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Tech

1 साल पहले समुद्र में गिर गया था iPhone, मिलने के बाद चौंक गई महिला

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कोई फोन पानी में गिर जाए तो काफी टेंशन होती है. हालांकि, वॉटर-रेसिस्टेंट फोन पानी में जाने के बाद भी एक लिमिट तक सेफ रहता है. लेकिन, क्या हो अगर एक साल तक फोन में पानी में ही रहे. ऐसा iPhone 8 Plus के साथ हुआ. एक साल समुद्र में रहने के बाद भी फोन काम कर रहा था.

Apple iPhones में कई खासियत के साथ आते हैं. हालांकि, कई बार कीमत की वजह से कंपनी को ट्रोल भी किया जाता है. लेकिन, प्रीमियम फील और ब्रांड वैल्यू की वजह से iPhone की सेल भी काफी ज्यादा होती है. अब एक नई रिपोर्ट आई है जिसमें बताया गया है कि 12 महीने तक समुद्र में रहने के बाद भी आईफोन काम कर रहा था. 

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Pink Bus :  बिहार में महिलाओं के लिए पिंक बसों का संचालन, जानिए क्या है इसकी खासियत और कब से शुरू होगी सेवा

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राज्य सरकार ने विधानमंडल में वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट प्रस्तुत किया, जिसमें पिंक बस चलाने की घोषणा की गई थी। यह सेवा अप्रैल महीने में शुरू होने की संभावना है। 

अब पटना में महिलाएं बस चलाती हुई नजर आएँगी। पटना के बाद महिलाएं मुजफ्फरपुर, पूर्णिया और भागलपुर में बस चलाएंगी। क्यों कि बिहार में महिलाओं को सुरक्षित सड़क परिवहन की सुविधा प्रदान करने के लिए पिंक बस की सुविधा मुहैया कराई जा रही है। पहले चरण में पटना में पिंक बस चलेंगी। राज्य सरकार ने विधानमंडल में वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट प्रस्तुत किया, जिसमें इसकी घोषणा की गई थी। यह सेवा अप्रैल महीने में शुरू होने की संभावना है। बसों का रंग गुलाबी रखा गया है, ताकि सड़कों पर पिंक बस को दूर से ही पहचाना जा सके। पिंक बसों का परिचालन बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के द्वारा कराया जाएगा। निगम ने अब तक 20 सीएनजी मिनी बसों की खरीद कर ली है। जानकारी के मुताबिक पटना में 8 पिंक बस चलेगी, जबकि, भागलपुर, मुजफ्फरपुर और पूर्णिया में चार-चार बसें चलाई जाएंगी।

सुरक्षा का रखा गया ख्याल 
 पिंक बस मुख्यरूप से महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। इस बस कीम खासियत यह है कि इसमें चालक,कंडक्टर और डिपो मेंटेनेंसकर्मी सहित सभी कर्मी महिलाएं ही होंगी। यह मुख्या रूप से महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए किया गया है। एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी सीटों के नीचे एक पैनिक बटन है, जिसे दबाने से आपात स्थिति की सूचना पास के थाने या कंट्रोल रूम को मिल जाएगी।

सुबह 6 से रात 9 बजे तक चलेंगी पिंक बसें
पिंक बसें सुबह 6 बजे से रात नौ बजे तक चलेंगी। बसों का परिचालन शुरू होने के बाद ही इसका किराया तय किया जाएगा। राजधानी पटना में इसका रूट तय हो चुके हैं। फिलहाल ये तीन रूटों पर चलेंगी। इसमें पटना सिटी- दानापुर रूट, बाईपास-कंकड़बाग-राजेंद्रनगर-अनीसाबाद- फुलवारी रूट और बोरिंग रोड- पाटलिपुत्र- कुर्जी, दीघा रूट शामिल है। प्रत्येक पिंक बस में 22 सीटें होंगी। इन बसों में जीपीएस लगे होंगे, जिससे प्रत्येक बस की सटीक लोकेशन हमेशा मिलती रहेगी। किस रूट की बस किस समय कहां पर है इसकी पूरी जानकारी मिलती रहेगी। पिंक बस की हर सीट के नीचे पैनिक बटन होगा जिसका इस्तेमाल महिलाएं किसी भी तरह की परेशानी होने पर कर सकेंगी।

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Bihar News: मेहनत की मिसाल: लखपति दीदी खुशबू देवी ने खुद की तकदीर बदली, सैकड़ों लोगों को दे रही हैं रोजगार का मौका

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आज खुशबू देवी की प्रेरणादायक कहानी पूरे देश में चर्चा का विषय बन चुकी है। कभी कठिनाइयों से जूझने वाली यह महिला अब न केवल लखपति बन चुकी हैं, बल्कि अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत भी हैं। उनका सफर यह साबित करता है कि अगर इरादे मजबूत हों, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता।

मुजफ्फरपुर जिले के मड़वन प्रखंड की रहने वाली खुशबू देवी आज न केवल खुद आत्मनिर्भर बनी हैं, बल्कि सैकड़ों महिलाओं को भी रोजगार देकर सशक्त बना रही हैं। मच्छरदानी के व्यापार से अपनी एक अलग पहचान बनाने वाली खुशबू देवी को अब पूरे देश में “लखपति दीदी” के नाम से जाना जाता है।

संघर्ष से सफलता तक का सफर
कभी दाने-दाने को मोहताज रहने वाली खुशबू देवी को लोग ताने देते थे, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। वर्ष 2009 में उन्होंने मच्छरदानी बनाने का कार्य शुरू किया। साल 2013 में वे जीविका संगठन के “गंगा समूह” से जुड़ीं, जहां से उन्हें अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने का अवसर मिला। जीविका समूह के इनक्यूबेशन फंड से 2,67,000 की सहायता प्राप्त कर उन्होंने अपने व्यवसाय को एक नया आयाम दिया।

सैकड़ों महिलाओं को बना रही आत्मनिर्भर
खुशबू देवी ने अपनी “प्रतिज्ञा मच्छरदानी” उत्पादन इकाई की स्थापना की, जहां अब तक 62 महिलाओं को रोजगार मिल चुका है। उनके नेतृत्व में हर दिन सैकड़ों मच्छरदानियां तैयार की जा रही हैं, जो देशभर में भेजी जाती हैं। उनके प्रयासों से उनके गांव रसूलपुर (रूपवारा पंचायत, मड़वन प्रखंड, मुजफ्फरपुर) की महिलाएं भी आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रही हैं।

सरकार ने भी किया सम्मानित
उनकी मेहनत और सफलता को देखते हुए केंद्र सरकार ने उन्हें “ग्राम समृद्धि कार्यशाला” में पैनलिस्ट के रूप में आमंत्रित किया। इस कार्यशाला में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उनसे संवाद किया और “लखपति दीदी” के रूप में उनकी प्रशंसा की।

पूरे देश में बनीं रोल मॉडल
आज खुशबू देवी की प्रेरणादायक कहानी पूरे देश में चर्चा का विषय बन चुकी है। कभी कठिनाइयों से जूझने वाली यह महिला अब न केवल लखपति बन चुकी हैं, बल्कि अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत भी हैं। उनका सफर यह साबित करता है कि अगर इरादे मजबूत हों, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता।

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BSEB Patna: बिहार बोर्ड इंटर परीक्षा के नए दिशा-निर्देश, छात्रों को मिली थोड़ी राहत

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Bihar board : 1 फरवरी से बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट की परीक्षा शुरू हो रही है। बोर्ड के दिशा निर्देश पहले की त्यारह ही थे, लेकिन ठंड को देखते हुए बोर्ड ने परीक्षार्थियों को थोड़ी सी राहत दी है।  

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। हालांकि बिहार बोर्ड ने अपने निर्देशों में थोडा सा सुधार किया है। पिछले वर्ष तक परीक्षार्थियों को जुटे पहनकर परीक्षा केंद्र के अंदर आने की इजाजत नहीं थी, लेकिन 2 फरवरी से होने वाले परीक्षा में थोड़ी सी नरमी की गई है। बोर्ड ने फिलहाल ठंड को देखते हुए चप्पल के साथ मोजा पहनने की इजाजत दे दी है, ताकि उनके स्वास्थ्य को ठंड बहुत ज्यादा प्रभावित न कर सके।

परीक्षार्थियों को मिली सहूलियत 
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने 1 फरवरी से शुरू होने वाले परीक्षा में बिहार बोर्डने मौसम को देखते हुए थोड़ी सी राहत दी है। अब तक के दिशा निर्देश के तहत परीक्षार्थियों को जुटा पहनकर परीक्षा हॉल में जाने की इजाजत नहीं थी। लेकिन लगातार बढ़ते ठंड को देखते हुए बोर्ड ने निर्णय लिया है कि बच्चे जूता नहीं पहन सकते।उन्हें चप्पल पहन कर ही परीक्षा देना होगा, लेकिन इसमें अब सहूलियत यह किया गया है कि बच्चे मोजा पहनकर परीक्षा दे सकते हैं।

परीक्षार्थी इस समय का करें जरुर पालन 
बिहार बोर्ड के 12वीं की परीक्षा 1 फरवरी 2025 से शुरू होगी जो 15 फरवरी 2025 तक चलेगी। परीक्षा दो पालियों में आयोजित की जाएगी। पहली पाली सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक होगी, जबकि दूसरी पाली दोपहर 2 बजे शुरू होकर शाम 5 बजे तक होगी। परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने के एक घंटा पहले यानी सुबह 8:30 बजे  से उनका प्रवेश करना शुरू हो जायेगा, जबकि 9 बजे परीक्षा केंद्र का मुख्य दरवाजा बंद कर दिया जायेगा। 9 बजे के बाद किसी भी परीक्षार्थी को अंदर जाने की इजाजत नहीं होगी। वहीं दूसरी पाली  की परीक्षा 2 बजे दोपहर से शुरू होगी इसके लिए बच्चों को 1:00 बजे तक परीक्षाकेंद्र के अंदर प्रवेश करना शुरू हो जायेगा और 1:30 बजे परीक्षा केंद्र का मुख्य दरवाजा बंद कर दिया जायेगा। बिहार बोर्ड के निर्देशों के अनुसार 1:30 बजे के बाद से परीक्षार्थियों का प्रवेश बंद हो जायेगा।

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