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New Education Policy to be implemented in India from 2023-24

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A group of students studying in a classroom.

The new education policy (NEP) 2020, which was approved by the Union Cabinet in July 2020, will be implemented in India from the academic year 2023-24. The policy aims to transform the education system in India by making it more holistic, flexible, and learner-centric.

The NEP 2020 has been welcomed by students and teachers alike. Students say that the policy will give them more opportunities to explore their interests and develop their skills. Teachers say that the policy will give them more flexibility in teaching and assessment.

Some of the key features of the NEP 2020 include:

  • Making early childhood education (ECE) compulsory for all children between the ages of 3 and 6.
  • Introducing a 5+3+3+4 structure for school education, with 5 years of primary school, 3 years of middle school, 3 years of high school, and 4 years of higher secondary school.
  • Introducing multiple entry and exit points in the education system, so that students can choose the path that is right for them.
  • Giving more importance to vocational education and skill development.
  • Promoting multilingualism and inculcating a sense of national identity and global citizenship among students.

The implementation of the NEP 2020 is a major step towards improving the quality of education in India. It is expected to bring positive changes in the lives of millions of students and teachers across the country.

Here are some of the challenges that need to be addressed for the successful implementation of the NEP 2020:

  • Lack of infrastructure: Many schools in India do not have adequate infrastructure to implement the NEP 2020. This includes classrooms, laboratories, and libraries.
  • Lack of trained teachers: There is a shortage of trained teachers in India, especially in rural areas. This will need to be addressed if the NEP 2020 is to be implemented effectively.
  • Lack of financial resources: The implementation of the NEP 2020 will require a significant amount of financial resources. The government will need to allocate adequate funds for this purpose.

Despite these challenges, the NEP 2020 is a bold and ambitious attempt to transform the education system in India. If implemented effectively, it has the potential to make a significant difference in the lives of millions of students and teachers.

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Bihar Board Result 2025: बिहार बोर्ड मैट्रिक और इंटर रिजल्ट की घोषणा को लेकर मिली ताजा जानकारी, जानें कब आएंगे परिणाम

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पिछले साल की भांति इस बार भी बिहार बोर्ड पुरी तरह से मुस्तैदी दिखाते हुए रिजल्ट की घोषणा करने जा रहा है। बिहार बोर्ड परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशाेर ने बताया कि इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा का रिजल्ट मार्च के अंतिम सप्ताह और मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट अप्रैल के प्रथम सप्ताह में जारी किया जाएगा। उत्तर पुस्तिकाओं को मूल्यांकन कार्य इसी महीने शुरू हो जाएगा।

अभी बिहार में मैट्रिक की परीक्षा चल रही है। मैट्रिक परीक्षा 25 फरवरी को समाप्त होगी। इंटरमीडिएट की परीक्षा 15 फरवरी को समाप्त हो चुकी है। इस बीच बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने दोनों परीक्षाओं का रिजल्ट मार्च और अप्रैल महीने में जारी करने की घोषणा की है।

परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशाेर ने बताया कि इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा का रिजल्ट मार्च के अंतिम सप्ताह और मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट अप्रैल के प्रथम सप्ताह में जारी किया जाएगा। उत्तर पुस्तिकाओं को मूल्यांकन कार्य इसी महीने शुरू हो जाएगा।

जिनकी परीक्षा छूटी वे दे सकते हैं विशेष परीक्षा

परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशाेर ने बताया कि अभी मैट्रिक की परीक्षा चल रही है। इंटरमीडिएट की परीक्षा समाप्त हो गई है। किन्हीं कारणों से अगर किसी विद्यार्थी का परीक्षा छूट गया है वे विशेष परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। विशेष परीक्षा अप्रैल में आयोजित होगी और इसका रिजल्ट मई में जारी किया जाएगा। कंपार्टमेंटल परीक्षा भी अप्रैल में आयोजित होगी।

तृतीय सक्षमता परीक्षा के लिए 22 फरवरी से शुरू होगी आवेदन प्रक्रिया

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने तृतीय सक्षमता परीक्षा की तिथि की घोषणा कर दी है। तृतीय सक्षमता परीक्षा के लिए 22 फरवरी से 12 मार्च तक आवेदन लिया जाएगा। तृतीय सक्षमता परीक्षा में कक्षा एक से 12 वीं के कुल 61 विषयों की परीक्षा आयोजित की जाएगी।

इसमें कक्षा एक से पांचवीं के लिए तीन विषय, कक्षा छह से आठवीं के लिए छह विषय और प्रारंभिक शारीरिक शिक्षा, कक्षा नौ से 10 वीं के लिए 20 विषयों और कक्षा 11 से 12 वीं के लिए 31 विषयों के लिए परीक्षा आयोजित की जाएगी। संभवत: यह परीक्षा सीबीटी के माध्यम से मई में आयोजित हो सकती है।

बिहार बोर्ड में नकल पर शिकंजा के लिए बदली गई व्यवस्था

बता दें कि हर साल बिहार बोर्ड में नकल की खबरें सामने आती थी। लेकिन इस बार बोर्ड ने अपने स्तर से शिकंजा कस दिया है। एंट्री प्वॉइंट से लेकर क्लास तक में कैमरे से निगरानी की जा रही है। छात्र-छात्राओं के पकड़े जाने पर परीक्षा से 2 साल के लिए निष्कासित करने का भी नियम लाया गया है।

इस बार काफी हद तक नकल पर लगाम लगी है। पुलिस से लेकर अधिकारी खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं। नकल करने पर बच्चों को सीधे परीक्षा से निष्कासित किया जा रहा है।

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वसंत पंचमी 2025 :

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वसंत पंचमी के इस पावन अवसर पर, आप सभी को सुख, समृद्धि और ज्ञान की प्राप्ति हो। यह दिन आपके जीवन में नई उमंग और खुशियाँ लेकर आए। दोस्तों और रिश्तेदारों को हार्दिक शुभकामनाएँ!

हिंदू धर्म में सरस्वती माता को संगीत, कला, वाणी और ज्ञान की देवी कहा जाता है, उनके आशीर्वाद से व्यक्ति के सुख-सौभाग्य में वृद्धि और नौकरी कारोबार में सफलता प्राप्त होती है। हिंदू धर्म में सरस्वती माता को संगीत, कला, वाणी और ज्ञान की देवी कहा जाता है, उनके आशीर्वाद से व्यक्ति के सुख-सौभाग्य में वृद्धि और नौकरी कारोबार में सफलता प्राप्त होती है। धार्मिक ग्रंथों में मां सरस्वती को स्वर की देवी का दर्जा प्राप्त है। कहा जाता है कि यदि सच्चे भाव से उनकी उपासना की जाए, तो साधक के सभी संकटों का निवारण होता है। हालांकि उनकी विशेष कृपा पाने के लिए वसंत पंचमी का दिन सबसे खास है, क्योंकि यह तिथि उनके जन्म से जुड़ी है। पौराणिक कथाओं के मुताबिक इस दिन ब्रह्मा जी ने अपने कमंडल से जल छिड़ककर सरस्वती माता को उत्पन्न किया था, इसलिए वसंत पंचमी पर घर, मंदिर, स्कूल और कॉलेजों से लेकर सभी शिक्षा संस्थानों में मां शारदा की पूजा का भव्य आयोजन किया जाता है।

इस साल 3 फरवरी 2025 रविवार यानी की आज पूरे भारत में वसंत पंचमी का पर्व मनाया जा रहा है, यह दिन छात्र ही नहीं बल्कि किसान वर्ग के लिए भी बेहद शुभ है, क्योंकि वसंत पंचमी से ‘वसंत ऋतु’ का आगमन होता है। इसलिए इस अवसर पर सभी एक दूसरे को सरस्वती पूजा यानी की  वसंत पंचमी की शुभकामनाएं देते हैं। ऐसे में आप इन खूबसूरत संदेशों के माध्यम से अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को वसंत पंचमी की शुभकामनाएं दे सकते हैं…

विद्या और ज्ञान से ज्यादा मूल्यवान इस दुनिया में कोई भी वस्तु नहीं है।
सरस्वती पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं
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तू स्वर की दाता है,
तू ही वर्णों की ज्ञाता।
तुझमें ही नवाते शीष,
हे शारदा मैया, दे अपना आशीष।
वसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं

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BSEB Patna: बिहार बोर्ड इंटर परीक्षा के नए दिशा-निर्देश, छात्रों को मिली थोड़ी राहत

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Bihar board : 1 फरवरी से बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट की परीक्षा शुरू हो रही है। बोर्ड के दिशा निर्देश पहले की त्यारह ही थे, लेकिन ठंड को देखते हुए बोर्ड ने परीक्षार्थियों को थोड़ी सी राहत दी है।  

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। हालांकि बिहार बोर्ड ने अपने निर्देशों में थोडा सा सुधार किया है। पिछले वर्ष तक परीक्षार्थियों को जुटे पहनकर परीक्षा केंद्र के अंदर आने की इजाजत नहीं थी, लेकिन 2 फरवरी से होने वाले परीक्षा में थोड़ी सी नरमी की गई है। बोर्ड ने फिलहाल ठंड को देखते हुए चप्पल के साथ मोजा पहनने की इजाजत दे दी है, ताकि उनके स्वास्थ्य को ठंड बहुत ज्यादा प्रभावित न कर सके।

परीक्षार्थियों को मिली सहूलियत 
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने 1 फरवरी से शुरू होने वाले परीक्षा में बिहार बोर्डने मौसम को देखते हुए थोड़ी सी राहत दी है। अब तक के दिशा निर्देश के तहत परीक्षार्थियों को जुटा पहनकर परीक्षा हॉल में जाने की इजाजत नहीं थी। लेकिन लगातार बढ़ते ठंड को देखते हुए बोर्ड ने निर्णय लिया है कि बच्चे जूता नहीं पहन सकते।उन्हें चप्पल पहन कर ही परीक्षा देना होगा, लेकिन इसमें अब सहूलियत यह किया गया है कि बच्चे मोजा पहनकर परीक्षा दे सकते हैं।

परीक्षार्थी इस समय का करें जरुर पालन 
बिहार बोर्ड के 12वीं की परीक्षा 1 फरवरी 2025 से शुरू होगी जो 15 फरवरी 2025 तक चलेगी। परीक्षा दो पालियों में आयोजित की जाएगी। पहली पाली सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक होगी, जबकि दूसरी पाली दोपहर 2 बजे शुरू होकर शाम 5 बजे तक होगी। परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने के एक घंटा पहले यानी सुबह 8:30 बजे  से उनका प्रवेश करना शुरू हो जायेगा, जबकि 9 बजे परीक्षा केंद्र का मुख्य दरवाजा बंद कर दिया जायेगा। 9 बजे के बाद किसी भी परीक्षार्थी को अंदर जाने की इजाजत नहीं होगी। वहीं दूसरी पाली  की परीक्षा 2 बजे दोपहर से शुरू होगी इसके लिए बच्चों को 1:00 बजे तक परीक्षाकेंद्र के अंदर प्रवेश करना शुरू हो जायेगा और 1:30 बजे परीक्षा केंद्र का मुख्य दरवाजा बंद कर दिया जायेगा। बिहार बोर्ड के निर्देशों के अनुसार 1:30 बजे के बाद से परीक्षार्थियों का प्रवेश बंद हो जायेगा।

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