पश्चिम बंगाल: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को चेतावनी देते हुए शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि भारत सिर्फ एक देश नहीं, बल्कि पीएम मोदी के नेतृत्व में दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर हमारे राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया गया, तो हम बांग्लादेश के रजाकारों के नए बेटों को 1971 की तरह आत्मसमर्पण करने पर मजबूर करेंगे।
बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के विरोध में पश्चिम बंगाल में भी आक्रोश बढ़ता जा रहा है। इस बीच, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं और उनकी संस्थाओं पर हो रहे हमलों को नहीं रोका गया, तो बंगाल की जमीनी सीमा से बांग्लादेश के साथ व्यापार पर अनिश्चितकालीन प्रतिबंध लगा दिया जाएगा।
पेट्रापोल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक विरोध सभा को संबोधित करते हुए शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि बांग्लादेश से व्यापार पर चरणबद्ध तरीके से प्रतिबंध लगाया जाएगा, जिससे बांग्लादेश भारत से आवश्यक वस्तुओं के लिए निर्भर हो जाएगा। इस कार्यक्रम में भाजपा के अन्य नेता भी मौजूद थे, हालांकि वे पार्टी के निशान के बिना शामिल हुए थे।
अगर हमले नहीं रुके, तो व्यापार पर होगा प्रतिबंध
पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में सोमवार को पेट्रापोल सीमा पर व्यापार को चौबीस घंटे के लिए रोक दिया गया था। यह विरोध भारत के कारोबारी संगठनों, खासतौर पर बंगिया हिंदू समिति द्वारा आयोजित किया गया था। शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि यह चौबीस घंटे का व्यापार बंद केवल एक प्रारंभ है। यदि अगले हफ्ते तक हिंदुओं और उनके धार्मिक स्थलों पर हमले नहीं रुके, तो हम पांच दिनों तक व्यापार पर प्रतिबंध लगाएंगे। इसके बाद नए साल के बाद अनिश्चितकाल तक व्यापार रोकने की योजना है। उन्होंने कहा, “देखते हैं कि बांग्लादेश के लोग हमारे आलू-प्याज के बिना कैसे रहते हैं।”
‘1971 की तरह आत्मसमर्पण करने पर मजबूर करेंगे’
यह विरोध कार्यक्रम इस्कॉन से जुड़े पूर्व पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी और बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों के विरोध में हुआ। अधिकारी ने कहा, भारत सिर्फ एक देश नहीं है। यह पीएम मोदी के नेतृत्व में दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। अगर वे हमारे राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करते हैं, तो हम बांग्लादेश के रजाकारों के नए बेटों को 1971 की तरह आत्मसमर्पण करने पर मजबूर करेंगे। तब हमने पाकिस्तानी सेना को घुटने टेकने पर मजबूर किया था।
पेट्रापोल जीरो प्वाइंट तक निकाला मार्च
शुभेंदु अधिकारी ने भाजपा नेताओं और स्थानीय विधायकों स्वपन मजूमदार, अशोक कीरतानिया और अर्जुन सिंह के साथ पेट्रापोल जीरो प्वाइंट तक मार्च किया। यहां उन्होंने विरोध के प्रतीक के रूप में गुब्बारे छोड़े और बांग्लादेश में हिंदू साधु की बिना शर्त रिहाई की मांग करते हुए अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अपील की। अधिकारी ने कहा, “यह कोई तात्कालिक विरोध नहीं है। हम पश्चिम बंगाल के अन्य सीमा क्षेत्रों जैसे हिली और चांगराबंधा में भी ऐसे विरोध आयोजित करेंगे। यह किसी एक पार्टी का कार्यक्रम नहीं है; हम राजनीतिक सीमाओं से ऊपर उठकर हिंदुओं को इसमें शामिल करना चाहते हैं।”