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दो राज्यों की जीत आखिर क्यों है इतनी खास ? NDA पर बीजेपी की पकड़ अब होगी मजबूत।

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दो राज्यों की जीत आखिर क्यों है इतनी खास ? NDA पर बीजेपी की पकड़ अब होगी मजबूत।
चुनावी नतीजों से भाजपा को एनडीए पर अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद मिलेगी; भाजपा और आरएसएस के बीच टकराव की बातें भी भूतकाल की बात हो जाएंगी |

हरियाणा में शानदार जीत और जम्मू-कश्मीर में अप्रत्याशित प्रदर्शन से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए राहत की बात है, जो लोकसभा चुनावों में अपने खराब प्रदर्शन के बाद लगभग चार महीने से लगातार आलोचनाओं का सामना कर रही थी।भाजपा नेतृत्व को न केवल विपक्षी दलों से बल्कि अपने स्वयं के गठबंधन के सदस्यों से भी आलोचना का सामना करना पड़ा, जिन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी से अग्निवीर योजना में बदलाव करने का आग्रह किया और केंद्र सरकार से उन किसानों की मांगों का समाधान खोजने के लिए कहा, जो न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी चाहते थे।

एनडीए के भीतर आलोचना, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जनता दल (यूनाइटेड) अग्निपथ योजना की समीक्षा और किसानों के साथ बातचीत चाहती थी, लेकिन जेडी(यू) ऐसी मांग करने वाली अकेली पार्टी नहीं थी। लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने महाराष्ट्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के निराशाजनक प्रदर्शन के लिए सीधे तौर पर किसानों के गुस्से को जिम्मेदार ठहराया, जहां भाजपा और उसके सहयोगी 48 में से केवल 17 सीटें ही जीत पाए।

सारे महत्वपूर्ण चुनावों के लिए बिल्कुल सही समय, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में भाजपा के चुनावी प्रदर्शन से पार्टी को महाराष्ट्र और झारखंड में भी महत्वपूर्ण चुनावों से पहले अपनी ताकत वापस पाने में मदद मिलने की संभावना है। भाजपा को अपने एनडीए सहयोगियों से दबाव का सामना करना पड़ रहा है, जो दोनों राज्यों में सीटों का अधिक हिस्सा चाहते हैं और उन्होंने भाजपा नेतृत्व से यह भी शिकायत की है कि उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में कोई प्रतिनिधित्व नहीं मिला है।

बेहतर सौदेबाजी शक्ति वरिष्ठ भाजपा नेताओं का यह भी मानना है कि दोनों राज्यों में पार्टी के प्रदर्शन से झारखंड और महाराष्ट्र में अपने गठबंधन सहयोगियों के साथ सौदेबाजी की उसकी ताकत मजबूत होगी। एनडीए के सहयोगी अब तक दोनों चुनावी राज्यों में सीट बंटवारे पर बातचीत पूरी नहीं कर पाए हैं और भाजपा नेतृत्व को अब उम्मीद है कि चुनावी जीत से उसे एनडीए के भीतर अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद मिलेगी।

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Bihar Politics: बिहार में जीतन राम मांझी ने BJP पर की कड़ी टिप्पणी, क्या चुनाव से पहले मचेगा सियासी बवाल?

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बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले सीट शेयरिंग को लेकर सियासी बवाल मच गया है। इस बार दिल्ली में सीट शेयरिंग को लेकर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जीतन राम मांझी ने मीडिया के सामने खुलआम ऐसी बात कह दी जो कि एनडीए खेमे के लिए शुभ संकेत नहीं है। बीजेपी की मुश्किलें पैदा हो सकती है।

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर से  प्रदेश की सियासत गरम हो गई है। इस बार हम के नेता और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने मोर्चा खोल दिया है।  दिल्ली में टिकट नहीं मिलने से वह बीजेपी के खिलाफ आगबबूला हो गए हैं। उन्होंने मीडिया के सामने खुलआम ऐसी बात कह दी जो कि एनडीए खेमे के लिए शुभ संकेत नहीं है।

भाजपा के खिलाफ बुरी तरह भड़के जीतन राम मांझी

दरअसल, दिल्ली में चिराग पासवान और नीतीश कुमार की पार्टी को भाजपा ने सीट में हिस्सेदारी दे दी लेकिन जीतन राम मांझी को एक भी सीट नहीं दी गई। अब इसके बाद सियासी संग्राम छिड़ गया है। मीडिया ने जीतन राम मांझी से इसे लेकर सवाल पूछ दिया। फिर क्या था जीतन राम मांझी बुरी तरह भड़क गए और ऐसी बात कह दी कि भाजपा के लिए मुश्किल पैदा कर सकती है।

बिहार में दिखाएंगे औकात: जीतन राम मांझी

जीतन राम मांझी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि झारखंड में भी हमारी औकात नहीं थी, दिल्ली में भी हमारी औकात नहीं है लेकिन बिहार में हम अपनी औकात दिखाएंगे। अब मांझी के बयान से एनडीए नेताओं की टेंशन बढ़ा दी है।

अब इस बयान से ऐसा लगा रहा है कि कहीं जीतन राम मांझी विधानसभा चुनाव से पहले कोई खेला नहीं कर दें। बता दें कि जीतन राम मांझी को झारखंड चुनाव में भी सीट नहीं दी गई थी जिसके बाद उस समय भी वह नाराज हो गए थे लेकिन अब जब उन्हें दिल्ली में टिकट नहीं मिला तो और अधिक नाराज हो गए।

दिल्ली में कब है चुनाव, परिणाम कब आएंगे

  • दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 5 फरवरी को मतदान है।
  • 8 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव के रिजल्ट आएंगे ।
  • 7वें विधानसभा का कार्यकाल 15 फरवरी को खत्म हो जाएगा।
  • आम आदमी पार्टी के साथ-साथ बीजेपी और कांग्रेस चुनावी मैदान में उतर चुकी है।
  • नीतीश कुमार और चिराग पासवान की पार्टी को भी सीट मिली।
  • सीट नहीं मिलने से जीतनराम मांझी नाराज हो गए।
  • दिल्ली में जीत के लिए 36 सीटों की जरूरत होगी।
  • दिल्ली में कुल 1 करोड़ 55 लाख 24 हजार 858 वोटर हैं।
  • इनमें कुल पुरुष वोटर्स 83 लाख तो वहीं महिला वोटर्स की संख्या 71 लाख हैं।
  • 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटों पर जीत हासिल की थी

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Bihar News: पटना सचिवालय के स्टाफ की बहू ने की आत्महत्या, सरकारी आवास में फांसी से लटकी मिली लाश।

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Patna News: पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने एफएसएल की टीम को भी जांच के लिए बुलाया है। यूडी केस दर्ज कर मामले में की जांच कर रही है।

पटना सचिवालय के एक कर्मचारी की बहू ने सुसाइड कर लिया। गर्दनीबाग थाना अंतर्गत सचिवालय क्वार्टर A7 के फ्लैट संख्या 212 के कमरे में फंदे से उसकी लाश बरामद हुई है। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। इधर, सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने एफएसएल की टीम को भी जांच के लिए बुलाया है। 

पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया आत्महत्या की बात सामने आ रही है। ससुरालवालों से पूछताछ चल रही है। मृत महिला की पहचान सीतामढ़ी निवासी अंजलि कुमारी (24) के रूप में हुई है। पुलिस यूडी केस दर्ज कर मामले में की जांच कर रही है। आसपास के लोगों का कहना है कि आठ महीना पहले अंजलि की शादी सचिवालय कर्मी के बेटे चंदन कुमार से हुई थी। आज अचानक उसकी आत्महत्या की खबर सुनकर हमलोग दंग रह गए। 

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Bihar News: देशभर के पीठासन पदाधिकारी विधानमंडल में करेंगे संवैधानिक मूल्यों पर विचार-विमर्श, पढ़ें मुख्य जानकारी।

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All India Presiding Officer Conference: अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी  सम्मेलन के दौरान संवैधानिक मूल्यों को सुदृढ़ करने में संसद और विधायी  निकायों के योगदान’ विषय पर संवाद भी होगा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला संसदीय पद्धति एवं प्रक्रिया के आठवें संस्करण का विमोचन करेंगे

43 साल बाद बिहार अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन की मेजबाजी कर रहा है। इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए देश भर पीठासीन पदाधिकारी पटना पहुंच चुके हैं। वहीं लोक सभा के अध्यक्ष ओम बिरला नई दिल्ली से पटना पहुंच गये हैं। लोकसभा अध्यक्ष आज बिहार विधान मंडल परिसर में 85वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी  सम्मेलन का शुभारंभ करेंगे। अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी  सम्मेलन के दौरान संवैधानिक मूल्यों को सुदृढ़ करने में संसद और विधायी  निकायों के योगदान’ विषय पर संवाद भी होगा। संविधान की 75वीं वर्षगांठ को लेकर विचार-विमर्श के लिए विषय का चयन किया गया है। 

इधर, लोकसभा अध्यक्ष के अलावा उपाध्यक्ष, उपसभापति, सभी राज्यों के विधानसभा अध्यक्ष, विधान परिषद् सभापति पटना पहुंच चुके हैं। आज ही ओम बिरला संसदीय पद्धति एवं प्रक्रिया के आठवें संस्करण का विमोचन करेंगे। इसके अलावा वह 21 जनवरी को बिहार विधानमंडल परिसर में नेवा (राष्ट्रीय ई-विधान एप्लीकेशन) सेवा का भी शुभारंभ करेंगे। 

आज के कार्यक्रम के बात करें तो सत्र की शुरुआत सेंट्रल हॉल में विमर्श सभा वेश्म से होगा। विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव अपना संबोधन देंगे। इसके बाद दोपहर में डॉक्यूमेंट्री फिल्म दिखाई जाएगी। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और डिप्टी सीएम विजय सिन्हा, सम्राट चौधरी भी अपना संबोधन देंगे। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश सभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद लोग सभा अध्यक्ष ओम बिरला अपना संबोधन देंगे। इधर, अतिथियों के लिए शाम में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा। 

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