के सामने लालूजी ऐसे ही कुछ बोल देते हैं। दरवाजा तो बंद ही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा में लालू के प्रस्ताव को साफ-साफ अस्वीकार कर दिया।

‘लालू राज के पिछड़ेपन को समाप्त किया’

उन्होंने कहा कि एनडीए के साथ अटल हैं। इस क्रम में उन्होंने लालू प्रसाद के शासन काल के अपराध की चर्चा शुरू कर दी। यह भी बता दिया कि लालू प्रसाद के राज के पिछड़ेपन को उन्होंने समाप्त कर दिया है।

तेज प्रताप बोले- हमारे यहां नो एंट्री

मकर संक्रांति के अवसर पर मंगलवार को भी लालू परिवार में नीतीश के लिए दरवाजा खोलने और बंद करने को लेकर परस्पर विरोधी बयान आए। लालू के बड़े पुत्र और पूर्व मंत्री तेज प्रताप ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए हमारे यहां नो एंट्री है।

मीसा भारती बोलीं- लालू और नीतीश पुराने मित्र

दूसरी तरफ, सांसद मीसा भारती ने कहा कि लालू प्रसाद और नीतीश कुमार पुराने मित्र हैं। उन्होंने मकर संक्रांति के भोज में नीतीश कुमार को निमंत्रण देने के प्रश्न पर कहा- हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी भोज में शामिल हों।

राजद का आरोप, स्थानांतरण-पदस्थापन में जातिवाद की पराकाष्ठा

  • मंगलवार को राजद के प्रदेश कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन के दौरान राजद प्रवक्ताओं ने एक सांस व एक सुर में कहा कि बिहार संस्थागत भ्रष्टाचार का केंद्र बन चुका है और यहां सरकार नामक व्यवस्था कारगर नहीं। सेवानिवृत्त पदाधिकारी अपने अनुसार सरकार चला रहे।
  • प्रदेश मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव, राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो. नवल किशोर यादव, प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद, अरुण कुमार यादव व आरजू खान ने संयुक्त रूप से यह आरोप लगाया।
  • शक्ति यादव ने आरोप लगाया कि बिहार में स्थानांतरण-पदस्थापन में जातिवाद की पराकाष्ठा है। मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड में सही तरीके से पहल नहीं होने के कारण सभी अभियुक्त बच गए। महिलाओं पर अत्याचार की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है और बिहार शर्मसार है।

Continue Reading

auto-news

Bihar News: नीतीश सरकार का किसानों के लिए बड़ा तोहफा, जबरदस्त फायदे होंगे; जानें क्या है सरकार का नया ऐलान।

Published

on

बिहार के किसानों के लिए अच्छी खबर है! नीतीश सरकार ने आधुनिक और वैज्ञानिक पद्धति से खेती करने के लिए बड़ा एलान किया है। किसानों को खेती-किसानी के उद्देश्य से खरीदे जाने वाले ड्रोन पर 60 प्रतिशत राशि या अधिकतम 3.65 लाख रुपये तक का अनुदान दिया जाएगा। इसका लक्ष्य चालू वित्तीय वर्ष में राज्य के सभी 101 अनुमंडलों में एक-एक कृषि ड्रोन की खरीद करना है।

 बिहार के किसानों के लिए अच्छी खबर सामने आई है। बिहार के किसानों को आधुनिक और वैज्ञानिक पद्धति से खेती करने के लिए 

 नीतीश सरकार ने बड़ा एलान किया है। नीतीश सरकार के इस एलान से किसानों की पुरानी परेशानी दूर हो जाएगी और कम मेहनत में अधिक काम हो जाएगा।

किसानों को 3.65 लाख की आर्थिक सहायता

दरअसल, नीतीश सरकार खेती-किसानी के उद्देश्य से खरीदे जाने वाले ड्रोन पर 60 प्रतिशत राशि या अधिकतम 3.65 लाख रुपये तक का अनुदान दे रही है। चालू वित्तीय वर्ष (2024-25) में राज्य के सभी 101 अनुमंडलों में एक-एक कृषि ड्रोन की खरीद का लक्ष्य है।राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत इसका निर्णय लिया गया है। इस योजना के अंतर्गत निर्धारित छिड़काव शुल्क का 50 प्रतिशत अथवा प्रति ड्रोन अधिकतम 240 एकड़ छिड़काव पर सहायता अनुदान भी दिया जाना है।

कृषि कार्य में ड्रोन की उपयोगिता से संबंधित प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए मंगलवार को कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने इसकी जानकारी दी। कृषि भवन परिसर में आयोजित प्रदर्शनी में छह जिला (पटना, सिवान, सारण, भोजपुर, वैशाली, नालंदा) के किसानों व पटना जिला की जीविका दीदियों आदि ने भाग लिया।

केंद्र सरकार ने 1261 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी

मंगल पांडेय ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा नमो ड्रोन दीदी योजना के अंतर्गत जीविका समूहों के बीच 201 ड्रोन वितरण की योजना है। इसके लिए केंद्र सरकार ने 1261 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है। उन्होंने कहा कि उचित मात्रा में कीटनाशकों के छिड़काव में ड्रोन के उपयोग की असीम संभावना है।

कृषि ड्रोन से होंगे जबरदस्त फायदे

ड्रोन तकनीक पारंपरिक खेती के तरीकों को बदलकर किसानों को निरंतर स्मार्ट खेती की ओर ले जा रही है। नवीनतम तकनीक से मिट्टी और कृषि योग्य भूमि का विश्लेषण किया जा सकता है। निरंतर फसलों की निगरानी की जा सकती है। ड्रोन के जरिए किसान व श्रमिक को कम परिश्रम करना होगा।डाटा एकत्र करने और कृषि उत्पादों के प्रयोग में ड्रोन की सहायता से नए सेवा मॉडल विकसित किए जा सकते हैं। ड्रोन संचालन का प्रशिक्षण प्राप्त कर अब महिलाएं भी अपना योगदान दे रही हैं। सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।विधायक देवेशकांत सिंह, इफको के उप महाप्रबंधक रजनीश पाण्डेय ने भी संबोधित किया। कृषि विभाग के विशेष सचिव डा. वीरेन्द्र यादव आदि कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

Continue Reading

Trending