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Mahakumbh 2025 Live : महाकुंभ के पहले स्नान में उमड़ा जनसैलाब, 60 लाख श्रद्धालुओं ने लगाई पवित्र डुबकी; विदेशी भक्त भी दिखे उत्साहित।

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Prayagraj Maha Kumbh 2025 Snan Photos Live News in Hindi : विचारों, मतों, संस्कृतियों, परंपराओं स्वरूपों का गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी के तट पर महामिलन 45 दिन तक चलेगा। पौष पूर्णिमा के प्रथम दिन करीब 60 लाख लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई। पौष पूर्णिमा से जुड़ा हर अपडेट यहां पढ़ें…

Maha Kumbh 2025: महाकुंभ एक वैश्विक आयोजन बन जाएगा 

विशेष रूप से, इस वर्ष के महाकुंभ में अपेक्षित भीड़ कई देशों की जनसंख्या से अधिक होने का अनुमान है, जिससे यह वास्तव में एक वैश्विक आयोजन बन जाएगा। विदेशी श्रद्धालु न केवल इस कार्यक्रम को देखने के लिए आकर्षित हुए, बल्कि अनुष्ठानों में सक्रिय रूप से भाग लेते हुए भी देखे गए, अन्य देशों के कई साधुओं और संन्यासियों ने सनातन धर्म को अपनाया और आध्यात्मिक आशीर्वाद के रूप में पवित्र स्नान किया।

दक्षिण कोरिया के कई यूट्यूबर्स ने इस स्वर्गीय अनुभव को अपने कैमरों में कैद किया

महाकुंभ की भव्यता ने न केवल भारतीय श्रद्धालुओं, बल्कि दुनिया भर से आए पर्यटकों को भी मंत्रमुग्ध कर दिया है। संगम घाट पर, अंतरराष्ट्रीय तीर्थयात्रियों और आध्यात्मिक साधकों की एक श्रृंखला उत्सव में शामिल हुई। दक्षिण कोरिया के कई यूट्यूबर्स इस स्वर्गीय अनुभव को अपने कैमरों में कैद करते दिखे, जबकि जापान के पर्यटक इस आयोजन के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व को समझने के लिए स्थानीय गाइडों से जुड़े रहे।

दो दिन पहले ही लाखों श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान करना शुरू कर दिया

आधिकारिक स्नान दिवस से दो दिन पहले ही लाखों श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान करना शुरू कर दिया था, जो दर्शाता है कि 45 दिनों तक चलने वाला महाकुंभ 2025 उत्तर प्रदेश सरकार के भीड़ अनुमान से अधिक हो सकता है।

महाकुंभ की अद्वितीय सांस्कृतिक विरासत का अनुभव करने के एकत्र हुए भक्त

देश और दुनिया भर से भक्तों का एक समूह न केवल जप, ध्यान और आध्यात्मिक पूर्ति और महाकुंभ की अद्वितीय सांस्कृतिक विरासत का अनुभव करने के लिए भी एकत्र हुआ। पवित्र शहर प्रयागराज में संगम नोज सहित स्थायी और अस्थायी घाटों पर भारी भीड़ इस असाधारण घटना की गवाह बनी।

विभिन्न राज्यों से बड़ी संख्या में पहुंची तीर्थयात्री

संगम नोज सहित सभी प्रमुख घाटों पर पवित्र डुबकी लगाते समय श्रद्धालु “हर हर महादेव,” “जय श्री राम,” और “जय बजरंग बली” के नारे लगाते दिखे। बिहार, हरियाणा, बंगाल, ओडिशा, दिल्ली, उत्तराखंड, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश जैसे विभिन्न राज्यों से तीर्थयात्रियों को बड़ी संख्या में भाग लेते देखा गया।

कल्पवासियों ने ‘मोक्षदायिनी’ संगम में पवित्र डुबकी लगाई

पौष पूर्णिमा पर अपने गहन आध्यात्मिक अनुशासन के लिए जाने जाने वाले कल्पवासियों ने ‘मोक्षदायिनी’ संगम में पवित्र डुबकी लगाई और अपने 45 दिवसीय आध्यात्मिक एकांतवास की शुरुआत की। कल्पवासी महाकुंभ अवधि के दौरान ब्रह्मचर्य, न्यूनतम जीवन और नियमित प्रार्थना की सख्त प्रतिज्ञा का पालन करते हैं। उन्होंने न केवल अपनी व्यक्तिगत आध्यात्मिक उन्नति के लिए बल्कि मानवता के कल्याण के लिए भी प्रार्थना की।

महाकुंभ 2025 ने आध्यात्मिक भव्यता की याद दिला दी

भव्य महाकुंभ 2025 आस्था, भक्ति और आध्यात्मिक एकता के जबरदस्त प्रदर्शन के साथ शुरू हुआ, जिसने 144 वर्षों में एक बार देखी गई आध्यात्मिक भव्यता की याद दिला दी। अटूट विश्वास, गहरी भक्ति, खुशी और भावनात्मक उत्साह से भरी विशाल मंडली ने इस पवित्र कार्यक्रम को आध्यात्मिकता और मानवीय संबंध के वैश्विक संगम में बदल दिया।

मकर संक्रांति को पहला प्रमुख अमृत स्नान 

प्रयागराज में त्रिवेणी संगम पर गंगा, यमुना और रहस्यमयी सरस्वती नदियों के पवित्र संगम पर स्नान करने के लिए दुनिया भर से श्रद्धालु एकत्र हुए हैं। पहला प्रमुख शाही स्नान या अमृत स्नान मंगलवार को मकर संक्रांति के दौरान होगा।

असाधारण अनुभव प्राप्त हुआ

विदेशी श्रद्धालु ने पवित्र स्नान किया। स्नान करने के बाद उन्होंने कहा कि बहुत विनम्र, विशेषाधिकार प्राप्त, असाधारण अनुभव प्राप्त हुआ।

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“मकर संक्रांति का ये शुभ दिन आपको नई ऊंचाइयों और असीम खुशियों से भर दे। आप सभी को मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं।”

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Makar Sankranti Wishes 2025: जब सूर्य धनु से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तब मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। इस साल 14 जनवरी 2025 को मकर संक्रांति मनाई जा रही है। 

Makar Sankranti Wishes 2025: जब सूर्य धनु से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तब मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। इस साल 14 जनवरी 2025 को मकर संक्रांति मनाई जा रही है। मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान और जरूरतमंदों को दान करने से साधक के भाग्य में वृद्धि होती हैं, साथ ही वंशों पर पितरों की कृपा बनी रहती हैं। ज्योतिष गणना के अनुसार मकर संक्रांति पर सूर्यदेव दक्षिणायन से उत्तरायण होते हैं, जिस कारण से इसे उत्तरायण पर्व भी कहते हैं। यह दिन सूर्य उपासना के लिए उत्तम माना गया है।

कहते हैं कि यदि सच्चे भाव से मकर संक्रांति पर सूर्यदेव को जल अर्पित किया जाए, तो जातक की कुंडली में उनकी स्थिति मजबूत होती है। वहीं भारत में मकर संक्रांति को नई फसल और खिचड़ी का पर्व भी कहते हैं, इस तिथि पर खिचड़ी बनाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है, हालांकि कुछ राज्यों में इसे तिल संक्रांति” के नाम से भी जाना जाता है।

पंचांग के अनुसार साल 2025 में मकर संक्रांति पर विष्कुम्भ योग और पुनर्वसु नक्षत्र का संयोग बन रहा है, इस योग में तिल के लड्डू या तिल के अन्य व्यंजन का प्रसाद वितरण करना लाभकारी होता है, इस दौरान आप सभी को इन खूबसूरत संदेशों के माध्यम से मकर संक्रांति की शुभकामनाएं भी दे सकते हैं…

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Bihar Weather: मकर संक्रांति पर बिहार में घना कोहरा, कई जिलों में मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया।

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Weather News: मंगलवार रात से नया पश्चिमी विक्षोभ भारत के कई हिस्सों को प्रभावित कर सकता है। इस कारण 16 जनवरी से एक बार फिर ठंड में बढ़ोतरी हो सकती है।

मकर संक्राति की सुबह पटना, मुजफ्फरपुर समेत कई जिलों में घना कोहरा देखने को मिला। दृश्यता लगभग 50 मीटर थी। एक दिन पहले ही मौसम विज्ञान केंद्र ने सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, बक्सर, भोजपुर, छपरा, सीवान में घने कोहरे को लेकर यलो अलर्ट जारी किया था। मौसम विभाग की मानें तो 14 और 15 जनवरी को बिहार के कई हिस्सों में धूप निकलेगी। वहीं पश्चिमी, उत्तर-मध्य बिहार में घना कोहरा और अन्य जिलों में सामान्य या मध्यम श्रेणी का कोहरा छाया रहेगा।  

बांका और रोहतास में सबसे ज्यादा ठंड
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, मंगलवार रात से नया पश्चिमी विक्षोभ भारत के कई हिस्सों को प्रभावित कर सकता है। इस कारण 16 जनवरी से एक बार फिर ठंड में बढ़ोतरी हो सकती है। पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा ठंड बांका में पड़ी। यहां का न्यूनतम तापमान 9.1 डिग्री दर्ज किया गया। इसके बाद रोहतास का न्यूनतम तापमान 9.2 डिग्री, पश्चिमीचंपारण का 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं जमुई और मोतिहारी का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री, अरवल का 10.1 डिग्री, किशनगंज का 10.3 डिग्री, सीवान का 10.6 डिग्री और पटना का 13.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। 
कोहर का असर इन ट्रेन पर भी
वहीं मंगलवार सुबह कोहरे का असर यातायात व्यवस्था पर भी दिखा। नई दिल्ली इस्लामपुर मगध एक्सप्रेस ट्रेन करीब साढ़े तीन घंटा लेट हो चुकी है। वहीं नई दिल्ली राजेंद्र नगर संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन भी लेट है। इसके अलावा श्रमजीवी एक्सप्रेस करीब ढाई घंटे और  दानापुर-साहेबगंज इंटरसिटी ट्रेन चार घंटे लेट चल रही। 

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चूड़ा-दही खाने आए नीतीश कुमार बिना भोज किए लौटे; चिराग पासवान के दफ्तर में अचानक क्या हुआ?

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सीएम नीतीश कुमार से केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की मुलाकात नहीं होने पर  सियासी गलियारे में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। तंज कसने वाले विपक्ष के नेता कहने लगे कि भोज में आमंत्रित कर चिराग खुद गायब दिखे।

आज मक्रर संक्रांति हैं। पटना में सभी राजनीतिक दल अपने अपने पार्टी कार्यालय में चूरा-दही भोज का आयोजन करती है। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की पार्टी ने भी प्रदेश कार्यालय में भोज का आयोजन किया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसमें शामिल होने का न्यौता भी दिया गया था। सीएम कार्यालय की ओर से सीएम नीतीश कुमार के आने का समय समय 14 जनवरी दोपहर 12 बजे तक दिया गया था। लेकिन, सीएम नीतीश दो घंटा पहले ही लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रदेश कार्यालय पहुंच गए। लेकिन, इस दौरान चिराग पासवान मौजूद ही नहीं थे। 10 मिनट तक रुकने के बाद सीएम नीतीश कुमार रवाना हो गए। 
चिराग पासवान खुद गायब दिखे
इस घटना के बाद सियासी गलियारे में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। तंज कसने वाले विपक्ष के नेता कहने लगे कि भोज में एनडीए के सभी नेताओं को आमंत्रित कर चिराग पासवान खुद गायब दिखे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भोज में शामिल होने के लिए पहुंच गए लेकिन चिराग वहां नहीं पहुंच पाए। 

पार्टी अध्यक्ष ने किया स्वागत
इधर, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रदेश अध्यक्ष और राज्य संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष ने सीएम नीतीश कुमार का स्वागत किया। सीएम नीतीश कुमार भी 10 मिनट तक यहां रुके। पार्टी के नेताओं से बातचीत की। इसके बाद बिना भोज खाए ही सीएम नीतीश कुमार रवाना हो गए। 

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