ब्रजेश राय और अशोक राय की हत्या मामले में आरोपी सतीश पांडेय को अदालत ने बरी कर दिया है। यह फैसला साक्ष्य के अभाव में लिया गया है। सतीश पांडेय जेडीयू विधायक अमरेंद्र पांडेय के भाई हैं। अदालत ने अभियोजन पक्ष की ओर से साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर सकने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। मामला 11 जनवरी 2010 को यादोपुर चौक के पास हुई हत्या से जुड़ा है।
करीब ड़ेढ़ दशक पूर्व जिला मुख्यालय स्थित यादोपुर चौक के पास हुई ब्रजेश राय तथा उनके संबंधी अशोक राय की गोली मार हुई हत्या में जेडीयू विधायक अमरेंद्र पांडेय के भाई सतीश पांडेय को एडीजे दस मानवेंद्र मिश्र की अदालत ने साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया।इसके साथ ही अदालत ने पर्याप्त अवसर दिए जाने के बावजूद अभियोजन पक्ष की ओर से साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर सकने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।
क्या था मामला?
जानकारी के अनुसार, 11 जनवरी 2010 को ब्रजेश राय तथा उनके रिश्तेदार अशोक राय की यादोपुर चौक के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना को लेकर ब्रजेश राय के भाई अजीत राय के बयान पर आमोद तिवारी, वीरेंद्र यादव, रामाशीष यादव तथा सुरेंद्र यादव एवं दो-तीन अज्ञात के खिलाफ नगर थाने में कांड संख्या 18/2010 दर्ज की गई। बाद में कांड के अनुसंधानकर्ता ने 16 जुलाई 2010 को सतीश पांडेय तथा लवकुश साह के खिलाफ आरोप पत्र समर्पित किया।
इस मामले में तीन मार्च 2016 को दोनों के खिलाफ आरोप गठन हुआ था। आरोप गठन के आठ वर्ष बाद तक भी अभियोजन पक्ष कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर सका। अदालत ने अपने आदेश में कहा है कि आठ वर्ष की लंबी अवधि बीत जाने के बाद भी अभियोजन की ओर से साक्ष्य प्रस्तुत करने में रुचि नहीं दिखाई गई।
पुलिस अनुसंधान में सतीश पांडेय बने थे अभियुक्त
कांड के आइओ ने अनुसंधान के दौरान मृतक ब्रजेश राय की पत्नी प्रतिभा राय, गिरफ्तार शंभु मिश्रा तथा ओम प्रकाश मिश्रा के स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर सतीश पांडेय को भी अभियुक्त बना दिया गया था।
दो आरोपितों की हो चुकी है हत्या
ब्रजेश राय व अशोक राय हत्याकांड के मुख्य आरोपित इमिलिया मांझा के आमोद तिवारी की हत्या वर्ष 2013 में अपराधियों ने फुलवरिया प्रखंड कार्यालय में स्थित प्रमुख के चैंबर में घूस कर दी थी। इसी प्रकार उचकागांव थाने के बड़वा मठ के पास नौ मई 2020 को शंभू मिश्र की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गयी थी।
गोपालगंज में सतीश पांडेय का वर्चस्व
सतीश पांडेय का वर्चस्व गोपालगंज में खूब चलता है। उन्होंने अपने छोटे भाई अमरेंद्र कुमार उर्फ पप्पू पांडेय को विधायक बनाया है। पत्नी उर्मिला देवी और बेटे मुकेश पांडेय को जिला पर्षद अध्यक्ष की कुर्सी भी दिलाने में काफी मेहनत की। जिले में चलने वाले टेंडरों में भी पांडेय भाइयों का वर्चस्व कायम है।