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6G network by 2028? This country wants to beat everyone in race to launch 5G successor for commercial use

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The excitement around 5G hasn’t even subsided yet and the world is already racing towards the next gen 6G network. Every country is working on a plan to lead the global 6G race but there’s one country that aims to lead this race by as soon as 2028. According to a report by GSMArena (via IThome.com), South Korea’s Ministry of Information and Communication Technology has announced that the country Korea is accelerating its plans to launch 6G network services by two years to 2028 under the K-Network 2030 plan.

The government will kickstart the commercial launch by securing world-class 6G technology, innovating software-based next-generation mobile networks and strengthening network supply chains. Alongside, the government will also encourage local companies to produce materials and components required for 6G technology and also develop an open radio access network that is compatible with any mobile device. This will enable mobile operators and enterprises to provide flexible services.

The move is aimed at securing early access to the future dominance of radio frequencies and meet the demand for higher speed and lower latency wireless communications following the 5G network race.

The Ministry further informed that a feasibility study for a 6G core technology research and development project worth 625.3bn Yuan is already underway.

South Korea takes a lead in the 5G development with a 25.9% of the total 5G patents filed last year. By advancing efforts in 6G development, the company expects to raise this figure to 30% or more in an upcoming patent competition for 6G networks. The country’s previous 4G technology developments were mostly dominated by US and European companies.

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BSEB Patna: बिहार बोर्ड इंटर परीक्षा के नए दिशा-निर्देश, छात्रों को मिली थोड़ी राहत

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Bihar board : 1 फरवरी से बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट की परीक्षा शुरू हो रही है। बोर्ड के दिशा निर्देश पहले की त्यारह ही थे, लेकिन ठंड को देखते हुए बोर्ड ने परीक्षार्थियों को थोड़ी सी राहत दी है।  

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। हालांकि बिहार बोर्ड ने अपने निर्देशों में थोडा सा सुधार किया है। पिछले वर्ष तक परीक्षार्थियों को जुटे पहनकर परीक्षा केंद्र के अंदर आने की इजाजत नहीं थी, लेकिन 2 फरवरी से होने वाले परीक्षा में थोड़ी सी नरमी की गई है। बोर्ड ने फिलहाल ठंड को देखते हुए चप्पल के साथ मोजा पहनने की इजाजत दे दी है, ताकि उनके स्वास्थ्य को ठंड बहुत ज्यादा प्रभावित न कर सके।

परीक्षार्थियों को मिली सहूलियत 
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने 1 फरवरी से शुरू होने वाले परीक्षा में बिहार बोर्डने मौसम को देखते हुए थोड़ी सी राहत दी है। अब तक के दिशा निर्देश के तहत परीक्षार्थियों को जुटा पहनकर परीक्षा हॉल में जाने की इजाजत नहीं थी। लेकिन लगातार बढ़ते ठंड को देखते हुए बोर्ड ने निर्णय लिया है कि बच्चे जूता नहीं पहन सकते।उन्हें चप्पल पहन कर ही परीक्षा देना होगा, लेकिन इसमें अब सहूलियत यह किया गया है कि बच्चे मोजा पहनकर परीक्षा दे सकते हैं।

परीक्षार्थी इस समय का करें जरुर पालन 
बिहार बोर्ड के 12वीं की परीक्षा 1 फरवरी 2025 से शुरू होगी जो 15 फरवरी 2025 तक चलेगी। परीक्षा दो पालियों में आयोजित की जाएगी। पहली पाली सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक होगी, जबकि दूसरी पाली दोपहर 2 बजे शुरू होकर शाम 5 बजे तक होगी। परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने के एक घंटा पहले यानी सुबह 8:30 बजे  से उनका प्रवेश करना शुरू हो जायेगा, जबकि 9 बजे परीक्षा केंद्र का मुख्य दरवाजा बंद कर दिया जायेगा। 9 बजे के बाद किसी भी परीक्षार्थी को अंदर जाने की इजाजत नहीं होगी। वहीं दूसरी पाली  की परीक्षा 2 बजे दोपहर से शुरू होगी इसके लिए बच्चों को 1:00 बजे तक परीक्षाकेंद्र के अंदर प्रवेश करना शुरू हो जायेगा और 1:30 बजे परीक्षा केंद्र का मुख्य दरवाजा बंद कर दिया जायेगा। बिहार बोर्ड के निर्देशों के अनुसार 1:30 बजे के बाद से परीक्षार्थियों का प्रवेश बंद हो जायेगा।

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Bihar Teacher News: 13 महीने से वेतन के लिए तरसे बिहार के 50 से ज्यादा शिक्षक, अब सीएम से न्याय की अपील

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कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय से बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जहां नवनियुक्त शिक्षकों को 13 महीनों से वेतन नहीं मिला। अब शिक्षकों के सामने जीवनयापन का भी संकट खड़ा हो गया है। उनके द्वारा राज्यपाल और सीएम से वेतन के भुगतान की मांग की गई है। यहां 60 शिक्षक बगैर वेतन 13 महीनों से सेवा दे रहे हैं।

बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग से नियुक्त कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के करीब 60 शिक्षक बगैर वेतन 13 महीनों से सेवा दे रहे हैं। इसके कारण उनकी आर्थिक स्थिति चरमरा गई है। अब जीवनयापन पर भी संकट दिख रहा है।

CM और राज्यपाल से लगाई गुहार

  • इसको देखते हुए विश्वविद्यालय के व्याकरण, ज्योतिष, दर्शन एवं हिंदी के शिक्षकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, कुलाधिपति सह राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को पत्र भेजकर वेतन की गुहार लगाई है।
  • नवनियुक्त शिक्षकों ने कहा कि वह देशभर के विभिन्न हिस्सों से यहां आकर सेवा दे रहे हैं। परिवार को चलाने में हर महीने खर्च होते हैं, लेकिन वेतन नहीं मिलने के कारण उधारी राशन एवं कर्ज से जीवन चल रहा है।

कर्ज लेकर चला रहे जीवन

कर्ज इतने हो चुके हैं कि अब लोग कर्ज देने से भी मना कर रहे हैं। बताया कि वर्ष 2023 अप्रैल में योगदान देने के बाद से अब तक 19 महीना हो चुका है।

इसमें अब तक केवल तीज-त्योहार में महज पांच महीनों का ही वेतन मिला है। मामले को लेकर कुलसचिव ने बताया कि सरकार से राशि नहीं मिलने के कारण शिक्षकों का भुगतान नहीं हो सका है।

बिहारशरीफ : वेतन नहीं मिलने से शिक्षकों में मायूसी

बीपीएससी एनेक्चर वन व टू के शिक्षकों को दिसंबर माह का वेतन नहीं मिलने से मायूसी है। हालांकि, नियोजित व सक्षमता पास कुछ शिक्षकों को वेतन का भुगतान कराया गया है।

जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार ने बताया कि तकनीकी खराबी आने के कारण दिसंबर माह के वेतन में विलंब हो रहा है। दो-तीन दिन में संभवत: तकनीकी खराबी दूर कर सभी का भुगतान करा दिया जाएगा।

नालंदा: वेतन के लिए चरणबद्ध आंदोलन करेंगे कॉलेज शिक्षाकर्मी

संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों में कार्यरत शिक्षाकर्मियों के लिए परीक्षा परिणाम आधारित अनुदान के बदले वेतन-संरचना निर्धारित कर प्रतिमाह वेतन भुगतान आदि मांगों को लेकर  प्रदर्शन करेंगे।

पच्चीस हजार शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी पांच फरवरी को राज्य के सभी विश्वविद्यालय मुख्यालयों पर धरना एवं प्रदर्शन करेंगे। इसके साथ ही 10 से 14 फरवरी तक पटना में धरना प्रदर्शन करेंगे। बजट सत्र के दौरान अनिश्चितकालीन धरना, प्रदर्शन एवं घेराव करेंगे।

बिहार राज्य संबद्ध डिग्री महाविद्यालय शिक्षक शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ (फैक्टनेब) के अध्यक्ष सह जीडीएम कालेज के प्राचार्य डॉ. शंभुनाथ प्रसाद सिन्हा ने बताया कि बीते पांच दिसंबर से चलाए जा रहे हस्ताक्षर अभियान के तहत लगभग पच्चास हजार हस्ताक्षरित कागजात विश्वविद्यालय, जिला एवं महाविद्यालयों के पदाधिकारियों ने महासंघ को उपलब्ध कराया गया है। यह अभियान जन सहयोग से लगातार चलाया जा रहा है।

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बीपीएससी 70वीं प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट जल्द जारी होगा! यहां जानें चेक करने का आसान तरीका।

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BPSC 70th Prelims Result: बीपीएससी 70वीं प्रारंभिक परीक्षा में कथित अनियमितताओं और गड़बड़ियों को लेकर हंगामा जारी है। इस बीच, प्रारंभिक परीक्षा के परिणाम की तारीख और मुख्य परीक्षा का ताजा अपडेट सामने आया है। इस भर्ती परीक्षा के जरिए कुल 2,035 रिक्त पद भरे जाएंगे।

BPSC 70th Prelims Result: बिहार में बीपीएससी 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर कथित अनियमितताओं और गड़बड़ियों पर विवाद जारी है। हजारों छात्र परीक्षा को रद्द कर दोबारा आयोजित कराने की मांग कर रहे हैं। इसी बीच प्रारंभिक परीक्षा के परिणाम की तारीख और मुख्य परीक्षा से जुड़ा अपडेट सामने आया है। जानकारी के अनुसार, बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) जनवरी के अंतिम सप्ताह में 70वीं संयुक्त प्रतियोगी प्रारंभिक परीक्षा (BPSC 70th PT Exam) का परिणाम घोषित कर सकता है।

दरअसल, 13 दिसंबर को बिहार के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर बीपीएससी 70वीं पीटी परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा के दिन से ही अभ्यर्थी गड़बड़ी का आरोप लगाकर इसे रद्द करने और दोबारा आयोजित करने की मांग कर रहे हैं। अभ्यर्थियों का आरोप है कि पटना के बापू एग्जाम सेंटर में छात्रों को पेपर देरी से दिया गया और पेपर की सील पहले से खुली हुई थी। इसके चलते नाराज परीक्षार्थियों ने दूसरे परीक्षा कक्ष में जाकर अन्य छात्रों की शीट और पेपर फेंक दिए थे। इस घटना की पुष्टि परीक्षा कक्ष में लगे सीसीटीवी कैमरों से भी हुई है।

4 जनवरी को आयोजित हुआ री-एग्जाम
इसके बाद बीपीएससी ने जांच के बाद केवल बापू एग्जाम सेंटर की परीक्षा रद्द कर 4 जनवरी को 22 परीक्षा केंद्रों पर री-एग्जाम आयोजित किया गया। इस परीक्षा में कुल 5,943 कैंडिडेट शामिल हुए, जबकि 8,111 अभ्यर्थियों ने एडमिट कार्ड डाउनलोड किया था। वहीं, 13 दिसंबर तो पटना के बापू परीक्षा केंद्र पर 5,500 कैंडिडेट ही परीक्षा देने पहुंचे थे, जबकि 12 हजार से अधिक कैंडिडेट्स को एडमिट कार्ड जारी किया गया था।

कब आ सकता है रिजल्ट

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बीपीएससी 70वीं संयुक्त प्रतियोगी प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट इसी महीने 25 से 30 जनवरी के बीच जारी हो सकता है। हालांकि आयोग ने अभी अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर इसे लेकर कोई आधिकारिक नोटिस जारी नहीं किया है, जो किसी भी समय जारी हो सकता है। इस भर्ती परीक्षा के जरिए कुल 2,035 रिक्त पद भरे जाएंगे।

अप्रैल में होगी मुख्य परीक्षा

प्रारंभिक परीक्षा में करीब 4 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बीपीएससी 70वीं मुख्य परीक्षा अप्रैल में होगी। हालांकि हजारों अभ्यर्थी अभी भी पटना के गांधी मैदान में परीक्षा रद्द की मांग पर अड़े हुए है और धरने पर बैठे हैं।

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